पति को पहले नींद की गोलिया खिलाई फिर मां बेटी ने मिलकर उसे डंडों से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी। घर में खून के निशान मिटाने के लिए गोबर से पीप दिया। सवाई माधोपुर के सूरवाल क्षेत्र के पढ़ाना गांव में बीते दिन हुई हत्या का खुलासा पुलिस ने 24 घंटे में कर दिया है। पुलिस के अनुसार, हंसराज मीणा की हत्या उसकी बेटी और पत्नी ने मिलकर की। हंसराज और उसकी पत्नी के बीच दो साल से झगड़ा चल रहा था।
असल में हंसराज और उसकी पत्नी बरफी के बीच झगड़ा इस कदर बढ़ गया था कि परिवार में कलह बनी रहती थी। दोनों के बीच बोलचाल बंद ही था। ऐसे में नाबालिग बेटी हमेशा मां का ही साथ देती रही। मां ने योजना बना डाली कि अब पति हंसराज से छुटकारा पाना है। ऐसे में दोनों ने तय किया कि उसे नींद की गोली देकर मार दिया जाए। ऐसा ही किया। बीती रात सोने से पहले हंसराज को उसकी बेटी ने ही नींद की गोली खिलाकर उसे बेहोश कर दिया। फिर मां और बेटी ने डंडों से मार-मार कर उसकी हत्या कर दी।
एक दिन छिपाए रखी लाश
पुलिस ने बताया कि पति की लाश को ठिकाने लगाने के लिए एक दिन छिपाए रखा। अगले दिन जब उसे लगा कि लाश से बदबू आ सकती है, तो उसने ,जुगाड़ लगाया। गांव वालों को पता लगने के डर से उसने पैंतरा चला। उसने गुरुवार को रात को करीब तीन बजे लाश को घर के गेट पर रखकर रोने चिल्लाने का नाटक किया। इसके बाद हंसराज के भाई बबलू मीणा ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया।
पुलिस को पहले मामले में हंसराज की हत्या किसी परिचित या रिश्तेदार द्वारा करने का अंदेशा था, लेकिन जब घटनास्थल का मुआयना किया तो पता चला कि खून के धब्बों को छिपाने के लिए गोबर से लीपा गया है। पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो उसने सारी बात उगल दी। पूछताछ में बरफी ने अपनी 15 साल की बेटी के साथ मिलकर पति की हत्या करने की बात भी कबूली।
एसपी ने बनाई थी टीम
एसपी राजेश सिंह ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करने के लिए एएसपी सुरेन्द्र दानोरिया के निर्देशन में व नारायण लाल शर्मा सीओ सिटी के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी चंद्रभान सिंह कुसुम लता मीणा थाना अधिकारी मानटाउन शैतान सिंह थाना अधिकारी सूरवाल के साथ सर्कल स्तर पर संयुक्त टीम का गठन किया गया था। टीम में तीन थाना अधिकारी समेत 15 अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। पूरी घटना की छानबीन में सब साफ हो गया। इसके बाद हंसराज की पत्नी बरफी और उसकी बेटी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।