ड्राइवर का एरियर बनाने के लिए जलदाय विभाग के कनिष्ठ सहायक ने 12 हजार की रिश्वत मांगी। शिकायत पर एसीबी टीम ने सत्यापन कर आरोपी कनिष्ठ सहायक को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी 7 हजार रुपए पहले ही ले चुका है।
जोधपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) ने सोमवार को जलदाय विभाग के एक वरिष्ठ सहायक विक्रम शर्मा को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते दबोच लिया। उसने यह राशि विभाग के ही एक ड्राइवर का बकाया एरियर बिल तैयार करने की एवज में लिए थे। सात हजार रुपए वह पहले ही ले चुका था। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपालसिंह लखावत ने बताया कि अपना नाम जाहिर नहीं करने वाले परिवादी ने एसीबी के समक्ष उपस्थित होकर बताया कि उसके काका सांवरमल डूडी जलदाय विभाग में चालक के पद पर कार्यरत है।
उसकी सेवा में व्यवधान होने के कारण वेतन भी कम मिल रहा है। छठा व सातवां वेतन आयोग के साथ ही द्वितीय व तृतीय चयनित वेतनमान का भी भुगतान बकाया चल रहा है। यह राशि करीब पच्चीस लाख रुपए है। इस भुगतान को कराने के लिए जलदाय विभाग के ड्रिलिंग उपखंड के सहायक अभियंता कार्यालय में वरिष्ठ सहायक विक्रम शर्मा पूर्व में पांच हजार रुपए अग्रिम ले चुका है। शिकायत का सत्यापन कराने के दौरान उसने दो हजार रुपए और ले लिए। इसके बाद एसीबी की टीम ने परिवादी को पांच हजार रुपए के साथ में विक्रम शर्मा के पास भेजा। रिश्वत की राशि लेकर उसने अपनी जेब में डाल दी। उसी समय एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया और जेब से रंग लगे पांच हजार रुपए बरामद कर लिए। विक्रम शर्मा को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।