अस्पताल की लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल से एक नवजात बच्चा गायब हो गया। बच्चा नहीं मिलेन पर मां बेसुध हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। करीब 15 घंटे बाद बच्चा सड़क किनारे एक बैग में मिला। बाड़मेर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से लापता 3 दिन का बच्चा 15 घंटे बाद मिला। रीको पुलिस चौकी से थोड़ी ही दूरी पर सड़क किनारे बैग में कोई उसे छोड़कर चला गया था। रामनगर कॉलोनी के दो युवा विजय मायला और केशाराम उधर से गुजर रहे थे कि उन्हें बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने पुलिस को सूचना दी और बच्चे को जिला अस्पताल लेकर आए। अब जिला प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली है।
विजय माल्या ने बताया कि सिणधरी चौराहे की तरफ आ रहे थे। इसी दौरान रोने की आवाज आई। देखा तो बैग में बच्चा पड़ा था। सुबह खबरों से सुना था कि जिला अस्पताल से बच्चा चोरी हो गया है। मैने तुरंत पुलिस को सूचना दी और बच्चे को लेकर मैं जिला अस्पताल पहुंच गया। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ हरीश चौहान का कहना है कि बच्चा स्वस्थ है। जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने कहा कि बच्चे के गायब होने के बाद से पुलिस की 6 टीमें अलग-अलग एंगल से काम कर रही थीं। पुलिस का दबाव बढ़ता देख बच्चा ले जाने वाला दहशत में आ गया होगा और वह उसे छोड़ गया। जब बच्चा नहीं मिला तो नवजात के मां-बाप बेसुध से हो गए। मां अब तक अस्पताल में अचेत सी पड़ी है। इधर, पुलिस और प्रशासन ने कई टीमें लगाई हैं, लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। उधर, पिता ने अस्पताल प्रशासन पर ही आरोप लगा दिया था कि इनकी मिलीभगत के बिना ऐसा संभव नहीं है। इस बीच, एक तथ्य यह भी निकल कर आया था कि रात में दो महिलाएं वार्ड में सोने आई थीं। इनका सुबह से पता नहीं चला है। आशंका जताई जा रही थी कि उन्हीं महिलाओं की यह करामात होगी। गार्ड और नर्सिंग कर्मियों की लापरवाही भी सामने आ रही थी।
सीसीटीवी फुटेज मिले बंद
जिला अस्पताल की भी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल प्रशासन के पीएमओ (प्रिसिंपल मेडिकल ऑफिसर) को बच्चा चोरी होने के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान पता चला कि कैमरे बंद हैं। मातृ शिशु वार्ड में गुरुवार रात को तीन गार्ड की ड्यूटी थी। उन तीनों में से एक गार्ड के गायब होने की जानकारी मिली है। अस्पताल से बच्चा चोरी होने की घटना के बाद परिजनों और समाज के लोगों को भारी रोष है।
बाड़मेर कलेक्टर लोकबंधु ने कहा प्रारम्भिक जांच में पीएमओ से रिपोर्ट ली है। इसमें एक नर्सिग कर्मी गंगा चाैधरी की लापरवाही सामने आई है। उस नर्सिग कर्मी को सस्पेंड किया गया है। दूसरा कैमरा प्रभारी को हटाया जाएगा। कलेक्टर का कहना है कि मेडिकल प्रिंसिपल ने बताया कि मदरबोर्ड की खराबी की वजह से कैमरा नहीं चल रहे थे। इसमें जिम्मेदारी तय करके कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में पीएमओ से विस्तृत जांच रिपोर्ट ली जाएगी। पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने कहा था कि छह टीमें काम कर रही हैं।
6 जुलाई को हुई थी डिलीवरी
बाड़मेर के रड़वा निवासी कमला पत्नी जसराज सिंह को 5 जुलाई को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 6 जुलाई की रात को करीब 10 बजे प्रसूता की ऑपरेशन से डिलीवरी की गई थी। प्रसूता कमला ने लड़के को जन्म दिया था। शुक्रवार रात को पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड से मां और बच्चे को पास के ही वार्ड में शिफ्ट किया गया था। वार्ड में मां बेड पर सो रही थी। उसके पास के बेड पर बच्चा और बच्चे का पिता जसराज सिंह सो रहे थे। शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे उठे तो बच्चा बेड पर नहीं था। बच्चा नहीं मिलने पर परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को बताया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। तब बाड़मेर DSP आनंद सिंह राजपुरोहित और कोतवाल उगमराज सोनी मौके पर पहुंचे और कमला और परिजनों से जानकारी ली। टीमों का गठन किया गया था।