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REET 2025 : राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) 2024 में सामान्य ज्ञान (General Knowledge) और विशेष रूप से राजस्थान के लोक ज्ञान पर आधारित प्रश्नों का महत्व बढ़ गया है। परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए यह आवश्यक है कि अभ्यर्थी राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों, संस्कृति, परंपराओं और लोक कलाओं से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को गहराई से समझें। यह लेख REET 2024 की तैयारी के लिए आवश्यक विषयों और रणनीतियों पर प्रकाश डालता है।

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REET 2025 Syllabus : राजस्थान का इतिहास और उसके प्रमुख स्थल

  1. REET 2025 Syllabus : ऐतिहासिक स्थल: राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों में कुम्भलगढ़ का किला, चित्तौड़गढ़, आमेर का किला, और रणथंभौर का किला प्रमुख हैं।
    • कुम्भलगढ़: इसका निर्माण महाराणा कुम्भा ने करवाया था और यह अपने विशाल परकोटे के लिए प्रसिद्ध है।
    • चित्तौड़गढ़: यह राजस्थान के शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। रानी पद्मिनी और मीरा बाई की कथाएं इसी स्थल से जुड़ी हैं।
    • आमेर का किला: जयपुर का यह किला राजपूताना स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
    • रणथंभौर का किला: यह किला रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के भीतर स्थित है और अपने रणनीतिक महत्व के लिए जाना जाता है।
  2. राजस्थान की प्रमुख रियासतें: मेवाड़, मारवाड़, जयपुर, बीकानेर और अलवर की रियासतों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक योगदान समझना परीक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

REET 2024 Study Guide : राजस्थान की संस्कृति और परंपराएं

  1. REET 2024 Study Guide : लोक नृत्य
    • घूमर: यह राजस्थान का सबसे प्रसिद्ध लोक नृत्य है, जिसे विशेष अवसरों पर performed किया जाता है।
    • कालबेलिया: यह नृत्य कालबेलिया समुदाय की महिलाएं करती हैं और इसे यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरों में शामिल किया गया है।
    • भवाई: इसमें नर्तक सिर पर मटके रखकर संतुलन बनाते हुए नृत्य करते हैं।
  2. लोक संगीत:
    • पधारो म्हारे देश: यह राजस्थान के स्वागत गीत के रूप में प्रसिद्ध है।
    • मांड: यह राजस्थान का शास्त्रीय लोक संगीत है, जो प्रेम और वीरता की कहानियां सुनाने के लिए प्रसिद्ध है।
  3. लोक कथाएं और लोक देवता:
    • पाबूजी और तेजाजी जैसे लोक नायक राजस्थान के समाज में विशेष महत्व रखते हैं।
    • गोगाजी को “सांपों के देवता” के रूप में पूजा जाता है।
  4. पहनावा और आभूषण:
    • पुरुष: धोती, अंगरखा और पगड़ी राजस्थान के पारंपरिक पहनावे का हिस्सा हैं।
    • महिलाएं: घाघरा-चोली और ओढ़नी पहनती हैं, जिसे भारी कढ़ाई और गोटा-पत्ती वर्क से सजाया जाता है।

REET 2024 Study Tips : राजस्थान की लोक कला और हस्तशिल्प

  1. REET 2024 Study Tips : हस्तशिल्प
    • ब्लू पॉटरी: जयपुर की यह कला दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
    • बंधेज: यह कपड़ों पर की जाने वाली एक खास रंगाई कला है।
    • लकड़ी पर नक्काशी: राजस्थान के कारीगरों द्वारा बनाई गई यह कला फर्नीचर और सजावटी वस्तुओं में देखी जाती है।
  2. पेंटिंग्स:
    • फड़ पेंटिंग: यह राजस्थान की एक पारंपरिक लोक कला है, जिसमें भगवान पाबूजी और देव नारायण की कहानियां चित्रित की जाती हैं।
    • मिनिएचर पेंटिंग्स: यह राजस्थान की राजसी कला का प्रतीक है।

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Reet study material : तैयारी के टिप्स

  1. Reet study material : पढ़ाई की योजना बनाएं:
    • रोजाना कुछ समय राजस्थान के इतिहास और संस्कृति से संबंधित पुस्तकों को पढ़ने में लगाएं।
    • सरकारी और प्रमाणित पुस्तकों को प्राथमिकता दें।
  2. नोट्स तैयार करें:
    • हर महत्वपूर्ण विषय का संक्षिप्त सारांश तैयार करें।
    • विशेष तिथियों, राजाओं, और सांस्कृतिक तथ्यों को स्पष्ट रूप से नोट करें।
  3. प्रैक्टिस और रिविजन:
    • पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें।
    • मॉक टेस्ट और क्विज़ के माध्यम से अपनी प्रगति जांचें।
  4. ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करें:
    • राजस्थान पर्यटन और संस्कृति विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से प्रामाणिक जानकारी प्राप्त करें।
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Reet study tips in hindi : रीट 2024 में राजस्थान के सामान्य ज्ञान और लोक ज्ञान का महत्व इस बार और अधिक बढ़ गया है। अभ्यर्थियों को राजस्थान के इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की गहरी जानकारी हासिल करनी होगी। सही रणनीति और व्यवस्थित अध्ययन से परीक्षा में सफलता सुनिश्चित की जा सकती है। याद रखें, राजस्थान की समृद्ध धरोहर को समझना न केवल परीक्षा के लिए बल्कि हमारी संस्कृति से जुड़ने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

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  • Parmeshwar Singh Chundawat

    परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Parmeshwar Singh Chundawat

परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com