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Maharana Pratap Facts in hindi : महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े रोचक तथ्य, Interesting life Story

08 05 2023 maharana pratap birth anniversary 23406732 https://jaivardhannews.com/maharana-pratap-life-to-interesting-facts/

Maharana Pratap : मेवाड़ के आन बान, शान व स्वाभिमान के लिए जाने व पहचाने वाले महाराणा प्रताप का पूरा जीवन ही आदर्श है। उनके जीवन के कुछ ऐसे रोचक फैक्ट है, कुछ ऐसे रोचक तथ्य है, जो आपके इतिहास की जानकारी को बढ़ाएगा और आपको महाराणा प्रताप के जीवन प्रसंग से कुछ प्रेरणास्पद जानकारी भी मिली। जीवनसिंह तंवर के फेसबुक पेज से कुछ ऐसी ही रोचक जानकारी संकलित की गई है।

Maharana Pratap History : 14 पत्नियां व परिवार

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कुछ अन्य रोचक तथ्य, जो जानना जरूरी

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Maharana Pratap के कुछ रोचक जानकारी

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महाराणा प्रताप जयन्ती तिथि अनुसार ही क्यों..?

हिंदुआ सूर्य महाराणा प्रताप जी! ने हिन्दू धर्म के रक्षण हेतू मुगलों से आजीवन अविरत संघर्ष किया। उनका जन्म-“मिति ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया विक्रम संवत-1597” को हुआ था, उस दिन अंग्रेजी तारीख 9 मई 1540 ही थी। जब हम हिन्दू धर्म के सभी पर्व होली, दीपावली, दशहरा, रक्षाबन्धन तिथि अनुसार ही मनाते है, तो फिर हिन्दू महापुरुषों की जयन्ती अंग्रेजी तारीख अनुसार क्यों? अतः हिन्दू परम्परा के अनुसार इस बार भी महाराणा प्रताप जी की 484 वीं जयन्ती हमें तिथि अनुसार 22 मई 2023 को ही मनाना चाहिए।

(साभार : इसमें सामग्री जानकारी जीवनसिंह तंवर के फेसबुक से ली गई है।)

महाराणा प्रताप को किसने मारा

महाराणा प्रताप को मरते दम तक अकबर अधीन करने में असफल ही रहा। अंततः महाराणा प्रताप की मृत्यु अपनी राजधानी चावंड में धनुष की डोर खींचने से उनकी आंत में लगने के कारण इलाज के बाद 57 वर्ष की उम्र में 29 जनवरी, 1597 को हो गई। इस तरह महाराणा प्रताप को किसी से नहीं मारा था। प्रताप की वीरता ऐसी थी कि उनके दुश्मन भी उनके युद्ध-कौशल के कायल थे। माना जाता है कि इस योद्धा की मृत्यु पर अकबर की आंखें भी नम हो गई थीं।

हल्दीघाटी के युद्ध में विजय किसकी हुई?

हाल ही पुरातत्व विभाग द्वारा भी राजसमंद जिले के हल्दीघाटी में युद्ध महाराणा प्रताप द्वारा ही जीतना दर्शाया है। हालांकि पहले उदयपुर में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में इतिहास के विषय में पढ़ाया जा रहा है कि हल्दीघाटी युद्ध में अकबर की जीत हुई थी, जबकि अनेक इतिहासकार इसके खिलाफ हैं। उनके अनुसार साक्ष्य यह साबित कर चुके हैं कि हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप की जीत हुई थी। पुरातत्व विभाग ने भी यह माना है कि हल्दीघाटी का युद्ध अकबर ने नहीं, बल्कि महाराणा प्रताप ने जीता था। 1579 से 1585 तक एक के बाद एक गढ़ जीतते गए। महाराणा की सेना ने मुगल चौकियों पर आक्रमण शुरू कर दिए और तुरंत ही उदयपूर समेत 36 महत्वपूर्ण स्थान पर फिर से महाराणा का अधिकार स्थापित हो गया। महाराणा प्रताप ने जिस समय सिंहासन ग्रहण किया , उस समय जितने मेवाड़ की भूमि पर उनका अधिकार था , पूर्ण रूप से उतने ही भूमि भाग पर अब उनकी सत्ता फिर से स्थापित हो गई थी। बारह वर्ष के संघर्ष के बाद भी अकबर उसमें कोई परिवर्तन न कर सका। और इस तरह महाराणा प्रताप समय की लंबी अवधि के संघर्ष के बाद मेवाड़ को मुक्त करने में सफल रहे और ये समय मेवाड़ के लिए एक स्वर्ण युग साबित हुआ। मेवाड़ पर लगा हुआ अकबर ग्रहण का अंत 1585 ई. में हुआ। उसके बाद महाराणा प्रताप उनके राज्य की सुख-सुविधा में जुट गए,परंतु दुर्भाग्य से उसके ग्यारह वर्ष के बाद ही 19 जनवरी 1597 में अपनी नई राजधानी चावंड में उनकी मृत्यु हो गई।महाराणा प्रताप की मौत का कोई पुख्ता सुबूत तो नही मिल पाया था लेकिन कहा गया है कि चवण में 56 की उम्र में शिकार करते समय एक दुर्घटना होने से उनकी मौत हो गई।

महाराणा प्रताप ने अकबर को कितनी बार हराया ?

महाराणा की सेना ने मुगल चौकियों पर आक्रमण शुरू कर उदयपुर समेत 36 बेहद अहम ठिकानों को अपने अधिकार में ले लिया। यानी उन्होंने अकबर की सेना को 36 बार से ज्यादा बार मात दी थी। महाराणा प्रताप तुक के मुगल सम्राट अकबर से कभी भी हारे नहीं था। अधिकतर मौकों पर युद्ध का कोई परिणाम नहीं निकला था। महाराणा प्रताप ने मुगलों के अतिक्रमणों के खिलाफ अनगिनत लड़ाइयां लड़ी थीं। अकबर को महाराणा प्रताप ने मुख्य रूप से वर्ष 1577,1578 व 1579 के युद्ध में तीन बार बुरी तरह से हराया था।

Maharana Pratap Jayanti : महाराणा प्रताप जयंती

महाराणा प्रताप जयंती 9 मई कोर्ठ मनाई जाती है। इसी दिन महाराणा प्रताप का जन्म हुआ था। इसे राजस्थान में एक त्योहार की तरह मनाते हैं व सार्वजनिक अवकाश भी रहता है। यह आमतौर पर 9 मई को मनाया जाता है, लेकिन कुछ लोग 22 मई को भी मनाते हैं। ज्योतिष पंचांग की मानें तो उनका जन्म ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन पुष्य नक्षत्र में हुआ था, जो विक्रम संवत 2080 में आज के दिन है। यही कारण है कि कुछ ही दिनों के अंतराल पर वीर महाराणा प्रताप की जयंती दो बार मनाई जाती है।

Cast of Bharat ka veer Putra Maharana Pratap : प्रताप की जाति

महाराणा प्रताप एक राजपूत शासक थे, जो सिसोदिया वंश के है। राणा प्रताप मेवाड़ के राजपूत संघ के हिन्दू महाराजा थे। अब पश्चिमोत्तर भारत और पूर्वी पाकिस्तान में हैं। वह मेवाड़ राजवंश के सिसोदिया का है। उन्हें “मेवाड़ी राणा” शीर्षक दिया गया था। मध्यकालीन भारत में राजपूत एक योद्धा जाति थे, जो अपनी बहादुरी और युद्ध कौशल के लिए जाने जाते थे।

Maharana Pratap Photo : महाराणा प्रताप की असली फोटो

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