राजस्थान सरकार ने महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए रोडवेज बसों में पैनिक बटन लगाने की पहल की है। इस नई सुविधा से किसी भी आपात स्थिति में यात्री तत्काल मदद प्राप्त कर सकेंगे। रोडवेज बसों में खिड़कियों के पास यह पैनिक बटन लगाए जा रहे हैं, जिन्हें यात्री रात के अंधेरे में भी आसानी से देख सकें। इस बटन के जरिए पुलिस और संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित किया जाएगा। अब तक 1850 बसों में यह बटन लगाए जा चुके हैं और जल्द ही सभी 2500 बसों में यह सुविधा उपलब्ध होगी।
What is the panic button in a bus? : कैसे काम करेगा पैनिक बटन?
What is the panic button in a bus? : पैनिक बटन को लेकर विस्तृत योजना तैयार की गई है। इस बटन को दबाते ही सिस्टम सक्रिय हो जाएगा, और तुरंत नोटिफिकेशन तीन प्रमुख स्थानों पर भेजा जाएगा:
- जयपुर पीएचक्यू अभय कमांड कंट्रोल सेंटर
- रोडवेज के जयपुर कंट्रोल रूम
- संबंधित रोडवेज डिपो के प्रबंधक और ट्रैफिक प्रबंधक
नोटिफिकेशन मिलने के बाद सबसे पहले बस के कंडक्टर से संपर्क किया जाएगा और स्थिति की पुष्टि की जाएगी। यदि आपात स्थिति है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन और पेट्रोलिंग टीम को सूचित किया जाएगा। इसके अलावा, रोडवेज की मदद से बस की लोकेशन ट्रेस कर पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।
How to use panic button in rajasthan : महिलाओं और सीनियर सिटीजन के लिए वरदान
How to use panic button in rajasthan : रोडवेज के एमडी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि पैनिक बटन महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा। किसी भी असुरक्षा की स्थिति में, जैसे छेड़छाड़, दुर्व्यवहार या कंडक्टर से विवाद, महिलाएं तुरंत पैनिक बटन दबाकर मदद ले सकती हैं। इसके अलावा, किसी बीमारी या अन्य आपात स्थिति में भी यह बटन बुजुर्गों और यात्रियों के लिए जीवनरक्षक साबित होगा।
Panic Button Use Rodways Bus : 75% बसों में लग चुका है पैनिक बटन
Panic Button Use Rodways Bus : राजस्थान में कुल 2500 बसों में पैनिक बटन लगाने का लक्ष्य है, जिसमें से अब तक 1850 बसों में यह सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। शुरुआत में नए मॉडल की बसों में इसे लगाया गया और फिर 2017 मॉडल की बसों में इस योजना को लागू किया गया। पुरानी और खराब स्थिति वाली बसों में यह सुविधा नहीं दी जाएगी। प्रत्येक बस में 12 पैनिक बटन लगाए जा रहे हैं, ताकि सभी यात्रियों तक यह आसानी से पहुंच सके।
Panic Button Use method : मुख्यमंत्री ने की थी योजना की शुरुआत
Panic Button Use method : 14 दिसंबर 2024 को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उदयपुर में महिला सम्मेलन के दौरान इस योजना का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में महिला सुरक्षा को लेकर पिछली सरकार की नाकामी के कारण राज्य बदनाम था। उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही महिला सुरक्षा को प्राथमिकता दी और इस दिशा में कई कदम उठाए। मुख्यमंत्री ने कहा, “महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन जैसी योजनाएं मील का पत्थर साबित होंगी।”
यात्रियों को किया जा रहा जागरूक
रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि पैनिक बटन के सही उपयोग को लेकर यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है। महिला यात्रियों और बच्चों को इसके महत्व के बारे में समझाया जा रहा है। कई बार बच्चे खेल-खेल में इस बटन को दबा देते हैं, जिससे टीम को बस की लोकेशन ट्रेस करनी पड़ती है। ऐसे मामलों में यात्रियों को समझाइश दी जाती है और कंडक्टर यात्रियों को इस बटन के उपयोग के सही तरीके के बारे में जानकारी देते हैं।
यह प्रोजेक्ट 11 करोड़ रुपये का है और राज्य में महिला और बुजुर्ग यात्रियों की सुरक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके तहत आपात स्थितियों में समय रहते मदद पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
भविष्य में सुरक्षा को मिलेगा और बढ़ावा
राजस्थान रोडवेज की इस पहल से महिला यात्रियों और बुजुर्गों को यात्रा के दौरान सुरक्षा का भरोसा मिलेगा। इसके साथ ही, यह योजना राजस्थान को महिला और नागरिक सुरक्षा में एक मॉडल राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
अब, रोडवेज बसों में सफर करते समय महिलाओं और बुजुर्गों को सुरक्षा की चिंता से मुक्त रहकर सफर का आनंद लेने का मौका मिलेगा। पैनिक बटन की यह सुविधा न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि यात्रियों को आपात स्थितियों में तत्काल सहायता प्रदान कर उनकी यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाएगी।