
Mahakumbh Traffic Jam Video : महाकुंभ मेले में स्नान पर्व के पहले ही अपेक्षा से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण भारी अव्यवस्था देखी जा रही है। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी श्रद्धालुओं से प्रयागराज की ओर न जाने की अपील कर रहे हैं। यह वीडियो “Really Bharat @ReallyBharat” नामक सोशल मीडिया अकाउंट से प्लेटफॉर्म ‘X’ पर साझा किया गया है।
वीडियो के साथ किए गए पोस्ट में लिखा गया है कि “मध्यप्रदेश पुलिस प्रयागराज से 300 किलोमीटर पहले ही खड़ी होकर श्रद्धालुओं से अनुरोध कर रही है कि वे महाकुंभ के लिए आगे न बढ़ें और यदि संभव हो तो वापस लौट जाएं।” वीडियो में अधिकारी स्पष्ट रूप से यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि “आगे बहुत भीड़ है, यातायात पूरी तरह बाधित हो चुका है। यदि संभव हो तो आप यहीं से लौट जाएं क्योंकि आगे बढ़ना मुश्किल होगा।”
रविवार को प्रयागराज की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर घंटों लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा, जिससे श्रद्धालुओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। रेलवे स्टेशन के बाहर भी अपार भीड़ देखने को मिली, जिसके कारण प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद करने की खबर सामने आई। अधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह 8 बजे तक लगभग 10 लाख कल्पवासियों सहित कुल 46.19 लाख श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने महाकुंभ के आरंभ होने के बाद से अब तक करीब 44 करोड़ लोग संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं।
बढ़ती भीड़ से प्रशासन के सामने चुनौती
महाकुंभ, जो कि विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, इसमें हर बार करोड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस बार अपेक्षा से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं, जिससे व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। हालात को संभालने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और हर संभव प्रयास कर रहा है कि यातायात और अन्य सुविधाओं को जल्द से जल्द सामान्य किया जा सके।
PRAYAGRAJ JAM : प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे अनावश्यक रूप से भीड़ न बढ़ाएं और प्रयागराज जाने से पहले ट्रैफिक अपडेट प्राप्त कर लें। यदि संभव हो तो स्नान पर्व के दिनों में यात्रा से बचें या वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। इस बीच, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के कारण यह मुद्दा और अधिक चर्चा में आ गया है। प्रशासन की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी तैनात किए गए हैं, ताकि यातायात को सुचारु रूप से संचालित किया जा सके। श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। इसके अलावा, वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जा रही है ताकि यातायात का दबाव कम किया जा सके। रेलवे और बस सेवा को भी अधिक सक्रिय किया गया है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि यदि संभव हो तो वे अपने महाकुंभ दर्शन की यात्रा को कुछ समय के लिए टाल दें, जिससे अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।
प्रयागराज जाने वाले प्रमुख मार्गों पर भीषण जाम :
- प्रयागराज-वाराणसी मार्ग: 20 किमी
- प्रयागराज-मिर्जापुर मार्ग: 10-12 किमी
- लखनऊ-रायबरेली-प्रतापगढ़ मार्ग: 25-30 किमी
- प्रयागराज-जौनपुर मार्ग: 15-17 किमी
- प्रयागराज-चित्रकूट मार्ग: 10 किमी
- प्रयागराज-रीवा मार्ग: 25-30 किमी
- प्रयागराज-कौशांबी मार्ग: 10 किमी
अयोध्या-प्रयागराज हाईवे पर भारी जाम
महाकुंभ से श्रद्धालुओं के अयोध्या आने का सिलसिला जारी है, जिसके चलते अयोध्या-प्रयागराज हाईवे और सुलतानपुर सीमा तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुलतानपुर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर वाहनों को रोक दिया है। लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
Mahakumbh 2025 : संगम घाट रेलवे स्टेशन 14 फरवरी तक बंद
Mahakumbh 2025 : श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ को ध्यान में रखते हुए उत्तर रेलवे ने प्रयागराज संगम स्टेशन को 9 फरवरी दोपहर 1:30 बजे से 14 फरवरी की रात 12:00 बजे तक यात्रियों के आवागमन के लिए बंद कर दिया है। हालांकि, प्रयागराज जंक्शन और अन्य रेलवे स्टेशनों जैसे नैनी, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूंसी से नियमित और स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
