देश अभी कोरोना की दूसरी लहर से उभरा भी नहीं कि बच्चों पर एक और संकट आ गय है। बच्चों में ‘मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिन्ड्रोम’ से राजस्थान में 26 बच्चों की मौत हो चुकी है।
कोविड से उबर चुके बच्चों में ‘मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिन्ड्रोम’ निशाना बना रहा है। पॉजिटिव होने के 2 से 6 सप्ताह बाद ही एमआईएस-सी की शिकायत मिल रही है। समय पर इलाज नहीं जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसी बीमारी में बच्चों के अंग दिल, लीवर, फेफड़े, किडनी जैसे अंगों को प्रभावित करता है। भास्कर की ओर से पड़ताल करने पर सामने आया कि जयपुर के अकेले जेके लोन में ही 3 माह से लेकर 16 साल तक की उम्र के 211 बच्चे शिकार हो चुके है।
इनमें से 185 ठीक होकर डिस्चार्ज भी हो चुके है। और गंभीर स्थिति होने पर 26 बच्चे मौत के मुंह में जा चुके है। मौजूदा स्थिति में जेके लोन अस्पताल के विभिन्न वार्डों में 8 बच्चे एमआईएस-सी के भर्ती है। जयपुर के अलावा अजमेर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर, झालावाड़ और पाली में भी मिल है। अस्पताल में आने वाले कुछ बच्चे ऐसे भी थे जिनके न तो परिवार में कोरोना संक्रमित और ना ही आसपास के लोग, लेकिन बच्चे मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिन्ड्रोम की गिरफ्त में आए।