f 1 https://jaivardhannews.com/in-5-months-goods-worth-2-5-crores-including-10-lakh-cash-were-recovered-police-was-able-to-recover-goods-worth-90-lakh-rupees/

इलाके में बदमाशों हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। पुलिस का भय नहीं के चलते इलाके में लगातार वारदाते बढ़ रही हैं। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल खड़े होने लग गए हैं। कई दिनों से चोरी की वारदाते हो रही है। ऐसे में लोगो मे भय और गुस्सा बढ़ गया।और उनका घर से बहार निकलना एक प्रश्न बन चूका है लगातार वारदातों के बाद पुलिस वारदातें रोक नहीं पा रही हैं। ऐसे में आमजन में गुस्सा और डर बढ़ता जा रहा है आए दिन चोरी की खबरे सामने आ रही है जिससे लोग काफी डरे हुए है

जिले में पांच महीनाें में बदमाशाें ने चाेरी, लूट, डकैती और नकबजनी में लाेगाें काे जमकर लूटा है। आम जनता के पसीने की कमाई काे पुलिस न ताे चाेरी हाेने से राेक पाई और न ही वापस कर पाई। एक जनवरी से लेकर 31 मई तक जिले में 246 चाेरी, लूट, डकैती और नकबजनी हुई, जिसमें 2 कराेड़ 50 लाख रुपए कीमत का माल चाेरी हुआ। पुलिस ने कार्रवाही करते हुए मात्र 90 लाख रुपए का माल बरामद किया है। जिसमें नकदी ताे कुछ रिकवर नहीं हुआ है। पुलिस से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार एक जनवरी से 31 मई तक एक डकैती में करीब 80 हजार रुपए की लूट हुई है। वहीं पांच महीने में 12 लूट की घटनाएं हुई जिसमें करीब 10 लाख 46 हजार रुपए लूटे गए, वहीं 63 नकबजनी की वारदाताें में 71 लाख 79 हजार 340 रुपए की ज्वैलरी और अन्य सामान के साथ 170 चाेरियाें की घटनाओं में एक कराेड़ 67 लाख रुपए की ज्वैलरी सहित अन्य सामान और नकदी चुराकर ले गए। जिसमें पुलिस ने कार्रवाही करते हुए लूट की वारदताें में चाेरी गई राशि साढ़े 10 लाख में मात्र 3 लाख 15 हजार रुपए बरामद किए, वहीं नकबजनी में 71 लाख 79 हजार रुपयाें में 36 लाख 41 हजार रुपए का माल बरामद किया। इसके साथ ही 170 चाेरियाें में करीब एक कराेड़ 67 लाख रुपए की चाेरी हुई, जिसमें पुलिस ने 51 लाख 13 हजार रुपए की बरामदगी दिखाते हुए वापस पीड़ित काे लाैटाई है। 2 कराेड़ 48 लाख रुपए के नुकसान में पुलिस पांच महीनाें में करीब 90 लाख रुपए का माल रिकवर कर पाई।

सीसीटीवी कैमराें के बावजूद भी बदमाश आते पकड़

अपराध रोकने और खुलासा करने के लिए नगर परिषद क्षेत्र में अभय कमांड सेंटर सहित जिलेभर में कई कस्बाें में सीसीटीवी कैमरे सरकार ने भी लगवाए और निजी भी लगे हैं, लेकिन इसके बावजूद चोरी की वारदातें थम नहीं रही। 2020 में जिले में काेराेना के कारण 21 मार्च से लेकर 30 जून तक कर्फ्यू था। वहीं 2021 में भी मार्च से मई तक लाॅकडाउन रहा और बाद में अगस्त तक कभी बंद-कभी खुला रहा। फिर भी चोरी-नकबजनी में 11 प्रतिशत और लूट में 50 प्रतिशत से अधिक की बढ़ाेतरी हाे गई।

पिछले आठ साल से लगातार लूट, चाेरी व नकबजनी की वारदातें बढ़ी


8 वर्षों से लगातार लूट, चोरी व नकबजनी जैसे अपराध बढ़ रहे हैं। 2014 की तुलना 2021 में कई गुना बढ़ाेतरी हुई हैं। इसमें 2014 में 206, 2015 में 223, 2016 में 173, 2017 में 163 चोरियां ताे 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 435 पर पहुंच गया। वहीं 2022 के मात्र पांच महीने में 170 चाेरियां और 63 नकबजनी हाे चुकी है। वर्ष 2019 में 517 चोरियां और 163 नकबजनी हुई हैं। वहीं 2020 में 366 चाेरियां और 124 नकबजनी की वारदातें हुई।