
एसीबी की छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
Pwd Engineer Corruption : राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (XEN) दीपक कुमार मित्तल के ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा किया है। छापेमारी के दौरान अब तक 1.10 करोड़ रुपए का सोना, 5 किलो चांदी के गहने, 50 लाख रुपए कैश, 16 प्लॉट के दस्तावेज और अन्य निवेशों की जानकारी मिली है। जांच अब भी जारी है, और मंगलवार को दो और बैंक लॉकर खोले जाने की संभावना है।
Jewellery Worth Crores Found In XEN’s Bank Locker : एसीबी की टीम ने सोमवार को जयपुर के सी-स्कीम स्थित एक बैंक लॉकर की जांच की, जिसमें 1.25 किलो सोने की ज्वेलरी और 5 किलो चांदी के गहने मिले। सोने की कीमत करीब 1.09 करोड़ रुपए आंकी गई है। इससे पहले रविवार को आरोपी इंजीनियर के घर से 50 लाख कैश, आधा किलो सोने के गहने और 1.5 किलो चांदी बरामद की गई थी। एसीबी को इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिली थी। इसके बाद एसीबी ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर शनिवार देर रात से छापेमारी शुरू की, जो रविवार तक जारी रही। जांच में सामने आया कि आरोपी ने नौकरी में रहते हुए आय से 4 करोड़ 2 लाख 14 हजार 395 रुपए की संपत्ति अधिक अर्जित की है।
दीपक कुमार मित्तल के खिलाफ भ्रष्टाचार की यह जांच अभी खत्म नहीं हुई है। बैंक लॉकरों की जांच और अन्य दस्तावेजों की पड़ताल के बाद और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। सरकारी अधिकारियों के भ्रष्टाचार पर सख्ती से रोक लगाने के लिए यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आय से अधिक संपत्ति रखने वाले अधिकारियों पर अब कड़ी नजर रखी जा रही है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा
कार्रवाई के दौरान आरोपी इंजीनियर और उसके परिजनों के नाम कई महंगी संपत्तियों का खुलासा हुआ:
- जयपुर में 1 करोड़ रुपए मूल्य के 4 प्लॉट
- उदयपुर में 1.34 करोड़ रुपए के 9 प्लॉट
- ब्यावर और अजमेर में 6.50 लाख के 3 प्लॉट
- कुल 18 बैंक खातों में लगभग 40 लाख रुपए
- म्यूचुअल फंड में 50 लाख रुपए का निवेश
- 15 लाख रुपए के वाहन
अवैध संपत्ति का आंकड़ा 4 करोड़ के पार
एसीबी को मिली शिकायत के आधार पर छानबीन की गई, जिससे यह खुलासा हुआ कि आरोपी ने अपनी आय से लगभग 4.02 करोड़ रुपए अधिक संपत्ति अर्जित की है। सरकारी वेतन से इतनी संपत्ति का होना भ्रष्टाचार का स्पष्ट संकेत है। एसीबी ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर शनिवार देर रात से कार्रवाई शुरू की, जो अब भी जारी है।
छह शहरों में की गई छापेमारी
एसीबी की टीम ने राजस्थान और हरियाणा के छह प्रमुख ठिकानों पर छापेमारी की:
- फरीदाबाद (हरियाणा): सेक्टर 21 में आरोपी के भाई अंकुर मित्तल के मकान नंबर 952 पर जांच।
- उदयपुर: मेवाड़ इंडस्ट्रियल एरिया स्थित RIICO ऑफिस की तलाशी।
- उदयपुर: कलडवास में 9 संपत्तियों की जांच।
- जोधपुर: सार्वजनिक निर्माण विभाग विद्युत खंड द्वितीय के ऑफिस में सर्च।
- जोधपुर: आरोपी के निवास स्थान पर छापेमारी।
- जयपुर: बरकत नगर स्थित मकान नंबर 490ए पर जांच।
बैंक लॉकरों में हो सकता है और भी खुलासा
सोमवार को जयपुर के एक लॉकर से 1.25 किलो सोना और 5 किलो चांदी मिलने के बाद अब एसीबी की टीम मंगलवार को गंगापुर सिटी में आरोपी के दो और बैंक लॉकर खोलेगी। संभावना जताई जा रही है कि इन लॉकरों में भी बड़ी मात्रा में अवैध संपत्ति का खुलासा हो सकता है।
आय से अधिक संपत्ति मामले में सख्त कार्रवाई के संकेत
एसीबी के डीजी रविप्रकाश ने बताया कि इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जांच के आधार पर यह साफ हो चुका है कि आरोपी ने सरकारी पद का दुरुपयोग कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। एसीबी की टीम आरोपी के सभी बैंक खातों, संपत्तियों और निवेशों की गहन जांच कर रही है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की मुहिम
राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक मानी जा रही है। सरकारी अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार कर संपत्ति अर्जित करने के मामलों में एसीबी लगातार जांच कर रही है और जल्द ही अन्य भ्रष्ट अधिकारियों पर भी कार्रवाई की संभावना है।
12 से अधिक टीमों का गठन
डीजी ने बताया कि कार्रवाई के लिए 12 से अधिक टीमें बनाई गई हैं। रविवार सुबह एसीबी की टीम दीपक कुमार के ऑफिस भी पहुंची और वहां सर्च अभियान चलाया गया।
आय से 203% अधिक संपत्ति
मित्तल के पास जो प्रॉपर्टी और कैश मिला है, वह उसकी आय से करीब 203 प्रतिशत अधिक है। सर्च के दौरान एसीबी अधिकारियों को 16 प्लॉट के दस्तावेज भी मिले हैं, जिनमें करोड़ों रुपए का निर्माण कार्य किया गया है। एसीबी को जानकारी मिली थी कि आरोपी दीपक ने अपना कुछ पैसा फरीदाबाद में अपने भाई के पास भी लगाया है। इस पर टीम को फरीदाबाद भेजा गया है।
बच्चों की पढ़ाई पर 70 लाख रुपए खर्च
आरोपी XEN के बच्चों की स्कूल और कॉलेज की फीस से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। इनमें सेंट जेवियर स्कूल (जयपुर), जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स गोरखपुर की फीस शामिल है। कुल मिलाकर करीब 70 लाख रुपए की फीस का हिसाब मिला है।आरोपी के पास कई बीमा पॉलिसियों में निवेश और तीन बैंक लॉकर भी मिले हैं। इन बैंक लॉकरों की तलाशी लिया जाना अभी बाकी है।