15 दिन में पहले मामा और भांजे ने शादी की। लुटेरी दुल्हनों ने दूध में नशे की गोलियां देकर दोनों को बेहोश कर नकदी व जेवरात लेकर फरार हो गई। दोनों को होश आने पर फोन किया तो दोनों के फोन बंद आ रहे थे। इसके बाद पीड़ित ने थाने में पहुंचक कर मामला दर्ज कराया। दोनों ने दलालों के माध्यम से शादी की थी।
राजस्थान के नागौर जिले के जावला गांव के दीपेश पुत्र श्याम सुन्दर शर्मा (25) और उसके मामा रामदयाल पुत्र मोहनलाल निवासी सुरसुरा को एक परिचित ने शादी के लिए दलाल दंपती के बारे में बताया था। 10 अगस्त को वकील मोहम्मद और उसकी पत्नी आलिया की दोनों मामा-भांजे से जावला गांव में बातचीत हुई। 2 दिन बाद अजमेर में मामा-भांजे को लड़कियां दिखाई गईं। वकील मोहम्मद और उसकी पत्नी आलिया ने 5 लाख रुपए में सौदा कर नागपुर निवासी दीपाली और रमा से मुलाकात करवाई। इसके बाद 18 अगस्त को एग्रीमेंट करा मंदिर में शादी कर ली।
मामा-भांजे अपनी-अपनी दुल्हनों को लेकर जावला और सुरसुरा में अपने घर आ गए। कुछ दिन तक सब कुछ सही चलता रहा। 2 सितंबर को रामदयाल की पत्नी रमा सुरसुरा से अपनी बहन दीपाली से मिलने का कहकर रामदयाल के साथ जावला में दीपेश के घर आ गई। देर रात दीपाली और रमा ने रामदयाल और दीपेश के लिए दूध गर्म किया था। दोनों ने दूध में नशीली गोलियां देकर मामा-भांजे को बेहोश कर दिया। इसके बाद नकदी और सोने के मंगलसूत्र व पाजेब के अलावा मोबाइल लेकर भाग गईं।
सुबह जब पीड़ित मामा-भांजे ने रमा और दीपाली को गायब देखा तो उन्होंने तुरंत दलाल वकील मोहम्मद को फोन किया। उसने बताया कि दोनों बहनों का मन नहीं लग रहा था तो गांव चली गई। थोड़े दिन बाद लौट आएगी। इसके बाद दलाल दंपती के फोन भी बंद आने लगे। आखिर जब परिवार को लगा उनके साथ ठगी हुई है तो थाने पहुंचे। पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।