प्रेम की वेदी पर ज्वाला जलती, सुहाग उजड़ा, पीड़ा तन में घुलती।
नैतिकता की बेड़ियां तोड़ी, अपने प्रियतम संग जीवन सँजोई।।
न्याय-अन्याय की परवाह छोड़ी, समाज की रूढ़ियों को तोड़ी।
इश्क में पागल, दुनिया भूली, बस प्रियतम की राह में डूबी।।
Real Story : यह पंक्तियां आज की रियल क्राइम स्टोरी पर सटीक बैठती है, जिसमें महिला ने कुछ ऐसा ही किया, जिसके चलते न सिर्फ खुद का सुहाग उजड गया, बल्कि प्रेमी के साथ खुद को भी जेल की सलाखों के पीछे जाना पडा। इस तरह खुद का परिवार टूटा और प्रेमी के परिवार को भी बेसहारा कर दिया। इश्क की भावुकता में उठाया कदम हमेशा घातक परिणाम लेकर ही आता है। इसलिए हर शख्स को इश्क के चक्कर में गलत कदम उठाने से बचना चाहिए। अपने परिवार की फिक्र करनी चाहिए और जो कदम वे उठा रहे हैं, उसके परिणाम को लेकर एक बार विचार जरूर करना चाहिए, हो सकता है, ऐसे गंभीर परिणाम न भुगतने पड़े, जिससे आपका परिवार उजड जाए। तो आइए शुरू करते हैं, वास्तविक घटना पर आधारित यह कहानी।
Real Crime Story : 3 अगस्त 2023 को सीमा हरियाणा के फरीदाबाद के थाना बीपीटीपी में पहुंची, तो उसके चेहरे पर परेशानी के अनेक भाव थे। वहां पर थाना प्रभारी उस वक्त चाय नाश्ता कर अखबार पढ रहे थे। सीमा की उडी हुई रंगत देखी तो अखबार मेज पर रख पूछा कि क्या हुआ, इतनी घबराई हुई क्यों हो और क्या बात हुई, कोई परेशानी है। इस पर साहब मेरे पति कहते हुए सीमा रो पडी। थाना प्रभारी बोले कि क्या हुआ तुम्हारे पति को। वह कल शाम को बाजार गए, जो वापस घर नहीं लौटे है। मैंने काफी तलाश की, मगर पता नहीं चल पाया। थाना प्रभारी ने कहा कि तुम्हारे पति कहां रहते हैं, कहां काम करते हैं, क्या नाम है और क्या कहकर व कब बाजार गए थे। इस पर सीमा बोली कि हम खेडी कलां गांव में रहते हैं। इस पर सीमा बोली कि वह मेरे साथ ही स्कूल में कंडक्टरी करते हैं। शाम को घर पर खाना बना रही थी, तब पति उसे किसी जरूरी काम से बाजार जाकर आना बताया, लेकिन वापस नहीं आए। मोबाइल पर स्वीच ऑफ आ रहा है। फिर रात 10 बजे बाद आस पडोसियों की मदद से बाजार में तलाश किया, मगर पता नहीं चल सका। फिर रातभर इंतजार करती रही और सोचा कि कहीं रूक गए होंगे और सुबह तक आ जाएंगे, मगर सुबह 9 बजे तक भी नहीं आए हैं। इस थाना प्रभारी ने कहा कि तुम गुमशुदा की रिपोर्ट दो और फोटो भी दे दीजिए, ताकि उनकी तलाश शुरू करते हैं और जल्द तलाशने के प्रयास किए जाएंगे।
पुलिस ने 35 वर्षीय रमेश कुमार के लापता होने का प्रकरण दर्ज किया और उसके फोटो को भी ले लिया। थाना प्रभारी से आश्वासन मिलने के बाद सीमा वापस घर आ गई। थाना प्रभारी ने रमेश की गुमशुदगी के प्रकरण को गंभीरता से लिया और खुद ही पुलिस टीम के साथ खेडी कलां के बाजार में पहुंच गए। रमेश का फोटो दिखाकर दुकानदार, चायपान के ठेलों पर उसके विषय में पूछा गया, मगर कहीं से भी उन्हें रमेश के बाजार में आने की सूचना नहीं मिली। थाने लौटने के बाद एसपी को अवगत कराया, तो यह प्रकरण क्राइम ब्रांच डीएलएफ को ट्रांसपर कर दिया गया। इस पर क्राइम ब्रांच डीसीपी मुकेश मल्होत्रा ने एसीपी अमन यादव के सुपरविजन में पुलिस दल का गठन किया और रमेश की तलाश के प्रयास शुरू कर दिए।
