Rajsamand News | राजसमंद जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने बुधवार को जिला परिषद में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की मैराथन बैठक ली, जिसमें नगर निकायों, पीडब्ल्यूडी, विद्युत विभाग, जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया गया। इस दौरान सीईओ बृजमोहन बैरवा, एसीईओ सुमन अजमेरा, टीओ विकास अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
IAS Balmukund Asawa : मनरेगा की समीक्षा करते हुए कलक्टर ने अपूर्ण कार्य 15 मार्च तक हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि वे अब हर माह इसकी समीक्षा करेंगे। इसके अलावा जियो टैगिंग के संबंध में कहा कि सभी विकास अधिकारी जेटीए के माध्यम से यह कार्य पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें और अगली समीक्षा बैठक में एईएन और जेटीए को भी साथ लाएं। कलक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में विजिट के दौरान नरेगा के लाभार्थी ग्रामीणों से जरूर मिले और फीडबैक लें। विकास अधिकारियों द्वारा नरेगा अंतर्गत हुए मॉडल विकास कार्यों को जिला कलक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जिस पर कलक्टर ने सफलता की कहानियाँ तैयार कर इन कार्यों को आमजन तक पहुंचाने के निर्देश दिए। जिला परिषद राजसमंद सीईओ ब्रजमोहन बैरवा ने पंचायतीराज की भौतिक स्थिति एवं प्रगति से अवगत कराया।
कैच द रैन में करें नवाचार:
कलक्टर ने बैठक में ‘जल शक्ति अभियान : ‘कैच द रेन’ को लेकर कहा कि सभी जल संरक्षण के क्षेत्र में कोई न कोई नवाचार करें जिससे राजसमंद जिला एक उदाहरण प्रस्तुत करे। कलक्टर ने जिले में वर्ष ऋतु से पहले-पहले कम से कम 1100 फार्म पॉण्ड तैयार करने के निर्देश दिए ताकि किसानों को समुचित ढंग से लाभान्वित किया जा सके।
‘लंग्स ऑफ पंचायत’ करें तैयार:
कलक्टर ने कहा कि हर ग्राम पंचायत में जलाशयों के नजदीक कम से कम 200 पेड़ों का एक शानदार झुरमुट तैयार किया जाए। आगामी मानसून को लेकर अभी से ही पौधशालाओं में पौधे तैयार करने का कार्य मिशन मोड पर शुरू कर दें और ये पौधे 20 जून तक तैयार हो जाएं। गांवों में स्थित सभी स्टेडियम की बाउंड्री पर पौधारोपण अवश्य करें। इसके अलावा उन्होंने कचरा संग्रहण केंद्र, कैटल शेड, अमृत सरोवर, चारागाह विकास कार्य आदि को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए।
ग्रामीण पर्यटन को दें बढ़ावा
कलक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र में बड़े तालाबों का चयन कर कोई न कोई ऐसे पर्यटन स्थल विकसित करें जहां आस-पास के गांवों के बच्चे पिकनिक मनाने आ सकें। इन तालाबों पर बोटिंग भी कराएं और आस-पास मनोरंजन पार्क विकसित करें। कलक्टर ने कहा कि हमें ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में आउट ऑफ द बॉक्स सोचते हुए कुछ नवाचार करने चाहिए।
सांसद और विधायक मद के कार्यों की समीक्षा :
बैठक में जिला कलक्टर ने एमपीलैड तथा एमएलएलैड के तहत स्वीकृत कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए तथा इन कार्यों की पंचायतसमिति वार समीक्षा की। मगरा क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम तथा डीएमएफटी के तहत के लंबित कार्यों को भी जल्द पूरा करने हेतु कहा। कुंभलगढ़ क्षेत्र में आँगनवाडी केंद्र के छत मरम्मत जैसे छोटे कार्य भी समय से पूर्ण नहीं होने पर कलक्टर ने नाराजगी जताई और कहा कि कार्यों को लंबित रखना स्वीकार्य नहीं है।
