Student Devraj Death in Udaipur : प्रदेश के उदयपुर शहर में स्थित भटि्टयानी चौहट्टा के सीनियर सैकंड्री स्कूल में लंच के दौरान 16 अगस्त सुबह चाकू वार से गंभीर घायल देवराज ने चार दिन बाद महाराणा भूपाल चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद मंगलवार अल सुबह 4.30 बजे शव परिजनों को सौंपा और उसके बाद सुबह करीब 7 बजे शवयात्रा अशोकनगर आवास से रवाना हुई। ही पुलिस पहरे में अंतिम यात्रा निकाल कर देवराज के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पिता पप्पू व चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। अंतेष्टी के दौरान मानो पूरा उदयपुर उमड़ा पड़ा। अंतिम यात्रा में उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा समेत तमाम बड़े प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी थे। अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने ‘देवराज अमर रहे’ के नारे भी लगाए और चौतरफा माहौल गमगीन नजर आया, तो लोगों में गुस्सा भी स्पष्ट दिख रहा था। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, उप महापौर पारस सिंघवी, भाजपा नेता प्रमोद सामर सहित हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। ड्रोन से अंतिम संस्कार की निगरानी की गई और आगे पीछे भारी पुलिस जाब्ता चलता रहा। मंगलवार को भी दिनभर इंटरनेट बंद रहा और स्कूल कॉलेजों में भी अवकाश रहे।
Udaipur News : जानकारी के अनुसार 16 अगस्त से महाराणा भूपाल चिकित्सालय में उपचाररत 15 वर्षीय देवराज ने 19 अगस्त शाम करीब साढ़े 4 बजे अंतिम सांस ली। एमबी चिकित्सालय में जयपुर, कोटा व उदयपुर के चिकित्सा विशेषज्ञों की निगरानी में इलाज चल रहा था, मगर काफी प्रयासों के बावजूद उसे नहीं बचाया जा सका। 19 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व को लेकर बड़ी बहन ने दोपहर में भाई देवराज को राखी बांधी। उसके बाद 3 बजे उसे उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई और करीब डेढ़ घंटे बाद साढ़े चार बजे दम तोड़ दिया। छात्र देवराज की मौत की खबर फैलते ही अचानक 6 से ज्यादा बाजार बंद हो गए, सड़कें कुछ मिनटों में सुनसान हो गईं। इसी दौरान कुछ लोगों ने शहर में कर्फ्यू की अफवाह फैला दी। फिर पुलिस ने मोर्चा संभाला और जगह जगह एकत्रित लोगों को खदेड़ा। शाम करीब 5 बजे एमबी हॉस्पिटल के गेट नंबर 1, 2 व 3 पर बड़ी संख्या में हथियारबंद जवानों की तैनाती कर दी। एमबी हॉस्पीटल में अचानक एंट्री बंद की गई, गलियों में एकत्रित भीड़ को पुलिस खदेड़ती रही। फिर भी शाम करीब साढ़े 6 बजे कुछ लोग अस्पताल की दीवार फांदकर मुर्दाघर के बाहर पहुंच गए, जहां नारेबाजी करने लगे, तो पुलिस ने पहुंचकर फिर खदेड़ा गया। साथ ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश से लोग शांत हुए। उदयपुर शहर में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस व प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा और सभी रास्ते खाली रखे गए हैं। इस दौरान उदयपुर में चप्पे चप्पे पर भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया। साथ ही कोबरा, क्यूआरटी के जवान तैनात रहे।
Udaipur Violence : पिता का आया बड़ा बयान- खत्म हो गया भविष्य
Udaipur Violence : देवराज की मौत के बाद उसके पिता पप्पू का बड़ा बयान सामने आया। पिता ने रोते व बिलखते हुए कहा कि उनका पूरा भविष्य खत्म हो चुका है। अब उनका बच्चा नहीं रहा और पूरे परिवार को उसी के सहारे की उम्मीद थी। पिता ने कहा कि “मैंने अपना बच्चा खो दिया। मैं चाहता हूं कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मेरे बेटे के साथ जो हुआ वो किसी के साथ नहीं होना चाहिए। फफकते हुए फिर बोले कि उसके बेटे देवराज की हत्या पूरी प्लानिंग के तहत की गई थी।इसलिए पुलिस निष्पक्ष जांच करते हुए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करें।
Student Devraj Death : फिर 3 मांगों पर बनी सहमति
