01 23 https://jaivardhannews.com/power-crisis-in-rajasthan-108-out-of-135-power-stations-in-the-country-have-coal-less-than-7-days-2-plants-closed-in-rajasthan/

पूरे देश में कोयले की कमी के चलते बिजली का बड़ा संकट पैदा हो गया है। ग्रामीणों क्षेत्र में अघोषित कटौती शुरू हो गई है। कोयले की कमी आने से राजस्थान में दो प्लांट बंद हो चुके है। देश में 108 प्लांटों में 7 दिन का ही कोयला बचा है। बिजली संकट को देखते हुए ग्रामीणों क्षेत्रों में अघोषित कटौती शुरू हो गई है।

देश भर में कोयले की कमी से घोर बिजली संकट पैदा हो सकता है। कोयले की खदानों में पानी भरने से कोल इंडिया देशभर के बिजलीघरों की जरूरत के अनुसार सप्लाई नहीं कर पा रहा। सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (Central Electricity Authority) (सीईए) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के कुल 135 बिजलीघरों में से 108 में 7 दिन से कम का कोयला है। इनमें 16 बिजलीघर कोयला खत्म हो जाने से बंद हो चुके हैं, जिससे 17475 मेगावाट बिजली की कमी हो चुकी है। 25 प्लांट ऐसे हैं जिनमें मात्र एक दिन का कोयला है। यदि कोयले की ट्रेन नहीं पहुंची तो 32410 मेगावाट की और कमी हो जाएगी। राजस्थान में छबड़ा थर्मल व सूरतगढ़ थर्मल प्लांट बंद हो चुके हैं। कोटा थर्मल व अडानी के कवाई स्थित थर्मल पावर स्टेशन में भी मात्र 4 दिन का कोयला बचा है।

सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (Central Electricity Authority) के अनुसार पावर प्लांट में 0 से 5 दिन का कोयला स्टॉक हाेने पर सुपर क्रिटिकल मानते हैं। 7 से 5 दिन का काेयला हाेने पर क्रिटिकल मानते हैं। 108 प्लांट क्रिटिकल या सुपर क्रिटिकल हैं।

कई राज्य ऐसे हैं, जिनके पास एक या दाे दिन का ही काेयला बचा है। हरियाणा के पांच में से तीन पावर प्लांट के पास बिल्कुल भी काेयला नहीं बचा हुआ है। दाे प्लांट के पास में 5 दिन का काेयला शेष है। कर्नाटक के चार पावर प्लांट में सिर्फ एक दिन का ही काेयला बचा है। झारखंड के पावर प्लांट के कुल 7 प्लांटाें में से पांच के पास में एक ही दिन का काेयला है। राजस्थान के अधिकतर पावर प्लांट में काेल इंडिया से ही सप्लाई दी जाती है। पहले भुगतान के मामले को लेकर झालावाड़ की काली सिंध पावर प्लांट 20 दिन बंद हो गया था। इसके बाद छबड़ा व सूरतगढ़ यूनिट भी बंद हाे गई। मगर अब राजस्थान सरकार द्वारा नियमित तरीके से भुगतान किया जा रहा है, लेकिन काेल इंडिया के पास काेयला नहीं हाेने से सप्लाई रुकी है।

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  • Laxman Singh Rathor in jaivardhan News

    लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Laxman Singh Rathor

लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com