निर्माण श्रमिकों को समय पर जारी हो प्रमाण पत्र
मिशन श्रम संबल की समीक्षा करते हुए कलक्टर ने निर्माण श्रमिक शिक्षा एवं कौशल विकास योजना में हुए आवेदनों में ग्राम पंचायतों द्वारा जारी होने वाले 100 दिवस के प्रमाण पत्र में देरी पर कहा कि सभी विकास अधिकारी तीन दिन के अंदर-अंदर लंबित आवेदन निस्तारित करें। जिले में अब तक 5000 श्रमिकों के बच्चों को लाभान्वित किया जा चुका है, जो अभी भी काफी कम है, हमें हर एक पात्र निर्माण श्रमिक के बच्चे को लाभान्वित करना है। कलक्टर ने कहा कि निर्धन वर्ग की सेवा में सदैव तत्पर रहें और निर्धन वर्ग के भले से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता पर रखें।
लिगसी वेस्ट हटाएं, शौचालय सुधारें:
कलक्टर ने कहा कि अधिकारी सभी ग्राम पंचायतों में प्रवेश द्वार पर लिगसी वेस्ट हटाने का कार्य पूर्ण करें। साथ ही उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत कार्यालयों में निरीक्षण के दौरान शौचालयों की स्थिति संतोषजनक नहीं मिली है ऐसे में इस पर विशेष ध्यान देते हुए शौचालयों की स्थिति सुधारें। सामुदायिक शौचालय की समीक्षा के दौरान सीईओ ने बताया कि 2024-25 में 61 सामुदायिक शौचालय स्वीकृत हुए हैं। कलक्टर ने सामुदायिक शौचालय के लंबित कार्य जल्द गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने तथा रनिंग वॉटर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक दीपेन्द्र सिंह ने बताया कि 27694 सामाजिक सुरक्षा पेंशनर्स का सत्यापन अभी भी शेष है जिसमें ग्राम सभाओं से सहयोग अपेक्षित है, इस पर कलक्टर ने सभी बीडीओ को सत्यापन संबंधी कार्य जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
स्वच्छता में उत्कृष्ट कार्यों पर दी बधाई
राजसमंद जिला कलक्टर ने सभी विकास अधिकारियों को स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट कार्यों को लेकर बधाई दी और कहा कि आप सभी के सहयोग के बगैर यह संभव नहीं था। उन्होंने सीईओ को माय ऑफिस क्लीन ऑफिस के तहत जनवरी माह की रैंकिंग में प्रथम आने पर भी बधाई दी और कहा कि इसे आगे भी जारी रखें।
कलक्टर ने राजसमंद में अपार आईडी को लेकर दिए खास निर्देश
राजसमंद जिले में हर विद्यार्थी को पंजीकृत करते हुए एक यूनिक अपार आईडी (Student Aapar ID) जारी करने के लिए चल रही शिक्षा विभाग की कार्रवाई की राजसमंद कलक्टर बालमुकुंद असावा ने समीक्षा बैठक ली। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजसमंद मुकुट बिहारी शर्मा ने बताया कि राजसमंद जिला वर्तमान में उत्कृष्ट प्रगति के साथ तृतीय स्थान पर है। जिले में कुल 249814 विद्यार्थियों में से 174717 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जा चुकी है जो कि 69.94 प्रतिशत है। इस कार्य में राजकीय विद्यालय निजी विद्यालयों से कहीं आगे हैं। जिले के राजकीय विद्यालयों में 176167 में से 134651 विद्यार्थियों की अपार आईडी बन चुकी है जो कि 76.43 प्रतिशत है। लेकिन वहीं निजी विद्यालयों में कुल 73647 में से 40066 की अपार आईडी बनी है जो कि 54.40 प्रतिशत है।
सोमवार को अपार आईडी की प्रगति की समीक्षा के दौरान जब यह आंकड़ा जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के समक्ष शिक्षा विभाग ने प्रस्तुत किया तो उन्होंने भी इसे पूरी गंभीरता से लिया। इस दौरान डीईओ (प्रारम्भिक) राजेन्द्र गग्गड़ तथा डीईओ (माध्यमिक) नूतन प्रकाश जोशी भी उपस्थित थे।
