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Panther injured : राजसमंद में गंभीर घायल पैंथर : ग्रामीण बोले- भैंस के अटैक से पैंथर निढाल, उदयपुर रेफर

Panther injured : राजसमंद जिले के साकरोदा पंचायत के तारोट गांव में स्थित खेत में शनिवार को पैंथर गंभीर घायल मिला, जो उठ भी नहीं पा रहा था। ग्रामवासी बोले कि पैंथर ने भैंस के बछड़े पर हमला करने की कोशिश की, तो भैंस ने बचाव करते हुए सिंग मारते हुए धूल धुसरित कर दिया, जिससे पैंथर का एक पैर फैक्चर हो गया, जबकि सिर में गंभीर चोट है। वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर घायल पैंथर को उदयपुर के बायोलोजिकल पार्क भिजवा दिया है। क्षेत्रीय वन अधिकारी का कहना है कि पैंथर गंभीर घायल होने से उदयपुर रेफर किया है, मगर चोट के निशान है, मगर भैंस का ही हमला है या किसी अन्य कारण चोट लगी है, यह तो पशु चिकित्सकीय जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा।

Forest department Rajsamand : क्षेत्रीय वन अधिकारी लादूलाल शर्मा ने बताया कि तारोट गांव में पैंथर के घायल होने की सूचना पर मिली। इस पर वन विभाग से पन्नालाल कुमावत, सुरेंद्रसिंंह, किशन गायरी व घनश्याम पूर्बिया पिंजरे के साथ मौके पर पहुंच गए। पैंथर को देखने के लिए तारोट, बंशावलियो का गुड़ा, साकरोदा, पुनावली से बड़ी तादाद में ग्रामीणों का मजमा लग गया। वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को दूर करने के बाद घायल पैंथर को ट्रेंकूलाइज कर बेहोश किया। फिर ग्रामीणों की मदद से घायल पैंथर को पिंजरे में रखा और तत्काल राजसमंद के पशु चिकित्सालय पहुंचाया, जहां पशु चिकित्सकों की टीम ने प्राथमिक उपचार किया। नर पैंथर के सिर व पैर में गंभीर चोट के निशान होने पर उसे तत्काल उदयपुर के बायोलोजिकल पार्क भिजवा दिया, जहां उसका उपचार जारी है। वन विभाग की टीम द्वारा घटना स्थल का मुआयना करते हुए ग्रामवासियों से आवश्यक जानकारी ली गई, तो प्रथम दृष्टया पैंथर ने भैंस के बछड़े पर हमला करने की कोशिश की होगी, जिस पर गुस्साई भैंस ने सिंग मार दिया और वह गंभीर घायल हो गया। सिर व पैर में चोट के गंभीर जख्म है। हो सकता है भैंस के हमले से ही गंभीर घायल हुआ हो और अन्य कारण भी हो सकता है। वास्तविकता तो पशु चिकित्सकों की जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएगी।

घायल पैंथर आस पास मवेशियों का जमघट

Rajsamand News : खेत में दहाड़ते घायल पैंथर के आस पास गाय व भैंसो का जमघट लगा हुआ था। दहाड़ सुनकर व मवेशियों का जमघट देख पशुपालक पास गया, तो पैंथर दिखाई दिया। पैंथर के होने की सूचना आग की तरह फैली और कई ग्रामीण पैंथर को देखने के लिए पहुंच गए। लोगों न फोटो खींचने, सेल्फी लेने में जुटे रहे। ग्रामीणों ने गाय व भैंसों को दूर हटाया, लेकिन काफी लोगों के एकत्रित होने से पैंथर काफी घबरा गया।

पैंथर गंभीर घायल, इलाज जारी

Leopard injured : तारोट में गंभीर घायल मिले पैंथर के सिर व पैर में प्रथम दृष्टया चोट के निशान है। ग्रामीण भैंस के सिंग मारने से पैंथर घायल होना बता रहे हैं, मगर वास्तविकता तो पशु चिकित्सकों की जांच पूरी होने पर ही सामने आ पाएगी। विभागीय टीम ने ट्रेंकूलाइज के बाद पैंथर को राजसमंद लाए और प्राथमिक उपचार कर उदयपुर बायोलोजिकल पार्क भिजवाया है।

लादूलाल शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी राजसमंद

पैंथर से रोज हा रहा आमना सामना, क्या करें, देखिए

Panther Life : जंगल से आबादी में जंगली जीव जन्तु, जानवरों का आने की बात पुरानी हो चुकी है। क्योंकि अब तो शहरी इलाके में कई जगह पैंथर भी अपना स्थायी आवास बना चुके हैं। सुबह- शाम या रात में पैंथर कहीं न कहीं दिख ही जाता है और कई बार लोगों का आमना सामना होना भी अब आम बात हो गई है। ऐसे में आए दिन शहरी इलाके में पैंथर की दहाड़ भी सुनाई देती है। राजसमंद शहर व पेराफेरी इलाके में पैंथर की चहलकदमी, विचरण, चाल- चलन, अठखेलियां, आराम और शिकार करने के लाइव वीडियो और तस्वीरें देख एक बारगी हर किसी की रूह कांप उठती है। हालांकि जंगली जानवरों के विशेषज्ञ एवं वन विभाग राजसमंद के तत्कालीन एसीएफ विनोद कुमार राय ने स्पष्ट सलाह देते हुए चेताया है कि पैंथर या कोई भी जंगली जानवर एकाएक कभी भी इंसानों पर हमला नहीं करते, लेकिन उसे अगर घेरने का प्रयास किया और कहीं एक जगह फंस गया, तो फिर वह खुद के बचाव के प्रयास में किसी भी व्यक्ति पर हमला कर सकता है, जो स्वाभाविक है। इसलिए अब शहरी क्षेत्र में पैंथर आ ही गया है, तो अब उसके अनुकूल परिस्थिति में जीना सीखना ही एकमात्र विकल्प है। ….. पैंथर, लेपर्ड को लेकर विस्तृत खबर के लिए क्लिक करें…

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