राजसमंद पुलिस ने 14 जेबकतरों की गैंग का पर्दाफाश करते हुए गिरफ्तार किया। हुआ यूं कि श्रीनाथजी मंदिर में लूट की नीयत से यह गैंग यहां दर्शनार्थियों के साथ शामिल हो गई। एक दो दर्शनार्थियों के साथ बहस भी हुई कुछ लोगों को शंका होने पर पुलिस को इसकी सूचना दी। जिस पर पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़ लिया।
यह टोली रविवार को श्रीजी के मंदिर में बार-बार अंदर बाहर जा रही थी। एक श्रद्धालु से भी ये लोग उलझ गए। पुलिस को शक हुआ तो सभी 14 लोगों को थाने लाया गया। पूछताछ में पता पड़ा कि सभी नेपाल और बिहार के हैं। मंदिरों और मेलों में जेब काटने का काम करते हैं। ये लोग दो स्कॉर्पियो में आए थे। एक होटल में रुके थे जहां नाम-पता गलत लिखाया था। पुलिस ने होटल संचालक को भी उठा लिया। विश्व प्रसिद्ध श्रीनाथजी मंदिर में जेब कतरों की इस गैंग को आज न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया है। 9 मार्च को आरोपी नाथद्वारा से 10 किमी दूर हाइवे स्थित परेमश्वरी होटल में रूके थे। जिस होटल में ठहरे थे, उस होटल के मालिक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। होटल के मालिक पर बदमाशों को ठहरने से पहले नाम पता और जानकारी रजिस्टर में दर्ज नहीं करने का अरोप है।
नाथद्वारा थाना अधिकारी पूरणसिंह राजपुरोहित ने बताया कि श्रीनाथजी में होली महोत्सव चल रहा है। भीड़ रहती है। ऐसे में मंदिर परिसर, बाजार, दर्शन स्थल पर सादे कपड़ों और वर्दी में पुलिस तैनात है। जवानों ने कुछ लोगों को बार-बार मंदिर में आते जाते देखा, उनकी गतिविधियां संदिग्ध थीं। उनसे बात करने की कोशिश की तो सादा वर्दी वाले पुलिसकर्मी से उलझ गए। वे एकजुट हो गए और लड़ाई पर उतारू हो गए। पुलिसकर्मी ने जाप्ता बुला लिया। शांति भंग के आरोप में सभी को थाने लाया गया।
राजस्थान में कई मंदिरों में की वारदात
पुलिस के मुताबिक बदमाश नेपाल और बिहार के हैं। ये लोग टोली में जेब तराशी का काम करते हैं। जेब काटने का इनका काम संगठित अपराध जैसा है। ये देशभर के धार्मिक स्थलों को चुनकर सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा करते हैं। नेपाल बिहार से 1400 किलोमीटर की यात्रा कर ये राजस्थान के धार्मिक स्थलों पर चल रहे मेलों में हाथ साथ कर रहे थे। पुलिस पूछाताछ में आरोपियों ने चित्तौडगढ़ स्थित सांवलियाजी मंदिर, रामदेवरा, खाटूश्यामजी सहित प्रदेश और देश के कई मंदिरों में जेब काटने की बात कबूल की है। एक जगह जेबतराशी कर ये दूसरे सफर पर निकल जाते हैं। गैंग के 14 लोगों में सभी का काम अलग है। जेब काटने के दौरान ये गैंग एक चेन की तरह काम करती है।
थाना इंचार्ज ने बताया कि गैंग शहर से दूर हाइवे पर होटल-ढाबों में रुकती है। इसके बाद ये धर्मिक स्थल पर जाकर भीड़ में जेब तराशी करते हैं। इस दौरान सब बदमाश दो-तीन का गुट बनाकर पास-पास ही रहते हैं। 2-3 बदमाश भीड़ में धक्का मारते हैं, एक सदस्य जेब काटकर पास खड़े दूसरे सदस्य को पर्स पकड़ा देता है। पर्स लेकर वह बदमाश दूर निकल जाता है। बाकी लोग माहौल को मैनेज करते हैं। जरूरत पड़ने पर ये लोग लड़ाई झगड़ा भी करते हैं। पुलिस ने बताया कि गैंग के लोगों से बिना नंबर की दो स्कॉर्पियो बरामद की हैं। कार में खाना बनाने का समान भी साथ में ही रखते हैं। पुलिस ने बदमाशों से 90 हजार रुपए जब्त किए हैं।
बदमाशों के नाम और पता होटल के रजिस्ट्रर में दर्ज नहीं पाए जाने पर होटल मालिक पर भी कार्रवाई की है। परेमश्वरी होटल के मालिक लालमादडी निवासी गणपतसिंह (35) को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस नाथद्वारा में होली सीजन को देखते हुए अन्य होटल और ढाबों में भी जांच कर रही है। होटल संचालकों को बिना आईडी प्रूफ के कमरा नहीं देने के लिए पांबद किया है। संदिग्ध लोगों की जानकारी पुलिस को देने को कहा है।