कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों एवं विधवा महिलाओं को सरकार ने 50 दिन में 10064 को 57.43 करोड़ की सहायता राशि पहुंचाई। राज्य में चिह्नित 97% कोरोना मृतकों तक सीएम कोरोना सहायता योजना के तहत राशि पहुंचा दी है। कोरोना मृतकों की सहायता राशि को लेकर केन्द्र सरकार तो अभी पसोपेश में ही है और राज्य में चिह्नित में से 97% कोरोना मृतकों तक सीएम काेराेना सहायता योजना के तहत राशि पहुंचा दी गई है। शेष का सर्वे चल रहा है। प्रदेश में 10064 पीड़ितों काे 57.42 कराेड़ की सहायता दी गई है। इनमें 5699 विधवा महिलाएं, उनके 4220 बच्चे और 145 अनाथ बच्चे शामिल हैं जिनके माता-पिता की काेराेना से माैत हाे चुकी है।
याेजना की घोषणा हाेने के 50 दिन में पीड़ित परिवारों काे घर बैठे सहायता दी गई। अनाथ बच्चों काे तत्काल 1 लाख रुपए दिए गए। उनके 18 वर्ष पूरे हाेने पर 5 लाख दिए जाएंगे। तब तक 2500 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे। राजकीय स्कूलों में नि:शुल्क शिक्षा मिलेगी। विधवाओं के बच्चों काे 18 वर्ष की आयु पूरी करने तक 1000 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। साथ ही स्कूल ड्रेस, किताबों के लिए 2000 रुपए प्रत्येक बच्चे काे दिए जाएंगे। प्रदेश में ऐसे कई मामले हैं, जिनमें काेराेना पॉजिटिव आने के एक सप्ताह में माैत हाे गई लेकिन अस्पताल ने काेराेना से माैत अंकित नहीं की। ऐसे परिवार प्रशासन, सीएमएचओ ऑफिस व अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं।
ये है पात्रता
राजकीय सेवा में रहते हुए मृतकाें के परिवाराें काे सहायता नहीं मिलेगी। विधवा की राजकीय नियुक्ति हाेने और पुनर्विवाह करने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा। काेराेना याेद्धाओं के परिजनाें काे भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
शासन सचिव, सामाजिक न्याय अधि. विभाग के डॉ. समित शर्मा ने बताया कि याेजना की कड़ी मॉनिटरिंग कर डेढ़ माह में ही लाेगाें तक सहायता पहुंचाई। कलेक्टराें, स्थानीय प्रशासन व सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारियों ने तेजी से काम किया। अब तक 97 फीसदी परिवारों तक आर्थिक राहत पहुंचाई जा चुकी है।