कुंभलगढ़ वन्य जीव अभ्यारण्य में तीन महीने बाद एक बार फिर से जंगल सफारी शुरू हो गई है। वन विभाग और प्रशासन द्वारा मानसून शुरू होेने के बाद जंगली सफारी बंद कर दी जाती है। क्योंकि जंगल में वाहन फंस जाते है। लेकिन मानसून सीजन समाप्त हाेेने के बाद फिर से जंगल सफारी शुरू हो गई है।
राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ वन्यजीव अभ्यारण में तीन महीने बाद जंगल सफारी केलवाड़ा से हुई। वन विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों ने जिप्सी चालकों तथा इक्को गाईड का माला पहनाकर इसकी शुरुआत की गई। क्षेत्रीय वन अधिकारी किशोर सिंह ने बताया कि पहले दिन 30 जिप्सी में पर्यटकों ने अपने परिवार के साथ जंगल की सेर कर वन्यजीवों को देखा। पहले दिन करीब 180 पर्यटकों ने जंगल में सांभर, जंगली मुर्गे और अन्य वन्यजीवों को देखा।
क्षेत्रीय वन अधिकारी किशोर सिंह ने बताया कि इस बार जिप्सी शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। जिप्सी किराया में 200 रुपए की वृद्धि कर 2200 रुपए से 2400 रुपए किए। इक्को गाईड के रेट में 50 रुपए की बढ़ोतरी कर नई कीमत 350 रुपए की गई। वन विभाग की ओर से जिप्सी एंट्री फीस 275 रुपए और प्रति व्यक्ति 75 रुपए के साथ 10 रुपए स्वच्छ्ता शुल्क रहेगा। जंगल सफारी की शुरुआत पैराडाइज होटल के बाहर से वन विभाग के डीएफओ फतेह सिंह राठौड़, उपखंड अधिकारी जयपाल सिंह राठौड़, पूर्व विधायक गणेश सिंह परमार, हेरिटेज सोसाइटी के सचिव कुबेर सिंह सोलंकी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान शाहिद खान, रघुनाथ, राजेश जैन, राजूसिंह आरेट, शंकर सिंह दसाणा, देवी सिंह खरवड़ सहित जिप्सी चालक मौजूद थे।