आज के इस डिजिटल (digital) युग में ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे है। शातिर ठग अच्छे-अच्छे ऑफर देकर लोगों को अपने झांसे में ले ही लेते है। खमनोर में के प्रार्थी के साथ कुछ ऐसी ही ऑनलाइन ठगी (online fraud) हुई। ठगी करने वाली शातिर ने प्रार्थी को पांच हजार रुपए का लालच देकर लिंक ऑपन (Link Open) करवाया। इसके बाद प्रार्थी के खाते 88 हजार रुपए कट गए।
राजसमंद जिले के खमनोर थाना क्षेत्र में एक ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन की गई साइबर ठगी की राशि फिर से प्रार्थी के खाते में रिफंड करवाई। पुलिस अधिक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि वर्तमान समय में अज्ञात ठग लोगों को मोबाइल पर लुभावने ऑफर देकर, बैंक खाता बंद और एटीएम कार्ड बंद होने की बात कहकर, बैंक मैनेजर बनकर ओटीपी लेते हैं और साइबर ठगी का शिकार बनाते हैं। पुलिस इन घटनाओं को गंभीरता से ले रहे हैं।
शिशोदा कला निवासी सुरेश चंद्र पुत्र लाखा गाडोलिया लौहार ने पुलिस को बताया कि उसके पास किसी अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने अपने आपको फोन पे कस्टमर केयर से बताया और उनके नंबर पर 5 हजार रुपए का ऑफर आना बताया। इस पर वह अज्ञात व्यक्ति की बातों में आ गया। फोन करने वाले आरोपी व्यक्ति ने उसके मोबाइल पर लिंक भेजा और ओपन करने को कहा। जब उसने लिंक ओपन किया तो उसके खाते से अलग-अलग समय में कुल 88 हजार 742 रुपए निकल गए। कुछ समय बाद उसको रुपए निकलने की जानकारी मिलने पर बैंक से स्टेटमेंट लेकर खमनोर थाने में शिकायत दर्ज कराई। खमनोर थानाधिकारी नवलकिशोर, खमनोर कम्प्यूटर ऑपरेटर बुधराम, जोधपुर आयुक्तालय के थाना खाण्डाफलसा के कम्प्यूटर ऑपरेटर सुरेश विश्नोई तथा साइबर सेल राजसमंद के कांस्टेबल इन्द्रचन्द ने संयुक्त प्रयास कर ऑनलाइन फ्रॉड ट्रांजेक्शन का बारीकी से तकनीकी विश्लेषण ट्रैस आउट कर लौहार के खाते में कुल 88 हजार 742 रुपए फिर से रिफंड करवाए।