Rajsamand Police : लूट व जानलेवा हमले के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को राजनगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा आरोपी के क्राइम हिस्ट्री की जांच की जा रही है। दो भाई के साथ बेरहम मारपीट के बाद सोने के जेवर लूट ले जाने व गाड़ी में तोड़फोड़ करने के आरोप है। पुलिस हर एक पहलू पर आरोपी से पूछताछ कर रही है।
Crime news : राजनगर थाना प्रभारी योगेश चौहान ने बताया कि 2 दिसंबर 2023 को देवाणा निवासी राजवीरसिंह पुत्र शंभूसिंह राव ने राजनगर थाने में रिपोर्ट दी थी। बताया था कि 1 दिसंबर की रात करीब 10:30 बजे नारायण लाल सुथार, विष्णु बागोरा, लोकेश विजयवर्गीय और मिका उर्फ मयंक सनाढ्य ने उसे फोन कर डराया व धमकाया और उसे घर से बाहर बुलाया। उस वक्त वह घर पर मौज्ूद नहीं था। उसके बाद वह उसके बड़े भाई के साथ नाथद्वारा के लिए जा रहा था, तभी अचानक बड़ारड़ा के पास एक गाड़ी सामने रूकी और राजवीर की गाड़ी से चाबी निकाल दी। उसके बाद आरोपियों ने राजवीर व उसके भाई के साथ मारपीट और जानलेवा हमला किया। हमले में दोनों भाइयों के सिर पर गंभीर चोटे आई व आरोपियों ने मारपीट के दौरान सोने की 2 तोले की चेन व अगूंठी छीन ली व गाड़ी के साथ भी तोड़फोड़ कर दी। उसके बाद पुलिस ने थाने में रिपोर्ट दी जिसके बाद पुलिस द्वारा जांच शुरू कर दी गई थी।
Police News : हाईकोर्ट की रोक से अटकी रही गिरफ्तार
Police News : पीड़ित की रिपोर्ट के बाद मामले को गंभीरता में लेते हुए पूर्व में मयंक सनाढय व विष्णु वागोरा को 8 दिसम्बर 2023 को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद पुलिस ने 16 मार्च 2024 को आरोपी लोकेश पुत्र सत्यनारायण विजयवर्गीय जैन को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। हालांकि आरोपी नारायण लाल उर्फ प्रवीण पुत्र लेहरीलाल सुथार के हाइकोर्ट जोधपुर से गिरफ्तारी पर रोक थी जिसके कारण आरोपी लम्बे समय से फरार था। उसके बाद 29 अप्रैल 2024 को जैसे ही पुलिस को आरोपी के जमानत याचिका खारिज होने की सूचना मिली। पुलिस ने मयंक सनाढय उर्फ मीका व विष्णु बागाेरा को 8 दिसम्बर को 2023 को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने 16 मार्च 2024 को लोकेश पुत्र सत्य नारायण विजयवर्गीय जैन को भी गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया था। इस मामले में लम्बे समय से फरार आरोपी नारायण लाल उर्फ प्रवीण उर्फ पप्पू (32) पुत्र लेहरीलाल सुथार निवासी देवाणा के हाई कोर्ट जोधपुर से गिरफ्तारी पर रोक थी। जिसके बाद 29 अप्रैल 2024 को आरोपी की जमानत खारिज होने पर उसे अब गिरफ्तार कर लिया। इसके लिए पुलिस ने राजनगर, कांकरोली, कुवारिया में दबिश देकर उसे पकड़ा। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से पुलिस रिमांड पर रखने के आदेश हुए।