Police Action : उन्होंने रमेश के फोटो को सभी थानों में भिजवाकर सोशल मीडिया पर भी फोटो को शेयर किया गया। साथ ही इसको लेकर गहन विचार विमर्श किया गया। साथ ही महिला की रिपोर्ट को देखने के बाद थाना प्रभारी से भी घटना के बारे में जानकारी एकत्रित कर ली। साथ ही एसीपी अमन यादव व क्राइम ब्रांच प्रभारी दीपक कुमार के बीच चर्चा हुई। इस पर दीप कुमारी ने बताया कि संभवत: रमेश का किसी ने अपहरण किया है अथवा वह खुद घर छोडकर कहीं चला गया। फिर बोला कि अगर अपहरण होता तो फिरौती मांगने वाले परिजनों को फोन जरूर करते। साथ ही मर्जी से रमेश के घर से कहीं चले जाने की संभावना भी फिलहाल कुछ दिख नहीं है और पारिवारिक परेशानी की बात भी अभी तक तो सामने नहीं आई है।
एसीपी बोले कि पति घर तब छोडता है जब घर पर कोई परेशानी हो। कहीं पति व पत्नी के बीच अनबन तो नहीं है। इसके बारे में पता किया जा सकता है। फिर अगली जांच करनी चाहिए। साथ ही एसीपी बोले कि कहीं रमेश को खुद ही गायब तो नहीं करवाया। प्रभारी दीपक बोले- हो सकता है। फिर एसीपी बोले कि अगर पत्नी का चरित्र ठीक न हो, तब पत्नी खुद अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए मरवा भी सकती है। इस तरह रिपोर्ट देने वाली सीमा के चरित्र की गुप्त तरीके से जांच शुरू कर दी गई। क्राइम ब्रांच प्रभारी के साथ एसीपी जीप लेकर सीधे ही सीमा के गांव पहुंच गए। इससे पहले एसीपी अमन ने पूरी टीम को समझा दिया था कि सीमा के पडोसियो से किस तरह उसके चरित्र को लेकर टोह लेनी है।
रमेश के घर का पता पूछते हुए क्राइम ब्रांच की पुलिस टीम रमेश के घर से पहले ही जीप रोक दी। साथ ही आस पडोस के लोगों से रमेश के बारे में जानकारी ली और उसकी पत्नी सीमा के चरित्र को लेकर भी पूछताछ की गई। इस तरह एसीपी अमन व प्रभारी दीपक सीधे ही रमेश के दरवाजे पर पहुंचे, जहां पर सीमा तो बाहर ही मिल गई। दोनों अधिकारियों को सामने देख कर उसने तत्काल सिर पर पल्ला लिया व आंखों में आंसू टपकाते हुए पूछा कि साहब कोई पता चला है क्या। इस पर पुलिस अधिकारी बोले कि अभी तक तो पता नहीं चला, मगर जल्द ही रमेश को तलाश लेंगे, यह आश्वासन दिया। इस पर प्रभारी दीपक ने सीमा के चेहरे पर नजरें जमा कर गंभीर लहजे में पूछा कि रमेश की किसी से दुश्मनी थी क्या अथवा किसी से कोई झगडा हुआ हो। इस पर सीमा बोली नहीं, किसी से लडाई झगडा नहीं करते थे। इस पर दूसरा सवाल किया कि क्या बाजार में अकेले गया था अथवा कोई और उसके साथ में था। इस पर सीमा बोली कि साहब अकेले ही बाजार गए। फिर पूछा कि वह कौनसे स्कूल में नौकरी करते थे, तब सीमा ने जानकारी दे दी।
