Honey Trap : राजसमंद शहर में हनी ट्रैप के जरिये व्यापारियों को फंसाकर लाखों रुपए ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कांकरोली थाना पुलिस ने हनी ट्रेप के मुख्य सरगना 3 महिला सहित चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया। दो ज्वैलरी व्यापारियों से दो अलग अलग महिलाओं ने चिकनी चुपड़ी बातें कर अपने चंगुल में फंसा लिया। एक व्यापारी को नाथद्वारा बुलाकर ब्लैकमेल किया, जबकि दूसरे को मादड़ी चौराहे पर हनी ट्रेप का शिकार बनाया। महिला के द्वारा व्यापारी को बांहों में लेने के वीडियो उन युवकों ने बनाकर ब्लैकमेल किया और लाखों रुपए ऐंठ लिए। एक व्यापारी से कार लूट ले गए, जबकि दूसरे व्यापारी से चार लाख रुपए ठग लिए। पुलिस ने एक के बाद दूसरे वारदात का तत्परता से पर्दाफाश करते हुए तीन महिला सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
Rajsamand Police : कांकरोली थाना प्रभारी हनवंतसिंह साेढा ने बताया कि 30 दिसंबर 2024 को राजसमंद शहर के एक व्यापारी ने कांकरोली थाने में रिपोर्ट दी। बताया कि जलचक्की कांकरोली निवासी जन्नत बानु व कमलेश वैष्णव ने हनी ट्रेप में एक व्यापारी को फंसाने की साजिश रची, जिसमें योगेश उर्फ राजेश गुर्जर, संजु उर्फ सोनु वैष्णव व सुनीता उर्फ शालिनी को शामिल किया। गिरोह की सरगना जन्नत बानु ने शालिनी उर्फ सुनीता को एक व्यापारी के मोबाइल नंबर दिए, जिस पर काॅल कर शालिनी ने चिकनी चुपड़ी, मीठी मीठी बातें कर उसे प्रेम जाल में फंसाया। फिर सुनीता ने 30 दिसंबर को उसे नाथद्वारा के त्रिनेत्र सर्कल पर बुलाया, जहां पर वह उस व्यापारी की कार में बैठ गई। काफी देर तक वहां इधर उधर घूमे और बातें की। फिर जैसे ही महिला उसकी कार में आकर बैठी और उसे लिपटने लगी, तभी एक अन्य कार में आए कुछ युवक उतर आए और उसके वीडियो बनाने लगे और संजु उर्फ सोनु बोला कि वह उसकी पत्नी है और उसके साथ तू रंगरेलिया मना रहा है। इस तरह युवकों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। फिर उसी की कार में बैठ गए और राजसमंद पहुंचे और वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए 5 लाख रुपए मांगे। उस वक्त उस व्यापारी के पास रुपए नहीं थे और व्यवस्था करने की बात कही, तो आरोपियों ने उसकी कार रख ली। उसके बाद पीड़ित व्यापारी घर पहुंचा और आरोपियों को 5 लाख रुपए देने के लिए चैक लेकर निकला, तभी उसे पुलिस सहायता की बात मन में आई और वह सीधे कांकरोली थाने पर पहुंच गया। पुलिस को आपबीती सुनाई और आरोपियों द्वारा हनी ट्रेप के जरिए ब्लैकमेल करने, कार लूट ले जाना बताया। इस पर पुलिस ने पीड़ित व्यापारी को साथ लिया और आरोपियों द्वारा बताए गए स्थल पीपरड़ा पहुंचे, जहां पर पीड़ित व्यापारी ने आरोपियों को 5 लाख रुपए का चैक दे दिया। तभी पुलिस ने घेराबंदी करके कमलेश, योगेश उर्फ राजेश गुर्जर, संजु उर्फ सोनु को पकड़ लिया। फिर उन्हें गिरफ्तार कर कांकरोली थाने पर आए। फिर न्यायालय में पेश कर चार दिन के लिए रिमांड पर लिया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार तीनों आरोपियों से पूछताछ हनी ट्रेप गिरोह की मुख्य सरगना जलचक्की कांकरोली निवासी जन्नत बानु, सुनीता उर्फ शालिनी को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल व्यापारी को हनी ट्रेप का शिकार बना ब्लैकमेल करने के मामले में गहन पूछताछ की जा रही है।
Kankroli Police Station : दूसरे व्यापारी के प्रेमजाल में दो गिरफ्तार
