शराब तस्करी की रोकथाम को लेकर राजसमंद जिल में दिवेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस ने हाइवे से गुजरते एक कंटेनर की तलाशी ली, तो 114 कुलरों के नीचे छिपाकर 15 लाख रुपए की शराब तस्करी करते हुए दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पंजाब निर्मित शराब तस्करी कर गुजरात पहुंचाई जा रही थी। पुलिस ने कंटेनर, शराब के साथ कुलरों को जब्त कर लिया। कंटेनर नंबर के आधार पर मालिक व शराब तस्करी के मुख्य आरोपी तक पहुंचने के प्रयास में पुलिस गहन तहकीकात में जुट गई है।
दिवेर थाना प्रभारी भवानीशंकर ने बताया कि अवैध मादक पदार्थ रोकथाम को लेकर एसपी मनीष त्रिपाठी, एएसपी महेंद्र कुमार पारीक व भीम डीएसपी राजेंद्र सिंह के निर्देशन में चल रहे अभियान के तहत पुलिस टीम द्वारा दिवेर थाने के बाहर हाइवे आठ पर वाहनों की सघन तलाशी शुरू की। इसी के तहत एक कंटेनर को रोका, तो पुलिस की पूछताछ में चालक व खलासी काफी घबरा गए। इस पर पुलिस ने का शंका होने पर दोनों को नीचे उतारकर कंटेनर को खुलवाकर देखा गया, जिसमें पीछे की तरफ 114 कुलर भरे हुए थे, जबकि उनके पीछे अंग्रेजी शराब व बीयर के कार्टून भरे हुए थे, जो पंजाब निर्मित शराब थी। पुलिस जांच में आरोपियों के पास न तो शराब ले जाने का कोई लाइसेंस था और न ही अन्य कोई दस्तावेज बता पाए। इस पर पुलिस ने मोडा काकर, बालातो की गवार, भीम निवासी चालक सोहनसिंह (35) पुत्र लालसिंह सुजावत रावत और रघुपुरा, नेड़ी, भीम निवासी खलासी नारायणसिंह (25) पुत्र राजूसिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अंग्रेजी शराब, बियर, कंटेनर के साथ उसमें मिले कुलरों को भी जब्त कर लिया। साथ ही आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेने की कार्रवाई चल रही है।
168 कार्टून में भरी थी अंग्रेजी व बियर शराब
कंटेनर में तस्करी कर ले जाई जा रही पंजाब निर्मित अंग्रेजी शराब व बियर के कुल 168 कार्टून भरे हुए थे। दिवेर थाना प्रभारी भवानीशंकर की सजगता के चलते आरोपियों के हाव भाव पर शक हुआ और तत्काल दोनों को पकड़कर तलाशी ली गई। कंटेनर से शराब तस्करी का खुलासा हो गया। कंटेनर से निकाल शराब को देखा गया, तो 168 पेटी शराब कार्टून थे, जिसमें 46 कार्टून राॅयल चेलेन्ज व्हिस्की, 36 कार्टून मैक्डोवेल्स नम्बर वन व्हिस्की, 50 कार्टून इम्पेरीयल ब्लू व्हिस्की, 36 कार्टून किंगफिशर सुपर स्ट्रोंग प्रिमियम ब्राण्ड की बीयर मिली। इसकी बाजार कीमत करीब 15 लाख रुपए बताई जा रही है।
शराब तस्करी के रैकेट तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण
पंजाब से गुजरात तक शराब तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश करन पुलिस के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहता है। क्योंकि शातिर तस्कर कुछ जिले या प्रत्येक जिले की सीमा पार के लिए अलग अलग ड्राइवरों को रखते हैं और खास बात यह है कि कई बार ड्राइवरों को कंटेनर मालिक के बारे में भी पता नहीं होता, उन्हें तो सिर्फ कंटेनर को एक से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए कह दिया जाता है। साथ ही वाहन भी ज्यादातर बिना नंबरी, चोरी के होते हैं। इस कारण पुलिस के लिए शराब तस्करी के मुख्य सरगना तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। फिलहाल इस मामले में दिवेर पुलिस द्वारा कंटेनर के नंबर व चेचिस नंबर के आधार पर कंटेनर मालिक के बारे में पड़ताल की जा रही है। उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
शराब तस्करी पकड़ने में यह पुलिस टीम
- भवानीशंकर, थाना प्रभारी दिवेर
- विकास कुमार, हैड कांस्टेबल
- किशोरसिंह, हैड कांस्टेबल
- दिनेश कुमार, कांस्टेबल
- सतीश कुमार, कांस्टेबल
- महेन्द्र, कांस्टेबल
- नरेन्द्र, कांस्टेबल
- श्रवण कुमार, कांस्टेबल
- जयनारायण, कांस्टेबल
- गोविंद सहाय, कांस्टेबल
- रंगलाल, कांस्टेबल
- यशपालसिंह, कांस्टेबल