01 24 https://jaivardhannews.com/historical-changes-in-dwarkadhishji-temple-will-be-seen-in-govardhan-chowk/

कांकरोली में श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के द्वारकाधीश मंदिर में आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तृतीय पीठाधीश्वर गोस्वामी बृजेश कुमार महाराज ने ऐतिहासिक फैसला लिया है जिसके तहत अब से प्रभु द्वारकाधीश मंदिर में होने वाले राल के दर्शन रतन चौक में ना होकर गोवर्धन चौक में होंगे।

द्वारकाधीश मंदिर में रविवार को वार्ता कर मंदिर कार्यकारी अधिकारी विनीत सनाढ्य ने बताया कि प्रभु द्वारकाधीश मंदिर में फागण महा में राल के दर्शन होते हैं दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचते हैं और मंदिर पहुंचने वाले हर एक श्रद्धालुओं के मन में राल के दर्शन करने की लालसा रहती है परंतु मंदिर परिसर में हर एक को राल के दर्शन करवाना संभव नहीं हो पा रहा और समय के साथ साथ दर्शनार्थियों की बढ़ती भीड़ मंदिर प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही हैं।

क्योंकि इतनी अधिक भीड़ से कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का खतरा हर समय बना रहता हैं। इसी को देखते हुए महाराज ब्रजेशकुमार ने ऐतिहासिक फैसला आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए अब से प्रभु द्वारकाधीश के सम्मुख राल की परंपरा का निर्वहन होने के बाद गोस्वामी परिवार और मुखिया जी नीचे गोवर्धन चौक में आकर श्रद्धालुओं के बीच में राल उड़ाएंगे उसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन खोले जाएंगे। जिन्हें खेवा पद्धति के माध्यम से दर्शन करवाए जाएंगे। राल के दर्शन में ऐतिहासिक बदलाव सुरक्षा की दृष्टि से द्वारकाधीश मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। भविष्य में इसमें महाराज बृजेश कुमार की आज्ञा से बदलाव किए जा सकते हैं। इस मौके पर द्वारकाधीश मंदिर अधिकारी भगवतीलाल पालीवाल, सहायक अधिकारी गणेशलाल सांचिहर और समाधानी राजकुमार गोरवा माैजूद थे। मंदिर में साेमवार से चार दिन लगातार राल के दर्शन होंगें।