धोखाधेड़ी के मामले में समझौते पर FR लगाने की एवज में एक ASI ने घूस मांगी। पीडि़त ने इसकी शिकायत ACB में की। इस पर ACB द्वारा इसका सत्यापन किया। सत्यापन सही होने पर ट्रेप की योजना बनाई। इसके बाद ASI को रंगो हाथों 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
उदयपुर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए राजसमंद जिले के नाथद्वारा थाने के ASI को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ ट्रैप किया है। एएसआई ने धोखाधड़ी के मामले में आपसी समझौता होने से प्रकरण में एफआर लगाने की एवज में रिश्वत मांगी थी। परिवादी ने उदयपुर एसीबी को इसकी शिकायत दी। इस पर शिकायत का सत्यापन किया गया। शिकायत सही पाए जाने पर ट्रैप की योजना बनाई गई और ASI को ट्रैप कर लिया। आरोपी से 10 हजार रुपए की राशि भी बरामद की गई है।
एसीबी उदयपुर के एएसपी उमेश ओझा ने बताया कि हितेंद्र सिंह पुत्र किशोरसिंह झाला निवासी मांडक का गुड़ा, केसुली ने ASI के रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। इस पर 9 नवंबर को शिकायत का सत्यापन किया। इसके बाद बुधवार को नाथद्वारा थाने के एएसआई मनीष सिंह पुत्र आशाराम जाट निवासी मालाकाली, तहसील श्रीमाधोपुर थाना रींगस (सीकर) को ट्रैप किया गया। ट्रैप करने वाली टीम में एसीबी के पुलिस निरीक्षक रतन सिंह राजपुरोहित, हेड कांस्टेबल हरिशचंद्र सिंह, रमेशचंद्र, मुनीर मोहम्मद, करणसिंह, मोतीलाल, कांस्टेबल टीकाराम, दिनेश कुमार, दलपतसिंह और लक्ष्मणसिंह शामिल थे।
नाथद्वारा थाने में 394/2021 धोखाधडी का प्रकरण दर्ज था। इस मामले में आपसी समझौता हो जाने के कारण परिवादी एफआर लगाने की मांग कर रहे थे। एएसआई ने प्रकरण में एफआर लगाने के लिए परिवादी से 10 हजार की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद परिवादी ने इसकी शिकायत उदयपुर एसीबी को दी।