शहर के भीतर भी जाम की स्थिति गंभीर बनी हुई है। श्रद्धालु 15-20 किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर हैं। सभी प्रमुख चौराहों और सड़कों पर जाम की समस्या बनी हुई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
शटल बसों की किल्लत, पीपा पुल बंद
श्रद्धालुओं के लिए 500 शटल बसें चलाने का दावा किया गया था, लेकिन श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें बसें नहीं मिल पा रही हैं। इसके अलावा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति के चलते सभी पीपा पुलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
खाने-पीने की समस्या
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण नैनी, झूंसी और फाफामऊ क्षेत्रों में स्थित ढाबों और रेस्टोरेंट में राशन समाप्त हो चुका है। पिछले चार दिनों से करोड़ों की संख्या में लोग प्रयागराज की ओर आ रहे हैं, जिससे भोजन-पानी की व्यवस्था चरमरा गई है।
धूप में जल रही गाड़ियां, जाम में फंसे लोग
भीषण जाम के बीच तपती धूप के कारण कई गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। रविवार को बेला कछार के पास मलाक हरहर रेलवे क्रॉसिंग के समीप जाम में फंसी एक स्कॉर्पियो में अचानक आग लग गई। जब तक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचती, पूरी गाड़ी जलकर खाक हो गई। इसी प्रकार, हरदोई में भी एक कार में आग लगने की घटना सामने आई।
5 फरवरी की रात से उमड़ने लगी भीड़
29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के बाद महाकुंभ में अचानक से श्रद्धालुओं की भीड़ में भारी गिरावट देखने को मिली। इसके बाद बसंत पंचमी के अंतिम शाही स्नान के दिन भी वैसा विशाल जनसैलाब नहीं उमड़ा, जिसकी उम्मीद थी। बसंत पंचमी के बाद 5 फरवरी तक हालात सामान्य बने रहे। कभी खचाखच भरे रहने वाले संगम घाट पर भी भक्तों की संख्या अपेक्षाकृत कम ही नजर आई। लेकिन इसके बाद 5 फरवरी की रात से महाकुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ अचानक बढ़ने लगी। अगले दिन 6 फरवरी को प्रयागराज आने वाले मार्गों पर जाम लगना शुरू हो गया, हालांकि स्थिति अभी नियंत्रण में थी। लेकिन 7 फरवरी से हालात तेजी से बदलने लगे और प्रयागराज से जुड़ने वाले सभी सात प्रमुख रास्ते पूरी तरह अवरुद्ध होने लगे। परेशानी तब और बढ़ गई जब महाकुंभ नगर में भी अपार जनसैलाब उमड़ पड़ा। धीरे-धीरे यही स्थिति शहर के अन्य इलाकों में भी बनती चली गई। चाहे वह नैनी का क्षेत्र हो या झूंसी का, हर तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आने लगी। संगम से सटे इलाकों में चारों ओर भक्तों का महासागर उमड़ पड़ा। 8 और 9 फरवरी को तो स्थिति और विकट हो गई। प्रयागराज के भीतर और बाहर दोनों ही ओर यातायात पूरी तरह ठप हो गया और सड़कों पर सिर्फ जाम ही जाम नजर आने लगा। स्थिति अब भी वैसी ही बनी हुई है।
Mahakumbh Traffic : अब तक कितने श्रद्धालु पहुंचे
Mahakumbh Traffic : अनुमान के मुताबिक, बीते चार दिनों में 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान कर चुके हैं। अगर केवल रविवार की बात करें, तो अकेले उस दिन ही 1 करोड़ 57 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, सोमवार को दोपहर तक यह संख्या 83 लाख तक पहुंच गई थी। यह सिलसिला अनवरत जारी है और संगम सहित पूरे मेला क्षेत्र के सभी 12 घाटों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार को गंगा स्नान करने वाले भक्तों की संख्या 2 करोड़ तक पहुंच सकती है। इसके अलावा, करीब 10 से 12 लाख लोग अभी भी रास्ते में हैं और संगम की ओर बढ़ रहे हैं। इस तरह, दो दिनों में लगभग ढाई करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम स्नान कर चुके हैं।
प्रयागराज में ट्रैफिक अव्यवस्था को लेकर अखिलेश यादव ने साधा निशाना
महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में फैली ट्रैफिक अव्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “प्रयागराज में चारों ओर फैले भीषण ट्रैफिक जाम के कारण आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। खाद्यान्न, सब्जियां, मसाले, दवाइयां, पेट्रोल और डीजल तक श्रद्धालुओं को उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इससे न केवल प्रयागराज बल्कि महाकुंभ परिसर और आने-जाने वाले मार्गों पर फंसे करोड़ों श्रद्धालुओं की स्थिति हर घंटे बद से बदतर होती जा रही है। यह बेहद गंभीर स्थिति है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।”