कलक्टर ने सीडीईओ को निर्देश दिए कि निजी विद्यालयों को एक बार पुनः पाबंद किया जाए कि सभी विद्यार्थियों की अपार आईडी का काम जल्द से जल्द पूरा हो ताकि भारत सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना सफल हो सके। जिला कलक्टर ने यह भी कहा कि अगर कोई निजी विद्यालय इस कार्य को लेकर बिल्कुल लापरवाही बरत रहा है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव भिजवाएं।
हर बच्चे का आधार कार्ड होना सुनिश्चित करें :कलक्टर
शिक्षा विभाग द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि कई बच्चों का आधार कार्ड न होने एवं कई आधार में संशोधन की जरूरत होने की वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है। इस पर कलक्टर ने तुरंत डीओआईटी के संयुक्त निदेशक को अपने कक्ष में बुलाकर निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए 100-100 बच्चों के क्लस्टर पर आधार कार्ड बनाने एवं संशोधन का शिविर आयोजित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही पूरी करें ताकि जिले के बच्चों को समुचित ढंग से लाभान्वित किया जा सके। इससे न सिर्फ सभी बच्चों के आधार कार्ड बन जाएंगे, बल्कि अपार आईडी का काम भी समय से पूरा होगा।
SHG Women Group : महिलाओं का नवाचार देकर कलक्टर चकित
राजसमंद जिले में प्लास्टिक मुक्त राजसमंद को लेकर प्रशासन कई अभिनव पहल कर रहा है। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा को जिला परिषद एसीईओ डॉ सुमन अजमेरा ने एडीएम नरेश बुनकर और जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा की उपस्थिति में राजीविका एसएचजी समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए आकर्षक जूट के बैग और अन्य थैलियाँ दिखाई। कलक्टर ने इन उत्पादों को देख विशेष रूप से इसकी गुणवत्ता को सराहा।
कलक्टर ने कहा कि ये उत्पाद तो बाजार में उपलब्ध अधिकतर उत्पादों से बेहतर हैं, ऐसे में बाजार के अनुरूप इनकी कीमत तय कर बिक्री कराएं जिससे ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को लाभान्वित किया जा सके। डीपीएम ने इस दौरान एसएचजी द्वारा तैयार मिट्टी के गमलों, मिट्टी की पानी बोतल आदि के नमूने भी दिखाई। इस पर कलक्टर ने सभी विभागों से राजीविका से न्यूनतम 10-10 गमले अथवा पेन स्टैंड खरीदने की अपील की।
राजसमंद कलक्टर ने जूट के बैग की बाजार अनुरूप सही कीमत निर्धारित करने के लिए नगर परिषद आयुक्त, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक और डीपीएम को सर्वे कर सही कीमत तय करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि इन बैग्स की मार्च माह के प्रथम सप्ताह में आयोजित होने जा रहे होली मेले के अवसर पर बिक्री कराई जाए।
कलक्टर बोले- बुके के बजाय मिट्टी के गमले उपहार में दें
कलक्टर बालमुकुंद असावा ने सभी अधिकारियों से अनुरोध किया है कि कार्यक्रमों या अन्य अवसरों पर आतिथ्य सत्कार में अब बुके भेंट करने के बजाय राजीविका एसएचजी द्वारा निर्मित मिट्टी के गमलों में पौधे लगाकर भेंट करें। साथ ही किसी भी बैठक या अन्य आयोजन में प्लास्टिक की बोतलें नजर नहीं आए। कलक्टर का कहना है कि जब तक हम खुद शुरुआत नहीं करेंगे तब तक दूसरों को कैसे प्रेरणा देंगे। उन्होंने प्लास्टिक मुक्त राजसमंद की पहल को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं।