भंवरी देवी हत्याकांड के मामले में आरोपी पूर्व विधायक मलखान सिंह विश्नोई को होईकोर्ट से जमानत मिल गई। विश्नोई 10 साल से जेल में थे। राजस्थान हाईकोर्ट ने मंगलवार को विश्नोई को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। विश्नोई भंवरी देवी के अपहरण और हत्या की साजिश रचने में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के साथ मुख्य आरोपी हैं।
भंवरी देवी प्रकरण में गिरफ्तार 17 में से अब तक 8 आरोपियों को जमानत मिल चुकी है। महिपाल इलाज कराने के लिए अंतरिम जमानत पर हैं। ट्रायल कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद मलखान सिंह की तरफ से मंगलवार को हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की गई है। न्यायाधीश दिनेश मेहता ने मलखान के छोटे भाई परसराम को 10 दिन पूर्व सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के आधार पर जमानत पर रिहा करने का आदेश जारी किया। CBI की जांच में सामने आया था कि मलखान और भंवरी के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ था। मलखान सिंह के माध्यम से ही भंवरी की मुलाकात महिपाल मदेरणा से हुई थी। मलखान व भंवरी के बीच प्रेम-प्रसंग काफी आगे बढ़ गया था। इसकी आंच मलखान के घर तक पहुंच गई थी। इसके बाद परिवार के कुछ सदस्यों ने भंवरी से पीछा छुड़ाने की योजना बनाई।
यह है मामला
भंवरी देवी प्रकरण की वजह से राजस्थान की सियासत में भूचाल आ गया था। इस हत्याकांड ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थी। एक सितंबर 2011 को जोधपुर जिले के बिलाड़ा थाने में भंवरी देवी के पति अमरचंद ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी एएनएम भंवरी देवी लापता है। साथ ही उसने पत्नी के अपहरण की आशंका जताते हुए राज्य सरकार में तत्कालीन मंत्री महिपाल मदेरणा सहित दो-तीन लोगों पर शक जाहिर किया। इसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया। मामले की जांच कुछ आगे बढ़ती, इस बीच राज्य सरकार ने विरोध को ध्यान में रखकर जांच CBI को सौंप दी। CBI ने तीन दिसम्बर 2011 को महिपाल मदेरणा से पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बाद में इस मामले में कांग्रेस विधायक मलखान सिंह विश्नोई का भी नाम आया। उन्हें भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा इस मामले में 15 अन्य गिरफ्तारियां भी हुईं। इसके बाद से महिपाल व मलखान अभी तक जेल में ही थे। CBI का दावा है कि भंवरी देवी का अपहरण कर उसकी हत्या की गई। बाद में शव जला कर उसकी राख को राजीव गांधी लिफ्ट नहर में बहा दिया गया। यह मामला अब कोर्ट में विचाराधीन है।
ये अभी जेल में
भंवरी प्रकरण में कुल 17 लोग पकड़े गए थे। इनमें से 2 को पहले जमानत मिल चुकी है। 6 को कुछ दिन पहले जमानत मिली। वहीं महिपाल मदेरणा अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर हैं। अब मलखान सिंह को जमानत मिलने के बाद 7 आरोपी जेल में हैं। इनमें मलखान सिंह विश्नोई की बहन इन्द्रा विश्नोई व विशनाराम प्रमुख हैं। मलखान व इन्द्रा पर भंवरी के अपहरण व हत्या करने की साजिश रचने का आरोप है। वहीं विशनाराम पर भंवरी का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर शव को जला कर उसकी अस्थियों को राजीव गांधी लिफ्ट नहर में बहा देने का आरोप है। शेष 5 आरोपियों पर इन तीनों का सहयोग करने का आरोप है।