राजस्थान में इस बार प्री मानसून के कहर ने जहां एक और किसानों को खासा परेशान किया है। राजस्थान में तूफानी बारिश से किसानों की मार्च महीने में फसलें तबाह हो गई। अब अप्रेल के आखिर सप्ताह में एक बार फिर तूफानी बारिश शुरू हो गई है। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। मौसम विशेषज्ञों ने राजस्थान में अगले तीन दिनों तक अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान प्रदेश में इस बार लोगों को हीटवेव का सामना नहीं करना पड़ा। जहां अप्रेल महीने में प्रचंड गर्मी पड़ती है और हीटवेव से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मगर इस बार मार्च की शुरूआत में ही गर्मी के तेवर तेज हो गए थे मगर फिर बारिश और ओले गिरने से तापमान में गिरावट हुई। फिर अप्रेल के शुरूआत दिनों में गर्मी बढ़ी तो अप्रेल के आखिर सप्ताह में तूफानी बारिश शुरू हो गई।
शुक्रवार सुबह भी पाली के कुछ क्षेत्रों में बारिश हुई। वहीं, राज्य में कल बीती शाम हनुमानगढ़, गंगानगर समेत उत्तर भारत में जबरदस्त धूलभरी आंधी चली। इसके कारण कई जगहों पर पेड़-पौधे टूट गए। कच्चे मकानों पर लगे टीनशैड-छप्पर उड़ गए। यही स्थिति दक्षिण, पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, जोधपुर, अजमेर और जयपुर संभाग में रही।
आकाशीय बिजली गिरने से युवक की दर्दनाक मौत
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के गंगापुर क्षेत्र में बारिश के दौरान आकाशी बिजली गिरने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। गंगापुर थानाधिकारी नरेंद्र जैन ने बताया कि गुरुवार को बारिश हो रही थी। इस बीच खुटिया हाल कारोई निवासी दीपक (22) पुत्र रोशनलाल माली बाइक से खेत पर जाने के लिए निकला था। करणजी की खेडी के पास अचानक उस पर बिजली गिरने से मौत हो गई।
मौसम विशेषज्ञों ने अलर्ट जारी किया
मौसम विशेषज्ञों ने अगले तीन दिनाें तक राजस्थान के पश्चिमी हिस्से (जैसलमेर-बीकानेर के ऊपर) पाकिस्तान सीमा पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके अलावा मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर भी एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इन दोनों सिस्टम के कारण राजस्थान के कोटा संभाग, उदयपुर संभाग सहित कई जिलों में मेघ गर्जना के साथ आंधी और ओले गिरने की संभावना है।