पेपरलीक करने वाले गिरोह का SOG द्वारा निरंतर खुलासा किया जा रहा है। अब तक कई पेपरलीक माफियों का गिरफ्तार किया जा चुका है। आपको बता दें कि जयपुर उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर हसनपुरा के शांति नगर स्थित रवीन्द्र बाल भारती सी. सै. स्कूल से लीक किया गया था। पेपर लीक मामलों के वांटेड जगदीश विश्नोई के गुर्गो से पेपर लीक से जुडी सभी गिरोहों ने लाखों रुपए देकर पेपर खरीदा था। गिरोह ने स्कूल के केन्द्राधीक्षक राजेश खंडेलवाल से सांठगांठ कर तीन दिन चली परीक्षा के अंतिम दो दिन की पारियों के पेपर लीक किए थे।
सभी गिरोह ने दर्जनों परीक्षार्थियों को उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा का सॉल्व पेपर पढ़ाया था। एसओजी के एडीजी बीके सिंह ने बताया कि स्कूल के केन्द्राधीक्षक राजेश खंडेलवाल व परीक्षा से पहले पेपर लेकर पढ़ने वाले चयनित 14 थानेदारों को मंगलवार शाम को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षु उप निरीक्षक करणपाल सहित दो थानेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। करणपाल उप अधीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का बेटा है। करणपाल के पकड़े जाने के बाद ओमप्रकाश गोदारा सोमवार से अवकाश पर है। अवकाश के लिए उन्होंने परिवारिक कारण बताए हैं। जबकि थानेदार अभयसिंह सहित दो की तलाश जारी है।
गिरफ्तार थानेदार, किसकी कौनसी रैंक
रैंक | आरोपी का नाम | पता |
01 | नरेशकुमार बिश्नौई | सांचौर के मालवाड़ा |
20 | सुरेन्द्र कुमार विश्नोई | सांचौर के दांता |
22 | करणपाल गोदारा | लूणकरणसर स्थित लालेरा |
24 | विवेक भाम्भू | चूरू स्थित पुनियां कॉलोनी |
52 | मनोहरलाल बिश्नोई | बाड़मेर के फागलिया |
72 | प्रेमसुखी बिश्नोई | बीकानेर शहर |
123 | एकता कुमारी | चूरू स्थित पुनियां कॉलोनी |
135 | गोपीराम जांगू | धोरीमन्ना, सियागों की बेरी |
199 | श्रवण कुमार बिश्नोई | बाड़मेर के राणासर खुर्द |
298 | भगवती बिश्नोई | जलोर में पुनासा |
372 | चंचल बिश्नोई | जोधपुर के फिटकासनी |
385 | रोहिताश कुमार | मलसीसर भुडा का वास |
542 | राजेश्वरी | चितलवाना स्थित हालीवाव |
1092 | नारंगी कुमारी | जालोर के बागोड़ा, डूंगरवा |
एसओजी ने प्रशिक्षु थानेदारों को सोमवार सुबह 11 बजे हिरासत में लिया था। इसके बाद लगातार पेपरलीक मामले को लेकर इनसे पूछताछ की गई और फिर मंगलवार शाम करीब 5 बजे गिरफ्तार किए जाने की जानकारी दी।
पेपर बेचकर कमाए करोड़ो रूपए
बालभारती स्कूल से पेपर लीक करने के लिए जगदीश बिश्नोई ने केन्द्र अधीक्षक राजेश खंडेलवाल को दस लाख रुपए देकर यूनिक भांभू को स्कूल में वीक्षक के रूप में एंट्री कराई थी। यूनिक को पेपर के स्ट्रॉन्ग रूप में दाखिल कराने के बाद उसकी पहचान देकर राजियासर श्रीगंगानगर निवासी शिवरतन मोट को बाहर खड़ा किया था। यूनिक ने पेपर चुराने के बाद वाट्सऐप पर जगदीश को भेजा था। इसके बाद जगदीश ने अशोक सिंह नाथावत को पेपर देकर उसे हल कराने के लिए हर्षवर्धन के पास भेजा था।
400 अभ्यर्थियों का चयन फर्जी
कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया है कि एसआई भर्ती में 400 अभ्यर्थियों का फर्जी चयन हुआ है किरोड़ी मंगलवार को एसओजी कार्यालय पहुंचे और एसआईटी प्रमुख वीके सिंह से मिले। उन्होंने बताया कि फर्जीवाड़ा से संबंधित दस्तावेज एसओजी को दिए हैं। किरोड़ी ने कहा कि आरएएस-2018 और 2021 में भी अभ्यर्थियों का फर्जी चयन हुआ था। कैबिनेट मंत्री ने इसकी भी जांच की मांग उठाई है। उन्होंने शिवा शर्मा नाम लेकर कहा कि इस अभ्यर्थी ने आरएएस परीक्षा में कॉपी में कुछ नहीं लिखा था। जांच करने वाले ने नोट डाला और बाद में उसी कॉपी में शिवा शर्मा से प्रश्नों के हल लिखवाए गए। उन्होंने एसओजी के कुछ अधिकारियों पर भी पेपर लीक गिरोह से मिले होने का आरोप लगाया।
रडार पर कटारा
अजमेर राजस्थान लोक सेवा आयोग के निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपरलीक कांड के दौरान सब इंस्पेक्टर भर्ती के इंटरव्यू ले रहा था। एसओजी कटारों की सब इंस्पेक्टर पेपर सेटिंग के आधार पर जांच करेगी। एसओजी ने कटारा को पिछले साल 18 अप्रेल को वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2022 के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था।