फिर वे वापस लौटने लगे और रमेश के घर से कुछ दूरी पर जीप को राेक लिया और गांव में अन्य लोगों से पूछताछ कर रहे टीम के जवान भी आ गए और जीप में बैठ गए। 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका था, मगर रमेश का पता नहीं चला। इस पर क्राइम ब्रांच की टीम को भी कोई खास तथ्य हाथ नहीं लग पाए थे। तीसरे दिन एसीपी अमन व प्रभारी दीपक सीधे स्कूल पहुंचे, जहां रमेश व सीमा काम करते थे, जहां से कुछ चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। एक कार्मिक ने बताया कि स्कूल में सीमा व राहुल के बीच नजदीकियां थी, जो स्कूल में दोनों साथ रहते और खाना भी साथ में ही खाते थे। साथ ही रमेश के बारे में स्कूल के अन्य ड्राइवरों से भी बातचीत कर कई तथ्य जुटा लिए थे। साथ ही रमेश के साथ रहने वाले ड्राइवर ने भी कई गोपनीय बाते क्राइम ब्रांच की टीम को बता दी।
ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि रमेश उसकी पत्नी सीमा से इस बात से परेशान था कि वह राहुल के साथ हंस हंस कर बातें करती है और उसके आगे पीछे मंडराती है। अक्सर सीमा को टोकता रहता था कि वह राहुल से मेलजोल न रखें, मगर सीमा तो मानती ही नहीं थी। एक ड्राइवर ने तो यहां तक कहा कि रमेश एक बार गुस्से में बोला भी था कि अगर राहुल उसकी पत्नी से दूर नहीं हुआ, तो वह उसका खून कर देगा। इस तरह पुलिस का सीमा पर बदलचलन का शक सही निकला। फिर पुलिस ने राहुल के बारे में पूछताछ की, तो स्कूल प्रशासन से बताया गया कि वह तो 2- 3 दिन से ड्यूटी पर ही नहीं आ रहा है। इस पर पुलिस ने तत्काल स्कूल से ही राहुल के घर का पता लिया और पुलिस टीम जीप लेकर पहुंच गई राहुल के गांव अडिंग, जहां से पता चला कि राहुल तो कई दिनों से गांव आया ही नहीं है। गांव में राहुल के पिता शोभाराम, उसकी पत्नी व बच्चे रह रहे थे।
राहुल के बारे में शोभाराम ने बताया कि राहुल उसकी तनख्वाह का एक हिस्सा घर में पत्नी को भेजता है, बाकी अपने खाने पीने के लिए रख लेता था। उसे अपनी बीवी व बच्चों से कोई मोह नहीं रहा। इसलिए वह फरीदाबाद में किराए का कमरा लेकर रहता है, मगर वहां का पता कभी घरवालों को नहीं बताया। इस तरह पुलिस का शक सही साबित होने लगा था कि राहुल की सीमा के साथ नजदीकियां कुछ ज्यादा ही थी, तभी तो उसका घर पर पत्नी व बच्चों में मन नहीं था। इस बीच पुलिस टीम ने राहुल के फरीदाबाद वाले किराए के घर का पता कर लिया, जहां भी राहुल नहीं मिला। बताया गया कि वह 2-3 दिन से उस घर पर नहीं आया। राहुल अब पूरी तरह पुलिस के शक के दायरे में आ गया. उसको पकडने के लिए एसीपी अमन ने मुखबिर लगा दिए। इसका नतीजा सार्थक निकला और 17 अगस्त 2023 को सुबह मथुरा के गांव बुढना स्थित चंदीला चौक से गिरफ्तार कर लिया गया। उसी दिन उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से 25 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर रखने के आदेश हुए। फिर क्राइम ब्रांच डीएलएफ के रिमांड रूम में राहुल को लाया, जहां पर एसीपी अमन के तेवर देख वह कांपने लगा। फिर एसीपी ने राहुल को तीखे तेवर में बोले कि अब जो पूछे, उसका सही जवाब दे, वरना झूठ बोलने पर उलटा लटका दिया जाएगा। पुलिस टीम के सख्त रवैये को देखते हुए राहुला बोला कि मैं कुछ नहीं छिपा रहा हूं और सब सच बताऊंगा, आप पूछिए, जो भी पूछना चाहते हो।
