विदेश में नौकरी का झांसा दिलाने व वीजा बनवाने का झांसा देकर डेढ़ लाख रुपए ठगी का मामला सामने आया है। इसमें पीड़ित ने जमीन गिरवी रखकर व ब्याज पर रुपए जुटाए थे, लेकिन न तो उसे नौकरी मिली और न ही विदेश का वीजा बना। यह मामला है राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला थाना इलाके का, जहां के एक व्यक्ति को विदेशी नौकरी व वीजा बनवाने का झांसा 1.50 लाख ऐंठ लिए।
पीडित इंद्रमल लोहार पुत्र शंकर लाल लोहार की रिपोर्ट पर डूंगला थाने में दर्ज प्रकरण में बताया कि धरियावद (प्रतापगढ़) निवासी आरोपी दिलीप लोहार उसका परिचित है, जो विदेश में जॉब करता है। दिलीप ने इंद्रमल को विदेश में नौकरी का झांसा दिया और वीजा बनवाने के लिए 1.50 लाख रुपये मांगे। इंद्रमल ने जमीन गिरवी रखकर और ब्याज पर उधार लेकर यह रकम दिलीप को दे दी। आधा फरवरी महीना निकल जाने के बाद भी इंद्रमल का वीजा नहीं बना। दिलीप से बात की तो टालने लगा और फिर धमकी देना शुरू कर दिया। इंद्रमल ने पहले डूंगला थाने में परिवाद दिया था। उस दौरान आरोपी को बुलाया गया था। तब दिलीप ने रुपए चुकाने की बात कही थी। दो दिन पहले एक टीम को धरियावद भेजा गया लेकिन आरोपी फरार हो गया। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। बताया कि आरोपी ने एक लाख रुपए जनवरी माह में ले लिए, जबकि 50 हजार रुपए बाद में उसके बैंक खाते में जमा करवाए। बताया कि आरोपी धमकी दे रहा था और रुपए नहीं चुका रहा है।
आमजन के लिए एक सबक है यह घटना
यह मामला उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो विदेशी नौकरी के झांसे में आ जाते हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी व्यक्ति को पैसे देने से पहले उसकी जांच-पड़ताल कर लें और किसी भी तरह के झांसे में न आएं।
यह भी ध्यान रखें:
- किसी भी व्यक्ति को पैसे देने से पहले उसकी जांच-पड़ताल कर लें।
- विदेशी नौकरी के झांसे में न आएं।
- किसी भी सरकारी काम के लिए पैसे देने से पहले संबंधित विभाग से जानकारी प्राप्त करें।
ठगी का शिकार होने पर यहां करें संपर्क
- राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन: 1800-11-4000
- भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C): 155260
- साइबर अपराध की रिपोर्टिंग के लिए: https://cybercrime.gov.in/
- राजस्थान में पुलिस सहायता नंबर 100