Kankroli Police Station : कांकरोली थाना प्रभारी ने बताया कि एक व्यापारी के हनी ट्रेप प्रकरण में पुलिस ने द्वारा दो महिला व 3 युवकों को गिरफ्तार पूछताछ ही रही थी, तभी एक और व्यापारी ने थाने में आकर रिपोर्ट दी। बताया कि उसके साथ भी इसी तरह की हनी ट्रेप का शिकार बनाया और ब्लैकमेल करके 4 लाख रुपए ऐंठ लिए। इस पुलिस ने तत्काल दूसरा प्रकरण दर्ज करते हुए व्यापारी से चिकनी चुपड़ी बातें कर प्रेम जाल में फंसाने वाली बाघपुरा, कांकरोली निवासी अफसाना खान और पनोतिया, नयाघर, कुंवारिया निवासी श्रवण पुत्र नारायण गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले की सरगना भी जलचक्की, कांकरोली निवासी जन्नत बानु उर्फ तमन्ना है और इस साजिश में शालिनी उर्फ सुनीता सहित चार अन्य युवक शामिल है, जो कि एक अन्य व्यापारी से हनी ट्रेप का शिकार बनाने पर पहले ही पुलिस गिरफ्त में है। इस पर पुलिस ने अफसाना खान व श्रवण गुर्जर को दूसरे व्यापारी को हनी ट्रेप का शिकार बनाने पर गिरफ्तार कर लिया। व्यापारी ने पुलिस को बताया कि उसे अफसाना ने कॉल किया और प्यार भरी बातें कर उसे मादड़ी चौराहे पर बुलाया, जहां पर वह गया, जहां महिला उसकी कार में बैठ गई और बाहों में भर लिया तथा किस का प्रयास करने लगी, तभी एक अन्य कार में आए कुछ युवकों ने वीडियो बना लिए। तभी श्रवण नामक युवक ने कहा कि अफसाना तो उसकी पत्नी है, वह उसके साथ क्या कर रहा है। इस तरह संगठित गिरोह ने उस वक्त 25 हजार रुपए नकद उसी वक्त हड़प लिए और जिंदा जलाने की धमकी दी। इस पर पीड़ित व्यापारी बोला कि वह जो कहेंगे वह करेगा। इस पर 10 लाख रुपए हर्जाने के रूप में मांगे, तो पीड़ित व्यापारी ने घर जाकर 3 लाख 75 हजार रुपए लाया, जो मोही रेलवे फाटक के पास जाकर दे दिए। उस वक्त आरोपियों ने कहा कि अगर इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो उसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे। उसके बाद भी आरोपी आए दिन उसे कॉल कर डरा, धमका रहे थे। अब एक व्यापारी के कांकरोली थाने में प्रकरण दर्ज होने के बाद उसे भी हिम्मत आई और वह थाने आया है। इस पर पुलिस ने दूसरा प्रकरण दर्ज करते हुए अफसाना व श्रवण गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया।
Crime News : पुलिस टीम ने की त्वरित कार्रवाई
Crime News : पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने हनी ट्रेप प्रकरण की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक और पुलिस उप अधीक्षक विवेक सिंह राव के निर्देशन एवं कांकरोली थाना प्रभारी हनवंत सिंह सोढ़ा के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन किया। इस टीम में एएसआई छोगालाल, जलेसिंह, हैड कांस्टेबल शक्तिसिंह, जगदीशचंद्र, पूरणसिंह, महेंद्रसिंंह, उमा, शंभूप्रतापसिंह, सुरेश कुमार, हिम्मतसिंह, नरेंद्र, रोशनलाल, दुर्गेश, विक्रमसिंह आदि शामिल है। इस बड़े हनी ट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ करना राजसमंद पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल व्यापारियों में विश्वास बहाल होगा, बल्कि अपराधियों के हौसले भी पस्त होंगे। पुलिस की तत्परता और कुशलता ने यह साबित कर दिया है कि कोई भी अपराधी कानून की पकड़ से बच नहीं सकता।
Crime Report : गिरोह का शातिर नेटवर्क
Crime Report : पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह गिरोह एक सोची-समझी रणनीति के तहत अमीर व्यक्तियों को टारगेट करता था। गिरोह की सदस्य जन्नत बानो, शालिनी और अन्य महिलाएं व्यापारियों और धनवान व्यक्तियों से मीठी-मीठी बातें करके उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाती थीं। इसके बाद उन्हें मिलने के लिए बुलाया जाता था। मिलने के दौरान गिरोह के अन्य सदस्य अचानक वहां पहुंचते और वीडियो बनाकर पीड़ित को बदनाम करने की धमकी देते थे। पीड़ित की गाड़ी छीनने, मारपीट करने और मोटी रकम वसूलने के बाद आरोपी उसे सुनसान जगह पर छोड़ देते थे।
DSP विवेकसिंह राव की आमजन से खास अपील
Rajasthan Police : राजसमंद पुलिस उप अधीक्षक विवेक सिंह राव ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी अनजान महिला या युवती की मीठी-मीठी बातों में न आएं। यदि कोई महिला या युवती की कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस तरह के मामलों में सतर्कता और पुलिस का सहयोग ही ऐसे अपराधों को रोक सकता है। पुलिस उप अधीक्षक ने कहा कि इस तरह की कोई भी वारदात घटित हो, तो उसे छिपाएं नहीं, बल्कि पुलिस को बताएं, ताकि भविष्य में होने वाली इस तरह की वारदातों को भी रोका जा सकें।