एक महिला की बचपन में शादी हो गई थी। उसने उसे छोड़ दूसरे से शादी कर ली फिर तीसरे से वल लिन इन में रहने लगी। इसके बाद उसने तीन प्रेमी बनाए। जब तीनों प्रेमी में आपस में भिड़ तो एक की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।
राजस्थान के जयपुर में अवैध संबंधों में प्रेमी की हत्या व महिला की हत्या के प्रयास का खुलासा करते हुए दूसरे प्रेमी को पुलिस ने गुरुवार को सवाईमाधोपुर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में सामने आया कि महिला की शादी बचपन में हो गई थी। उसे छोड़ कर दूसरे से शादी की, फिर तीसरे से लिव इन में रहने लगी। इसके बाद तीन प्रेमी बनाए। तीनों प्रेमी 30 अगस्त को आपस में भीड़ गए थे। पुलिस ने इस मामले में मुकेश नाम के प्रेमी को गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उसे तीन दिन के रिमांड पर सौंप दिया गया है।
डीसीपी साउथ हरेंद्र महावर ने बताया कि मोहन धाकड़ (30) निवासी भरतपुर की दो दिन पहले पत्थर से सिर को कुचल कर हत्या कर दी थी। मुहाना पुलिस ने हत्या के आरोपी मुकेश शर्मा उर्फ सूक्या (42) पुत्र राधेश्याम निवासी बामनबडोदा निवासी गंगापुर, सवाई माधोपुर को गिरफ्तार किया है। मुहाना मंडी में 31 अगस्त को दुधिया भैरू मंदिर के पुजारी मनमोहन ने बसंती व मोहन धाकड़ को बेहोश पड़े देखकर पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने बसंती को इलाज के लिए भर्ती करा दिया था और मोहन की मौत होने पर शव को एसएमएस में रखवा दिया था। मोहन के भाई भोले सिंह ने शव की पहचान कर भाई की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मुहाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो कई बातें सामने आई। घायल महिला कलावती उर्फ बसंती हजारीबाग झारखंड की रहने वाली है। उसकी शादी गंगापुर सिटी सवाईमाधोपुर के रहने वाले नाथू कोली से बचपन में हो गई थी। दोनों के एक लड़का है, जो जयपुर में रहता है। नाथूकोली से विवाद होने पर कलावती गंगापुर सिटी के पास गांव में रहने वाले घासीराम के साथ लिव इन में रहने लगी। घासीराम की उम्र काफी थी। इसी कारण से वह घासीराम को छोड़कर पड़ोस में रहने वाले कन्हैयालाल के साथ प्रतापनगर, जयपुर में आकर रहने लगी। दोनों ने लव मैरिज कर ली। इनके दो लड़के व एक लड़की है। कन्हैयालाल ने प्रेम से उसका नाम बसंती रख दिया था।
कन्हैयालाल का रोड एक्सीडेंट में पैर फैक्चर हो गया था। उसका इलाज चल रहा था। इसी दौरान बसंती की पहचान मुकेश शर्मा से हो गई। दोनों में प्रेम हो गया। तब बसंती ने मुकेश के नाम का टैटू बनवा कर हाथ पर लगवा लिया था। बसंती कन्हैयालाल को छोड़कर मुकेश के साथ रहने लग गई। बसंती और मुकेश के दो बच्चे हो गए। बसंती जयपुर में आकर मुकेश के साथ आकर रहने लगी थी। जयपुर में मुकेश शर्मा मजदूरी करता था। इसी दौरान बसंती की पहचान मोहन धाकड़ से हो गई। दोनों के बीच में अफेयर हो गया। अब वह अक्सर मोहन के साथ रहने लग गई थी। ये बात मुकेश को पता लग गई थी। मुकेश नए प्रेमी के आने से बसंती से नाराज रहने लग गया था। मुकेश सवाईमाधोपुर जिले के बौंली में जाकर मजदूरी करने लग गया। वह बसंती को भी अपने साथ ले गया था। 15 दिन पहले बसंती रात के समय में मौका देखकर वापस मोहन के पास जयपुर आ गई थी।
30 अगस्त को मुकेश 7 साल के बेटे को लेकर बसंती को तलाश करने के लिए जयपुर आया था। उसी दिन शाम को मुहाना मंडी में बसंती के तीनों प्रेमी कन्हैयालाल, मुकेश व मोहन धाकड़ मिले। बसंती के पति कन्हैयालाल की प्रेमिका कमली भी साथ में ही थी। तभी आपस में तीनों प्रेमी के बीच में विवाद होने लगा था। मुकेश की बसंती व मोहन से कहासुनी हो गई। बसंती और मोहन ने अधिक शराब पी रखी थी। मुकेश ने गुस्से में आकर पत्थर उठाकर मोहन के सिर पर मार दिया। पुलिस ने कन्हैयालाल व प्रेमिका कमली को पकड़ा तो पूरे मामले का खुलासा हुआ।