Principal teacher Obscene Video in chittorgarh https://jaivardhannews.com/principal-teacher-objectionable-video-school/

Principal & teacher objectionable video : प्रदेश के चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार उपखंड क्षेत्र स्थित एक सरकारी स्कूल में प्रधानाचार्य और महिला शिक्षक का अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। शिक्षा विभाग ने दोनों को बर्खास्त करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इस घटना ने पूरे शिक्षा जगत को शर्मसार कर दिया है और शिक्षा के प्रति लोगों के विश्वास को गहरी चोट पहुँचाई है।

20 जनवरी को गंगरार क्षेत्र के एक गांव स्थित सरकारी स्कूल के प्रिंसिप और एक महिला शिक्षक का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यह वीडियो स्कूल के प्रिंसिपल के ऑफिस का था, जिसमें दोनों सरकारी कर्मचारियों को अनैतिक गतिविधियों में लिप्त देखा गया। वीडियो के वायरल होते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया और विभाग ने तुरंत मामले की जांच शुरू की।

Principal & teacher Obscene Video : जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, श्री राजेंद्र कुमार शर्मा ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत दोनों आरोपियों को निलंबित कर दिया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा। दोनों आरोपियों से 20 जनवरी तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था। जहां प्रिंसिपल ने जांच समिति के सामने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया, वहीं महिला टीचर ने जांच समिति के सामने यह स्वीकार किया कि वीडियो में दिखाई जा रही महिला वही है। हालांकि, महिला शिक्षक ने यह दावा किया कि वीडियो एडिट किया गया है और उसमें कोई सचाई नहीं है। लेकिन जब जांच टीम ने इस मामले की गंभीरता से जांच की, तो पाया कि वीडियो पूरी तरह से वास्तविक था और उसमें दिखाई जा रही दोनों व्यक्ति वही थे, जो स्कूल के प्रिंसिपल और महिला शिक्षक थे। वीडियो में दिखाई गई गतिविधि भी स्कूल के प्रिंसिपल के ऑफिस में ही हो रही थी, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया।

Chittorgarh principle : चित्तौड़गढ़ के गंगरार स्कूल में घटी यह घटना शिक्षा विभाग के लिए एक कड़ी चेतावनी साबित हुई है। यह घटना न केवल एक शर्मनाक वाकया है, बल्कि यह समाज में शिक्षा के प्रति विश्वास और शिक्षक के आचरण के महत्व को भी पुनः उजागर करती है। शिक्षा विभाग को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त उपायों को लागू करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, यह समय है कि शिक्षक अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें और बच्चों को सही दिशा में शिक्षा देने का अपना दायित्व निभाएं।

Chittorgarh porn video : जांच के बाद बड़ा फैसला

Chittorgarh porn video : जांच में यह स्पष्ट हुआ कि आरोपितों ने न केवल अनैतिक कार्य किया, बल्कि स्कूल के परिसर में ही यह सब हुआ था, जिससे न केवल शिक्षा विभाग की छवि धूमिल हुई, बल्कि बच्चों, उनके माता-पिता और समाज का विश्वास भी टूट गया। दोनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग ने उन्हें तत्काल बर्खास्त कर दिया। इस कृत्य के कारण शिक्षा विभाग की प्रतिष्ठा पर गहरी आंच आई है, और यह घटना शिक्षा जगत के लिए एक काले धब्बे के रूप में उभरी है।

Education Department Stigmatized : शिक्षा विभाग का सख्त रूख

Education Department Stigmatized : जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र कुमार शर्मा ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह घटना शिक्षा विभाग के लिए एक शर्मनाक स्थिति उत्पन्न करती है। उन्होंने बताया कि यह दोनों शिक्षक, जो बच्चों के भविष्य और उनके चरित्र निर्माण के लिए जिम्मेदार थे, ने अपने आचरण से न केवल स्कूल, बल्कि पूरे शिक्षा विभाग की छवि को कलंकित किया है। शर्मा ने यह भी कहा कि शिक्षक का कर्तव्य है कि वह बच्चों के लिए आदर्श प्रस्तुत करें, लेकिन इन दोनों ने न केवल अपने निजी आचरण से बच्चों के भविष्य को प्रभावित किया, बल्कि उनके माता-पिता का भी विश्वास तोड़ा।

शिक्षा विभाग के अधिकारी ने यह स्पष्ट किया कि यह घटना शिक्षा जगत के लिए एक चेतावनी है, और भविष्य में इस प्रकार के अनैतिक आचरण को लेकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षकों को उच्च चरित्र और नैतिक मूल्यों से लैस होना चाहिए, ताकि वे बच्चों के लिए आदर्श बन सकें। शिक्षकों का कार्य सिर्फ पाठ्यक्रम पढ़ाना नहीं, बल्कि छात्रों को सही मार्गदर्शन, नैतिक शिक्षा और एक स्वस्थ व्यक्तित्व का निर्माण करना भी है।

Chittorgarh news : शिक्षकों की भूमिका और जिम्मेदारी

Chittorgarh news : शिक्षकों को समाज में सबसे सम्मानित और जिम्मेदार वर्ग माना जाता है। वे बच्चों के भविष्य निर्माता होते हैं और समाज में अच्छे नागरिक तैयार करते हैं। ऐसे में इस प्रकार का आचरण न केवल शिक्षा जगत को हानि पहुँचाता है, बल्कि पूरे समाज की नैतिकता पर भी सवाल उठता है।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि शिक्षकों का उच्च चरित्र, नैतिक दृष्टि और सदाचारी आचरण न केवल छात्रों के लिए, बल्कि समग्र समाज के लिए भी आवश्यक है। यदि शिक्षक अपने आचरण में कमी दिखाएंगे, तो न केवल छात्रों का, बल्कि पूरे समाज का विश्वास टूट जाएगा। इस प्रकार की घटनाओं से शिक्षा जगत की छवि पर गहरी आंच आती है, और यह बच्चों के मानसिक विकास पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

समाज और अभिभावकों का दृष्टिकोण

इस घटना ने अभिभावकों के मन में चिंता और असुरक्षा का वातावरण उत्पन्न कर दिया है। अभिभावकों का विश्वास उन शिक्षकों पर ही निर्भर करता है, जो उनके बच्चों को शिक्षा प्रदान करते हैं। जब इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, तो अभिभावकों का विश्वास टूटता है और बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा के प्रति उनकी चिंता बढ़ जाती है। शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान का प्रसार नहीं है, बल्कि यह बच्चों को अच्छे संस्कार, नैतिक मूल्य और समाज के प्रति जिम्मेदारी भी सिखाता है। ऐसे में शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी का एहसास करते हुए अपने कार्य और आचरण में उच्चतम मानक बनाए रखने चाहिए।

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