एक बच्चे ने अपना होमवर्क पूरा नहीं किया तो गुस्साए शिक्षक ने बच्चे की पिटाई कर दी। इससे बच्चेे की मौत हो गई। सुबह बच्चा घर से हंसला-खेलता स्कूल गया और स्कूल से बच्चे का शव घर आने पर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद आस-पास के लोग भी अपने बच्चों को लेकर डरे सहमे हुए है।
यह घटना राजस्थान के चूरू जिले की है जहां टीचर की पिटाई से 7th क्लास के बच्चे की मौत से कई सवाल खड़े हो गए हैं। बच्चे को केवल होमवर्क न करने की इतनी बड़ी सजा? मौत के बाद बच्चे के गांव सालासर थाना क्षेत्र के कोलासर में सन्नाटा पसरा हुआ है। स्कूल में पढ़ने वाले दूसरे बच्चों के माता-पिता भी डरे हुए हैं। आसपास के लोगों ने बच्चे के घर जाकर परिवार को संभाला। माता-पिता और एक बड़ा भाई और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। गणेश के हंसमुख स्वभाव और नटखट भरी शरारतों को याद करके परिवार रोता जा रहा हैं।
पिता ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि बेटे गणेश को लहूलुहान हालत में देखकर कांप गया। बांहों में लेकर उसे कलेजे से लगाया। मगर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रोते-रोते पिता ने कहा कि मेरा हंसता खेलता बच्चा ऐसे जुदा हो जाएगा, सोचा नहीं था। सुबह उसकी मां राजू देवी ने उसे तैयार करके स्कूल भेजा था। साथ में लंच बॉक्स भी दिया था और कहा था पूरा खाना खाकर आना। पिता ने कहा कि उसकी मां बार-बार गणेश को लेकर आने को कह रही है। उसके भाई-बहन उसकी याद में रोते जा रहे है। पिता ने रोते हुए कहा कि 13 साल के मेरे बच्चे को टीचर ने बड़ी बेरहमी से मारा। बच्चे के आंख, मुंह, सिर पर चोट के निशान थे। होमवर्क न करने की ऐसी सजा, न कभी देखी ना सुनीं। पिता ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। मगर बच्चों को पढ़ा-लिखाकर कुछ बनाना चाहता था। मगर स्कूल भेजने की सजा बेटे की मौत से मिल गई।