घर आंगन में खेल रही 5 साल की मासूम बच्ची के रहस्यमयी तरीके से अपहरण के बाद एसपी सुधीर जोशी के साथ सवा सौ से ज्यादा पुलिस अफसरों व जवानों की फौज के साथ ग्रामीण रातभर बच्ची को तलाशते रहे, जबकि मासूम बच्ची के साथ शराबी युवक हाइवे आठ के पुलिया नीचे सो गया। सुबह पुलिस ने बदमाश युवक को गिरफ्तार करते हुए मासूम बच्ची को अपहरण से मुक्त करवा लिया। बच्ची के साथ ही कोई अनैतिक घटना नहीं हुई, जिससे पुलिस के साथ परिजनों ने भी राहत की सांस ली।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 19 फरवरी शाम करीब 4 बजे पांच साल की मासूम बच्ची भीम के बरतू से अचानक घर के बाहर खेलते हुए लापता हो गई। इस पर बच्ची की मां ने भीम थाने में पहुंचकर मासूम बच्ची के अपहरण होने की रिपोर्ट दे दी। घटना की सूचना पर मिलते ही एसपी सुधीर जोशी खुद भी भीम पहुंच गए, जहां एएसपी शिवलाल बैरवा, भीम डीएसपी राजेंद्रसिंह के नेतृत्व में भीम सीआई संगीता बंजारा, दिवेर थाना प्रभारी सुरेंद्रसिंह, देवगढ़ थाना प्रभारी दिलीपसिंह व बार थाना प्रभारी राजदीपेंद्रसिंह के साथ 125 पुलिस अधिकारी व जवानों की फौज तलाश में जुट गई। साथ ही भीम पूर्व सरपंच एवं ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमरसिंह रावत के साथ सौ से ज्यादा युवाओं व ग्रामीण भी बच्ची की तलाश में पुलिस के साथ जुट गए। रातभर पुलिस व ग्रामीणों की टीम ने भीम कस्बे के साथ ही पाटिया, टोगी, काकरमोड़ा तक गहन तलाश की गई, मगर कोई पता नहीं चल सका। पुलिस ने सात किमी. की परिधि में घर घर दस्तक देकर बच्ची की तलाश के प्रयास सुबह तक चलते रहे। तभी हाइवे 8 के पुलिया नीचे से एक संदिग्ध युवक बाहर निकला, जिसे लोगों ने घेर लिया। तभी पुलिस की टीम पहुंच गई और अजमेर जिले के खोडमाल, टॉडगढ़ निवासी हिम्मतसिंह पुत्र मकनसिंह रावत को गिरफ्तार कर उसके चंगुल से मासूम बालिका को मुक्त करवा दिया।
मां ने पूर्व पति सहित दो के खिलाफ दी थी रिपोर्ट
बरतू से 5 साल की बच्ची के अपहरण को लेकर महिला ने उसके पूर्व पति प्रतापसिंह के बेटे कुशालसिंह और रविंद्रसिंह पर शक जताया। इस पर पुलिस ने महिला द्वारा जिन पर शक जताया, उन पर पहुंची, मगर बच्ची के बारे में पता नहीं चला। बाद में पुलिस ने दिनभर में बरतू में उस महिला के घर जो जो भी लोग आए, उन्हें सूचीबद्ध करते हुए हर एक व्यक्ति की तलाश शुरू की, जिसमें हिम्मतसिंह रावत का नाम भी आया। पुलिस उसे रातभर तलाशती रही, मगर आरोपी का मोबाइल रात बारह बजे बंद हो गया और वह शराब के नशे में चूर होकर हाइवे आठ के पुलिया के नीचे बच्चे को लेकर गया, जहां सो गया था। सुबह पुलिस ने बच्ची को दस्तियाब कर परिजनों को सौंप दिया।
बालिका के अपहरण के पीछे की कहानी
मासूम बालिका को दस्तियाब करने के साथ गिरफ्तार आरोपी हिम्मतसिंह रावत से पुलिस द्वारा गहन पूछताछ की गई, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे भी हुए। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बच्ची के नजदीकी रिश्तेदार महिला से उसके अवैध संबंध थे। इसीलिए वह उस महिला को भगा ले जाने के फिराक में था और इसीलिए उसने बच्ची का अपहरण कर उस महिला पर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन मामला पूरा उलट हो गया।
गांव के युवा व ग्रामीणों का खूब सहयोग
मासूम बच्ची के अपहरण की घटना के बाद पुलिस के साथ भीम के युवा व ग्रामीणों ने भी खूब सहयोग किया। सवा सौ से ज्यादा पुलिस अधिकारी व जवानों ने गहन तलाश की। इसमें गांव के सौ से ज्यादा ग्रामीण भी शामिल हुए। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने भी ग्रामीणों की खूब प्रशंसा की।