इस पर अमन ने पूछा कि तुम्हारे स्कूल में कार्यरत रमेश पिछले 15 से दिन से लापता है, जो कहां है, बताओ। इस पर राहुल बोला कि मैंने उसे मार दिया। इस पर पास बैठे प्रभारी दीप कुमार बोले कि क्यों मारा ? इस पर रमेश बोला कि वह तो सीधा सादा व्यक्ति था, गलती तो मेरी ही है। मैं उसकी पत्नी सीमा की बातों में फंस गया और उसके रूपजाल ने मुझे ऐसा मोहित किया कि मैं खुद की पत्नी व बच्चों तक को भूल गया। सीमा के कहने पर मैंने रमेश की हत्या कर डाली। मुझसे बहुत बडा पाप हुआ है साहब और उसे माफ कर दीजिए। फिर वह रोने लग गया। आंसू पोछने के बाद राहुल फिर बोला कि वह परेशान स्थिति में काम की तलाश में उसकी स्कूल में आई थी, तो उसे उसने ही चपरासी की नौकरी पर लगवाया था। फिर सीमा बातूनी थी और जल्दी ही उस पर आकर्षित हो गई और वह मेरे साथ जीने की बाते करने लगी। फिर उसके अवैध संबंध भी बन गए, जिसके चलते सीमा को उसका पति अच्छा नहीं लगने लगा।
पहले उसी के कहने पर मैंने स्कूल में रमेश को भी बस की कंडक्टरी का काम दिलाया था। वह स्कूल में रोज आता था, लेकिन सुबह दोपहर में वह स्कूल बस के साथ बच्चों को लाने छोडने के लिए बाहर रहता था। इस बीच सीमा के साथ अपने दिल की मुरादें पूरी कर लेते। कुछ समय बाद रमेश को उन पर शक हुआ, तो उसने सीमा को मुझसे दूर करने के प्रयास किए, लेकिन सीमा को इस बात की परवाह नहीं थी और वह हमेशा उसके नजदीक बनी रही। रमेश घर जाकर सीमा को झगडता रहता था और इसी कारण घर उनका आपसी झगडा हुआ करता था, लेकिन सीमा तो उसका साथ नहीं छोडना चाहती थी। इसी बीच एक दिन सीमा ने उसे कहा कि रमेश को रास्ते से हटा दें। क्योंकि रमेश अब उसकी पत्नी पर हाथ उठाने लगा था।
रमेश ने बताया कि सीमा के कहने पर उसने रमेश की हत्या करने की साजिश रची। इसके तहत 2 अगस्त 2023 को रमेश को शराब पार्टी दी, जिसके लिए वह मान गया। ठेके से शराब की बोतल लेने के बाद वह रमेश के साथ आगरा केनाल नहर के पास पहुंच गया, जहां सन्नाटा पसरा हुआ था। फिर शराब के पैग बनाकर खुद कम पी और रमेश को खूब शराब पिलाई, जिससे वह निढाल हो गया। जब नशे में चूर हो गया, तो ईंट उठाकर उसके सिर पर पटक दी। फिर उसे घसीट कर नहर में धकेल दिया और इसकी जानकारी उसी वक्त सीमा को मोबाइल पर कॉल कर दे दी।
पुलिस की पूछताछ में राहुल ने प्यार की पूरी कहानी बताई, जिसे सुनकर सब चकित रह गए। बताया कि सीमा को जब से स्कूल में नौकरी लगवाया, तब से वह उसे मन से चाहता था, मगर कभी बोल नहीं पाया। इस बीच दिन की बात है, जब घर पर उसकी पत्नी से किसी बात को लेकर अनबन हो गई। फिर वह भूखा ही स्कूल पहुंच गया। फिर दोपहर में जब सीमा खाने का टिफिन लेकर स्टोर रूम में आई, तो वह मुंह लटकाए उदास बैठा था। उसके चेहरे पर उदासी देख सीमा ने कहा कि क्या आज खाना