SI Bharti 2021 Update : राजस्थान सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 को रद्द नहीं किया जाएगा। गुरुवार, 9 जनवरी को राजस्थान हाईकोर्ट में सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए जवाब पेश किया। इस जवाब की कॉपी सभी पक्षकारों को उपलब्ध कराई गई। मामले की सुनवाई जस्टिस समीर जैन की अदालत में हुई। सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता विज्ञान शाह ने कोर्ट में यह जवाब पेश किया।
Rajasthan SI Bharti 2021 : जवाब में सरकार का तर्क
Rajasthan SI Bharti 2021 : सरकार के जवाब में कहा गया कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान हुए पेपर लीक कांड और डमी कैंडिडेट्स का मामला गंभीर है। लेकिन, इस मामले में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अब तक 40 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स को सस्पेंड किया गया है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि पेपर लीक की घटना से जुड़े दोषियों को पकड़ने और जांच पूरी करने में समय लगेगा। मामले में अब तक 50 अभ्यर्थियों को एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तारियों में से 25 को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। सरकार का यह भी कहना है कि इतनी बड़ी भर्ती प्रक्रिया को रद्द करना वर्तमान में उचित नहीं होगा। यह निर्णय सैकड़ों ईमानदार उम्मीदवारों के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
SI Paper Leak Case : याचिकाकर्ता ने सरकार के जवाब को बताया गोलमोल
SI Paper Leak Case : याचिकाकर्ता के वकील हरेन्द्र नील ने सरकार के जवाब को गोलमोल बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया। उनका कहना है कि सरकार सच्चाई से भाग रही है और अदालत को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार भर्ती प्रक्रिया की खामियों को छुपाने की कोशिश कर रही है। वकील ने कोर्ट से मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार से विस्तृत जवाब मांगने की अपील की।
si bharti 2021 news : भजनलाल सरकार ने दी थी एसओजी को जांच की जिम्मेदारी
si bharti 2021 news : भजनलाल सरकार ने सत्ता संभालने के बाद अप्रैल 2024 में एसआई भर्ती परीक्षा की जांच एसओजी को सौंपी थी। इसके बाद से इस मामले में गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हुआ। एसओजी की जांच में पेपर लीक के अलावा डमी कैंडिडेट्स को परीक्षा में बैठाने का मामला भी सामने आया।
ये भी देखें : Deen Dayal Upadhyay Grameen Kaushalya Yojana : नौकरी की गारंटी और फ्री ट्रेनिंग के साथ पैसा भी मिलेगा
हाईकोर्ट ने रोक लगाई थी पोस्टिंग पर
18 नवंबर को राजस्थान हाईकोर्ट ने एसआई भर्ती परीक्षा-2021 के तहत चयनित अभ्यर्थियों की पोस्टिंग पर रोक लगा दी थी। जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने आदेश दिया था कि भर्ती प्रक्रिया में यथास्थिति बनाए रखी जाए। इसके बावजूद सरकार ने कई ट्रेनी एसआई को पोस्टिंग दे दी थी। हालांकि, एसओजी की जांच के बाद इन ट्रेनी एसआई को सस्पेंड कर दिया गया।
Rajasthan News Today : पेपर लीक का पूरा मामला
Rajasthan News Today : एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होना एक बड़ी विफलता के रूप में सामने आया। एसओजी की जांच में पाया गया कि कई डमी कैंडिडेट्स को परीक्षा में बैठाया गया था। यह खुलासा हुआ कि फर्जी तरीके से कई अभ्यर्थियों ने नौकरी हासिल की। अब तक एसओजी ने 50 से अधिक ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया है। इनमें से 25 को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थियों में कई ऐसे हैं जिन्होंने डमी कैंडिडेट्स के जरिए परीक्षा में पास होने का प्रयास किया।
एसआई भर्ती परीक्षा का महत्त्व
एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में हजारों युवाओं ने भाग लिया था। यह परीक्षा राजस्थान पुलिस बल में योग्य और प्रतिभाशाली अधिकारियों को नियुक्त करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। लेकिन, पेपर लीक और फर्जीवाड़े के कारण इस पर सवाल उठ खड़े हुए।
सरकार की कार्रवाई पर सवाल
इस मामले में सरकार की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। कई गिरफ्तारियों के बावजूद पेपर लीक की जड़ तक पहुंचने में एसओजी की जांच की धीमी प्रगति पर आलोचना हो रही है। अब, हाईकोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई में यह तय हो सकता है कि सरकार को और कड़े कदम उठाने होंगे या नहीं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अदालत सरकार की दलीलों को कैसे लेती है और याचिकाकर्ता के विरोध का क्या परिणाम निकलता है।