जंगल में मिली लाश के मामले की पुलिस ने जांच कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पिछले साल होली पर मारपीट हुई थी उसी का बदला लेने के लिए हत्या की साजिश रच कर मृतक को शिकार के बहाने जंगल ले जाकर पीठ पर गोली मारी। इसके बाद आरोपी लाश को जंगल में ही छोड़ कर भाग गए।
राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ परशुराम महादेव के जंगल में हुई हत्या के आरोप में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 15 फरवरी की शाम रताराम को शिकार के बहाने 7 आरोपी जंगल में ले गए थे। पुरानी रंजिश के चलते अरोपियों ने रताराम के साथ झगड़ा किया। फिर टोपीदार बंदूक से गोली मार कर रताराम उर्फ रतनलाल की हत्या कर दी। हत्या कर लाश जंगल में छोड़ कर आ गए। 20 फरवरी को पुलिस जांच में रताराम की सड़ी गली लाश मिली। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, 2 आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है। आरोपियों से बंदूक बरामद करना बाकी है।
केलवाड़ा थानाधिकारी प्रवीण टांक ने बताया रताराम और आरोपियों के बीच बीते साल होली पर झगड़ा व मारपीट हो गई थी। उसी रंजिश का बदला लेने के लिए आरोपियों ने रताराम को मारने की साजिश रची। सभी आरोपी रताराम को 15 फरवरी को शिकार के बहाने परशुराम महादेव के जंगलों में ले गए और झगड़ा किया। झगड़े के दौरान एक आरोपी खरताराम ने टोपीदार बंदूक से रताराम की पीठ में गोली मार दी। हत्या कर आरोपी लाश वही जंगल में छोड़ कर आ गए। हत्या के बाद आरोपी गांव में आकर रहने लगे। इधर मृतक रताराम के घर नहीं पहुंचने पर उसकी पत्नि व परिवारजनों ने तलाश शुरू की। पुलिस को रताराम की लाश परशुराम महादेव के जंगल में सड़ी गली अवस्था में मिली थी।
ये आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने कोटड़ा निवासी कनाराम उर्फ किशन पुत्र शंकर भील, पुनाराम पुत्र वजाराम भील, डुगा पुत्र केसा भील, पोकारिया निवासी खरताराम पुत्र डालु भील और परता पुत्र डालु भील को गिरफ्तार किया है। कोटडा निवासी लक्ष्मण पुत्र नंगाजी भील और मीकाराम पुत्र नंगाराम भील फरार हैं।