नहीं खाना है ? इस पर राहुल गहरी सांस लेकर बोला कि मैं खाना नहीं लाया। तुम खाना खा लो सीमा। इस पर टिफिन का ढक्कन खोलते हुए सीमा बोली कि क्या घर पर आज फिर बीवी से झगडा हुआ है। इस पर राहुल ने सिर हिलाते हुए हां का इशारा किया। फिर वह बोला कि आज केवल इस बात पर झगड बैठी कि मैंने चाय में चीनी ज्यादा होने की शिकायत कर दी। बात बहुत छोटी थी, लेकिन लगता है वह मुझसे जली भुनी बैठी रहती है। उसे कोई पॉइंट मिला और लगी झगडने। मेरी जिंदगी तो नरक बनाकर रख दी है उसने। इसलिए मैं आज गुस्से में भूखा ही चला आया हूं।
सीमा अपनी जगह से उठी और राहुल की कुर्सी के पास आ गई। उसने राहुल के कंधे पर हाथ रखकर प्यार से कहा कि छोडो घर की बात, आओ मेरे साथ खाना खा लो। इस पर राहुल बोला- नहीं बबीता, अगर मैंने तुम्हारे टिफिन से खाया तो तुम्हारा पति रमेश भूखा रह जाएगा। तुम रमेश को बुला लाओ और खाना खा लो। मैं अपने लिए कैंटीन से कुछ ले आता हूं और यह कहते हुए राहुल कुर्सी से उठने लगा। इस पर सीमा ने उसकी कलाई पकड ली। फिर वह बोली रमेश आज ड्यूटी पर नहीं आया है, उसे बुखार था, वैसे भी यदि वह आता तो मैं उसे अपने टिफिन में मुंह नहीं मारने देती। राहुल ने कनखियों से सीमा की ओर देखा, ऐसा क्यों बोल रही हो सीमा, वो तुम्हारा पति है। उसका तुम पर और इस खाने पर पूरा पूरा हक है। वह मेरा नाम का पति है रमेश, मुझे अब उससे नफरत होने लगी है। राहुल बोला कि ऐसा क्यों, क्या मुझे लेकर वह अब भी तुम पर शक करता है ?
सीमा बोली कि हां, उसका कहना है कि मैं उसे छोडकर तुम्हें चाहने लगी हूं। तुम्हारे साथ मेरा उठना बैठना उसे पसंद नहीं है। फिर वह बोली कि छोडो यह सारी बातें और तुम हाथ धोकर आ जाओ, मैंने आज तुम्हारी पसंद की आलू मटर की सब्जी बनाई है। इस राहुल के मुंह में पानी आ गया। वह तुरंत बाहर गया और हाथ धोकर आ गया। सीमा के सामने वह बैठ गया और सीमा ने टिफिन उसके सामने कर दिया। दोनों एक ही टिफिन में खाना खाने लगे। राहुल 7- 8 साल से फरीदाबाद के स्कूल में सफाईकर्मी था। 4 साल पहले परेशान हालत में सीमा वहां पर काम की तलाश में आई थी, तो राहुल ने उसे चपरासी की नौकरी पर रखवा दिया था। पहली ही नजर में सीमा उसे भा गई थी। 27 साल की गदराए बदन की सीमा का रूप सौंदर्य किसी भी पुरुष को मोहित कर सकता था। शादीशुदा राहुल 2 बेटियों का बाप था, फिर भी सीमा को देखकर उसका मन उसे अपना बनाने के लिए डोल गया था। सीमा को स्कूल में नौकरी दिलवाने के पीछे उसका यही मकसद था कि सीमा उसका अहसान मानकर उसके करीब आ जाए। हुआ भी कुछ ही ही और सीमा उसके आस पास मंडराने लगी थी। वह लंच राहुल के साथ ही बैठ कर करती थी। यह सिलसिला लंबे समय तक चला, क्योंकि सीमा की परेशानी को भांप कर राहुल ने उसके पति रमेश को भी स्कूल में नौकरी पर लगवा दिया था। रमेश स्कूल बस में कंडक्टरी करने लगा था, इसलिए लंच में अब वह अपनी पत्नी सीमा के साथ लंच करने आ जाता था। राहुल को यह देख कर कुढन होती थी, लेकिन वह कर ही क्या सकता था। हां, उसने यह जरूर महसूस किया था कि सीमा लंच टाइम में अपने पति रमेश की मौजूदगी पसंद नहीं करती थी।
