एक महिला प्रेमिका ने अपने प्रमी के लिए बाधा बन रहे पति, तीन बेटों और एक भतीजे का मर्डर करवा दिया। यह चौंकाने वाला मामला राजस्थान के अलवर का है। अपने पति और बेटों की हत्या करवाने में पत्नी को जरा सी भी झिझक नहीं हुई। महिला का प्रेमी उससे 10 साल छोटा था। राजस्थान के अलवर में 2017 का सबसे चर्चित हत्याकांड में महिला ने अपने प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर अपने ही पति, 3 बेटों और 1 भतीजे की हत्या कर दी
हत्या की वजह- उसके अफेयर में पति और बड़ा बेटा रोड़ा बन रहे थे। पति और बड़े बेटे के मर्डर का प्लान था, लेकिन बॉयफ्रेंड ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया। पूरे मामले में महिला, उसके बॉयफ्रेंड समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 6 साल बाद कोर्ट ने सोमवार को फैसला सुनाते हुए सभी को दोषी माना है। मंगलवार को दोषियों को सजा सुनाई जाएगी।
शादी के कुछ सालों तक खुशहाल जिंदगी, फिर शुरू हुआ अफेयर
कठूमर के गारू गांव की रहने वाली ताइक्वांडो कोच संतोष शर्मा उर्फ संध्या की शादी 1999 में अलवर के शिवाजी पार्क में रहने वाले बनवारी लाल शर्मा से हुई थी। शादी के करीब 15 साल तक सबकुछ सही चल रहा था। दोनों के 3 बच्चे थे। बनवारी लाल अलवर के एमआईए स्थित एक फैक्ट्री में ऑपरेटर का काम करता था। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी और संतोष लग्जरी लाइफ जीना चाहती थी। वह थोड़ा बहुत ताइक्वांडो भी जानती थी तो उसने अलवर में ही इसकी कोचिंग ली और इसके बाद वह ट्रेनर बन गई।
एडवोकेट सुनील कुमार के अनुसार संतोष 2014 में अलवर के साहब जोहड़ा के एक ताइक्वांडो कोच के कॉन्टैक्ट में आई थी। वहां से बच्चों को ताइक्वांडो की ट्रेनिंग देने लगी। इस दौरान वह कई कॉम्पिटिशन में बच्चों को लेकर अलवर से बाहर जाने लगी। एक टूर्नामेंट के दौरान उदयपुर में उसकी दोस्ती हनुमान से हुई। तब हनुमान सीकर के एक दोस्त के साथ BPED की ट्रेनिंग कर रहा था। हनुमान अविवाहित था और संतोष से 10 साल छोटा भी। दोनों के बीच धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ने लगी। हनुमान कई बार मालाखेड़ा गुजूकी (अलवर) में अपने दोस्त कपिल के कमरे पर संतोष को लेकर जाता था। यही पर हत्या में शामिल कपिल और दीपक से संतोष की मुलाकात हुई। हनुमान और संतोष दो-ढाई साल तक चोरी छिपे मिलते रहे। दोनों कई बार राजस्थान से बाहर भी मिले। इसी दौरान दोनों के अफेयर के बारे में संतोष के पति बनवारी और बेटे मोहित को पता चल गया।
लग्जरी लाइफ जीना चाहती थी
गरीबी के कारण संतोष अपने पति बनवारी को पसंद तक नहीं करती थी। यहां तक कि अपने बेटों से भी उसे लगाव नहीं था। वह लग्जरी लाइफ जीना चाहती थी। कई बार हनुमान के साथ कई-कई दिनों तक घर से बाहर भी रही थी।2016 में हनुमान ने संतोष के साथ मिलकर मर्डर की साजिश रच ली थी। सबकुछ पहले से तय हो गया था कि बनवारी और मोहित को कैसे ठिकाने लगाना है। हत्याकांड के बाद खुद को बचाने के लिए क्या तर्क देने है, कहां से और कैसे फरार होना है। और, यहां तक कि गला काटने के लिए छुरा और चाकू कहां से आएंगे। दोनों की इस प्लानिंग में गुजूकी निवासी दीपक व दीपक के मामा का लड़का कपिल भी शामिल थे। हत्या से करीब 2 महीने पहले अगस्त 2017 में ही हनुमान ने फर्जी आई से दो सिम खरीद ली थी। इसमेंं एक सिम हनुमान के पास और दूसरी सिम संतोष के पास थी। दोनों इन्हीं सिमकार्ड का इस्तेमाल करते थे ताकि किसी को उनकी प्लानिंग के बारे में पता नहीं चले।
पुलिस जांच में सामने आया था कि दोनों ने प्लानिंग की थी कि मर्डर से पहले पूरे परिवार को नींद की गोलियां देनी हैं, ताकि कोई आवाज नहीं करे। इसके लिए हनुमान ने ही संतोष को नींद की गोलियां दी थीं। ये गोलियां हनुमान ने अपने साथ BPED कर रहे सीकर के दोस्त से मंगाई थी। संतोष ने इन दवाओं को सिलपट्टे पर चटनी के साथ पीसा और फिर रायता में मिलाकर परिवार को खिलाया था। यह गोलियां पीसते हुए संतोष की छोटी बहन कविता ने देख लिया था। उसने पूछा भी था कि ये क्या पीस रही हो। लेकिन, संतोष ने उसे फटकार कर चुप कर दिया था। संतोष परिवार में किसी को ज्यादा बोलने भी नहीं देती थी। इस कारण बहन कुछ नहीं बोल सकी। न ज्यादा समझ सकी। नींद की गोली के कारण छोटी बहन व उसका बेटा भी नहीं जाग पाए थे।
मर्डर वाली रात संतोष लगातार हनुमान से फोन के जरिए कॉन्टैक्ट में थी। वह एक-एक मिनट की अपडेट हनुमान को बता रही थी। मर्डर से पहले रात करीब 9 बजकर 44 मिनट पर संतोष ने हनुमान से फोन पर बात की थी और बताया था कि नींद की गोली डाल रायते में दी है और सब सो गए हैं। इसके बाद हनुमान रात करीब 10 बजे वहां पहुंचा। संतोष ने हनुमान को वापस जाने को कहा और रात 1 बजे बुलाया। रात 1 बजे हनुमान, दीपक और कपिल संतोष के मकान पर पहुंचे। यहां संतोष ने मैन गेट खोला और हनुमान को बताया कि बनवारी लाल शर्मा (45), बेटा मोहित (17), हैप्पी (15) अज्जू (12) और भतीजे निक्की (10) नीचे वाले कमरे में सो रहे हैं। संतोष ने सबसे पहले अपने इशारा करके बताया कि पति कहां सो रहा है। संतोष के इशारा करते ही हनुमान ने सबसे पहले पति बनवारी लाल का गला काटा, बाकी साथियों ने चाकू से शरीर को छलनी कर दिया। तब तक बनवारी की मौत हाे चुकी थी।