राजस्थाान में बढते कोरोना के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार ने नई गाइड लाइन जारी कर दी है। सरकार ने रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलाान किया है। राजस्थान में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से पैर पसार रहा है। इससे लड़ने के लिए जल्द ही नई दवाएं और नई वैक्सीन भी बाजार में आने वाली है। लेकिन भीड़भाड़ कैसे कम हो और कोविड बिहेवियर को किस तरह लागू किया जाए इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डॉक्टर्स और अपने मंत्रिमंडल के साथियों के साथ चर्चा की।
कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि न्यू ईयर की पार्टी रात 12 बजे शुरू होती है। ऐसे में या तो सरकार न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर पूरी तरह से रोक लगाएं या फिर न्यू ईयर के लिए रात्रिकालीन कर्फ्यू में छूट दी जाएं। वहीं कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह ने विश्वेंद्र सिंह का समर्थन करते हुए बोले कि न्यू ईयर पर कर्फ्यू में छूट दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि न्यू ईयर पर कर्फ्यू लगाने से प्रशासन और लोगों में टकराव बढ़ेगा। इस पर सीएम गहलोत ने गृह विभाग के प्रमुख सचिव अभय कुमार और डीजीपी एमएल लाठर से उनकी राय जानी। सरकार ने गाइडलाइन में 1 बजे तक की छूट दे दी।
डॉ.रमन शर्मा ने कहा, बड़ी गैदरिंग वाली पार्टी और आयोजन नहीं होने चाहिए। विदेशों में एक्सपर्ट ने क्रिसमस से पहले एडवाइज दी थी। प्रीकॉशनरी नाम इसलिए रखा है कि अभी दो से तीन वैक्सीन और आ रही हैं। इसलिए यह नाम दिया है। एक वैक्सीन का ट्रायल तो एसएमएस में ही हुआ है। नेजल वैक्सीन भी आई है। डॉ.वीरेंद्र सिंह ने कहा कि ओमिक्रॉन फिलहाल घातक नहीं है लेकिन ये डेल्मीक्रॉन बन गया तो घातक हो सकता है। उन्हाेंने कहा कि आज के हालात वैसे ही हैं, जैसे मार्च में थे। पांच दिन में तीन गुणा पॉजिटिविटी रेट हो गया है। दो मॉडल हैं, जिनके तहत पाबंदियां लगती हैं। दिल्ली में 0.5% रेट पर लॉकडाउन का प्रावधान है, जबकि महाराष्ट्र में बेड ऑक्युपेसी का मॉडल है।