जब कभी रमेश स्कूल के काम से लंच टाइम में बाहर रहता था, तब सीमा तो राहुल को पास बिठाकर अपने ही टिफिन में खाना खिलाती थी, तब वह बहुत खुश नजर आती थी। उस दिन भी रमेश स्कूल में नहीं था। उसे बुखार था, इसलिए वह स्कूल में आया ही नहीं था। सीमा टिफिन में खाना राहुल के लिए बनाकर लाई थी, जिसमें राहुल के पसंद की आलू मटर की सब्जी थी। इस पर राहुल रोटी व सब्जी खाते हुए बोला- वाह क्या शानदार खाना बनाया है। इस पर राहुल बोला कि जी चाहता है कि तुम तो रोज मेरे लिए खाना बनाकर लाओ व रोजाना प्यार से मुझे खिलाओ तो मेरी जिंदगी में बहार आ जाएगी। राहुल की तारीफ सुनकर सीमा मुस्कुरा उठी और बोली कि मैं तो तुम्हारी जिंदगी में सात रंग बिखरने को तैयार हूं राहुल, मगर वहां तुम्हारी पत्नी और इधर मेरा पति रमेश। ये दोनों है, तब तक हमारा ख्वाब पूरा नहीं हो सकता है। इस पर राहुल बोला कि ख्वाब जरूर पूरे होंगे सीमा, अगर तुम चाहो तो। इस पर सीमा हैरानी से देखकर मन ही मन सोचने लगी कि राहुल उसे सचमुच दिल की गहराई से प्यार करता है क्या। उसे रमेश की जगह दिल के अंदर जगह देने में कोई नुकसान नहीं होगा ? राहुल ने बताया कि इस तरह से उसकी सीमा से नजदीकियां बढी और उनके बीच अवैध संबंध बन गए थे।
Love Affair : इस तरह 3 अगस्त 2023 षडयंत्र के तहत ही सीमा हरियाणा के बीपीटीपी पुलिस थाने पहुंची और पति रमेश के लापता होने की रिपोर्ट लिखवा दी। राहुल द्वारा रमेश की हत्या करना कबूलने के बाद पुलिस ने सीमा को भी गिरफ्तार कर लिया। क्राइम ब्रांच दफ्तर में प्रेमी राहुल को सिर झुका कर बैठा देखते ही वह समझ गई कि पति की हत्या का भेद खुल गया। इस पर पुलिस की सख्ती देखकर सीमा ने भी उसके पति रमेश की हत्या करने का गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद प्रेमी व प्रेमिका की निशानदेही से 19 अगस्त 2023 को पलवल के गांव छज्जूपुर के पास आगरा कैनाल से रमेश की लाश को बरामद कर लिया। फिर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। राहुल व सीमा को अपने किए की सजा दिलवाने के लिए थाना प्रभारी तैयारी में लग गए। रमेश के शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया गया। साथ ही पुलिस की मौजूदगी में शव की अंतेष्टी कर दी गई।
इस कहानी में मृतक रमेश व आरोपी प्रेमी प्रेमिका राहुल – सीमा के नाम काल्पनिक है, लेकिन यह कहानी वास्तविक घटना पर आधारित है। यह कहानी बताने के पीछे हमारा उद्देश्य किसी की भावना को आहत करना या परेशान करना नहीं है, बल्कि आमजन को अपराध के प्रति सतर्क करना ही मुख्य ध्येय है। यह कहानी आपको कैसी लगी, क्या सीख दे रही है, इसके बारे में जरूर कमेंट करके बताए। साथ ही इस तरह की कहानियों के लिए हमारे यू ट्यूब चैनल क्राइम केरोसिन को जरूर सब्सक्राइब करें, ताकि आपको अपडेट कहानी का नोटिफिकेशन तत्काल मिल सकें।