एक स्कूल संचालक ने 11वीं कक्षा के छात्र को बेरहमी से पीट दिया। बच्चे को दूसरे दिन बुखार हा गया और चलने में दिक्कत हुई। मां ने कपड़े उतारकर देखा तो शरीर में चोट के निशान थे। परिजनों ने तुरंत एक्शन लेते हुए स्कूल संचालक के खिलाफ थाने में रिपोर्ट देकर कार्यवाही की मांग की ।
राजस्थान के जोधपुर जिले के पीपाड़ में एक स्कूल संचालक ने आपा खो कर बच्चे को पीट दिया। आरोप है कि उसने पहले लात मारी। बच्चा टांके में गिर गया। फिर उसे उठाकर कमरे में ले गया और कपड़े उतार कर खूब पीटा। परिजनों ने अश्लील हरकत का भी आरोप लगाया है। संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। पीपाड थानाधिकारी बाबूलाल राना ने बताया कि पीपाड़ रेलवे स्टेशन के पास शांति बाल उच्च माध्यमिक विद्यालय के संचालक गोबर सिंह कच्छवाह व कर्मचारी लूंबाराम के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पीड़ित के पिता ने आरोप लगाया कि स्कूल में 11वीं कक्षा में उसका 15 वर्षीय पुत्र पढ़ता है। 17 सितंबर को संचालक ने कपड़े उतार कर उसकी पिटाई की है।
यह भी आरोप लगाया कि स्कूल संचालक अनुशासन के नाम पर बच्चों को अक्सर पीटते हैं। इतनी बेरहमी से बच्चे को पीटा, कि परिजनों को एक्शन लेना पड़ा। 17 सितम्बर को बच्चे को पीटा। बच्चा अगले दिन फिर स्कूल गया। उसे अन्य छात्रों के सामने शर्मिंदगी महसूस हुई। फिर रविवार को उसे बुखार आ गया। सोमवार मां के पूछने पर उसने चलने में दिक्कत बताई। मां ने उसका शरीर देखा तो जगह-जगह पर निशान थे। परिजनों ने सोमवार देर रात मामला दर्ज कराया।
ऐसा हुआ विवाद
स्कूल में लंच के दौरान बच्चे बाहर एक जगह बैठे थे। बच्चों में बातचीत हो रही थी। पीड़ित बच्चा अपनी गाड़ी से स्कूल जाता है। इसको लेकर कहासुनी हुई। इस दौरान स्कूल के कर्मचारी ने पीड़ित छात्र को लड़ते देख लिया। कर्मचारियों ने तुरंत उसकी पिटाई शुरू कर दी। संचालक को भी इसकी सूचना दी। संचालक ने सभी बच्चों के सामने ही उसे लात मारा। छात्र पास ही बने पानी के टांके में गिर गया। वहां से उसे उठाकर कमरे में लाकर पटक-पटक कर मारा गया। उसके कपड़े तक उतार दिए गए। आरोप है कि किशोर के साथ अश्लील हरकत भी की गई। इस दौरान छात्र स्कूल संचालक से अपनी गलती पूछता रहा। उसकी एक न सुनी गई। उसका सिर दीवार से मारा गया। पीठ पर डंडे मारे गए। पुलिस ने बताया कि मामले में जांच चल रही है।