01 36 https://jaivardhannews.com/one-died-in-a-conflict-between-two-panthers-the-injured-panther-died-during-treatment-the-forest-department-performed-the-last-rites/

राती तलाई गांव में दो पैथर की लड़ाई में एक की मौत हो गई। ग्रामीणें की सूचना पर वन विभाग (Forest department) की टीम पहुंची और घायल पैंथर को उपचार के लिए लेकर गए। दो पैंथर की आपसी संघर्ष में एक पैंथर के गले की हडि्डयां टूट गई। इस कारण उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

राजसमदं जिले के देलवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र की नेडच ग्राम पंचायत के राती तलाई में दो पैंथर (Leopard) की लड़ाई में एक की मौत हो गई। पैंथर (Leopard) के पेट और गले की हड्डी टूट गई थी। तेंदूए को वन विभाग (Forest department) की टीम हल्दीघाटी नर्सरी लेकर आई। जहां मेडिकल बोर्ड का गठन कर पशु चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया। पुलिस, पटवारी और अन्य की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। वन विभाग (Forest department) के एसीएफ विनोद रॉय ने बताया कि ग्रामीणों से सूचना मिली कि राती तलाई जंगल में एक पैंथर (Leopard) घायल पड़ा है। टीम ने घायल का रेस्क्यू कर उपचार के लिए उदयपुर बायलोजिकल पार्क (Biological Park) ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान पैंथर (Leopard) की मौत हो गई। एसीएफ (ACF) ने बताया कि दो पैंथर (Leopard) के बीच हुई वर्चस्व की लड़ाई में एक पैंथर (Leopard) घायल हो गया था। ग्रामीणों ने रात के समय पैंथर (Leopard) के लड़ाई की आवाज सुनी थी। सुबह जंगल (Forest) की तरफ गए तो पैंथर (Leopard) को घायल पड़ा देखा। जिस पर वन विभाग के अधिकारियों (forest department officials) को सूचना दी। जानकारों के अनुसार एक पैंथर (Leopard) के क्षेत्र में दुसरा पैंथर (Leopard) जाने पर वर्चस्व की लड़ाई होती है।

राजसमंद जिले में करीब 500 पैंथर (Leopard)
वन्यजीव अभ्यारण कुंभलगढ़ (Wildlife Sanctuary Kumbhalgarh) में 200 सहित राजसमंद जिले में करीब 500 पैंथर (Leopard) है। राजसमंद जिले में करीब हर क्षेत्र में पैंथर (Leopard) की आवाजाही है। पैंथर (Leopard) को आसानी से शिकार मिल जाने के कारण जिले में पैंथर (Leopard) का कुनबा बढ़ा है। संसाधन की कमी होने के कारण जिले में पैंथर (Leopard) की गणना के सही आंकड़े नहीं मिल पाते है। 5 अक्टूबर को बिजली की डिपी के संपर्क में आने से रेलमगरा क्षेत्र में एक पैंथर (Leopard) की मौत हो गई थी। इससे पूर्व साकरोदा गांव के पास तेंदुए के 2 शावक नजर आए थे।

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  • Laxman Singh Rathor in jaivardhan News

    लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Laxman Singh Rathor

लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com