Student Devraj Death : 19 अगस्त शाम साढ़े 4 बजे देवराज की मौत होने के बाद उसके शव के पोस्टमार्टम को लेकर परिजन तैयार नहीं हुए। फिर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की गहन समझाइश के बाद आखिर तीन मांगों पर सहमति बन गई। इनमें 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी और SC-ST एक्ट मामले में कार्रवाई की मांग को शामिल किया गया है। दरअसल, चार दिन पहले 16 अगस्त को उदयपुर में भटि्टयानी चौहाटा स्कूल के मुख्य गेट पर चाकूबाजी में घायल देवराज का एमबी चिकित्सालय में उपचार चल रहा था, जिसकी 19 अगस्त शाम मौत हो गई और 20 अगस्त सुबह साढ़े सात बजे शवयात्रा निकाल अंतिम संस्कार कर दिया गया।
Big Reveal in Udaipur Violence : कई दिनों से चल रहा था झगड़ा
Big Reveal in Udaipur Violence : उदयपुर शहर में भट्टियानी चौहट्टा के सरकारी स्कूल एक छात्र ने दूसरे छात्र पर चाकू से हमला कर दिया था। वहीं दावा किया कि दोनों छात्र के बीच तीन चार दिन से झगड़ा चल रहा था, लेकिन स्कूल प्रशासन को इसकी भनक नहीं लगी। इसके बाद आरोपी छात्र की एक सोशल मीडिया चैट भी सामने आई थी, जिसमें वो दूसरे दोस्त के साथ हमले और जान से मारने की बात कर रहा था। बताया कि चैट हमले से तीन दिन पहले की है। वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से बच्चे के इलाज के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम चार्टर प्लेन से उदयपुर भी भेजी गई थी। फिर कोटा से भी स्पेशलिस्ट आए।
Udaipur Update : बिलखती मां बोली – आरोपियों को मिले फांसी की सजा
Udaipur Update : देवराज की मौत के बाद पूरे परिवार में करूण रूदन व चित्कार सुनाई दे रही थी। बिलखते हुए मां ने कहा कि दोषी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। घटना के बाद जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद है। वहीं सरकार के गृहराज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि घटना दुखद है, जहां सरकार ने पूरी कोशिश की और आम जनता आपसी सौहार्द बनाए रखें।
स्कूल- कॉलेज खोलने की प्रशासन ने दी अनुमति
चाकूबाजी की घटना के बाद से ही 17 अगस्त से उदयपुर शहर के सभी स्कूल- कॉलेज को जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने आदेश जारी कर बंद कर दिए थे। तब से ही उदयपुर में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी। अब 19 को देवराज का निधन होने व 20 अगस्त सुबह अंतिम संस्कार के बाद हालात सामान्य होने लगे हैं। इसी कड़ी में प्रशासन द्वारा स्कूल व कॉलेजों को खोलने की अनुमति जारी कर दी। हालांकि पुलिस व प्रशासन पूर्ण अलर्ट मोड पर है। प्रशासन द्वारा आमजन से शांति व्यवस्था बनाए रखने की लगातार अपील की जा रही है।
Riot in Udaipur : बंद रहे स्कूल- कॉलेज व ड्रोन से निगरानी
Riot in Udaipur : उदयपुर शहर में देवराज की मौत के बाद कानून एवं शांति व्यवस्था को लेकर स्कूल व कॉलेज बंद रहे। साथ ही ड्रोन से निगरानी रखी गई, ताकि कोई भी किसी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे सके। घटना के दूसरे दिन 17 अगस्त से ही लगातार उदयपुर शहर में इंटरनेट बंद है, जबकि स्कूल व कॉलेजों में भी अवकाश घोषित कर दिया गया।
Udaipur Stabbing Case : अंतिम संस्कार में भी लोगों ने की नारेबाजी
Udaipur Stabbing Case : देवराज के अंतिम संस्कार दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग भी शामिल हुए, जिन्होंने घटना के प्रति नाराजगी जताते हुए नारेबाजी की। कुछ लोग देवराज अमर रहे के जयकारे भी लगा रहे थे, तो वहीं कुछ लोग देवराज को देख देख कर बिलख रहे थे। इस तरह चौतरफा वातावरण गमगीन रहा।
कब क्या हुआ, देखिए टाइमलाइन
16 अगस्त को क्या हुआ ?
- 10:30 AM : राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में चाकूबाजी, छात्र को पहुंचाया एमबी हॉस्पीटल।
- 11:30 AM : घटना का पता लगने पर हिन्दु संगठनों के लोग एमबी हॉस्पिटल में होने लगे एकत्रित।
- 1:30 PM : हॉस्पिटल के बाहर लोगों ने किया प्रदर्शन व आरोपी के घर को ध्वस्त करने की उठाई मांग।
- 5:00 PM : उदयपुर शहर में कार में तोड़फोड़, लगाई आग व दुकान- मॉल में भी तोड़फोड़।
- 7.00PM : उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद के साथ संभाग का पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया।
- 10:30 PM : संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने 24 घंटे के लिए नेटबंदी के आदेश कर दिए जारी।
17 अगस्त को कब, क्या हुआ?
- 12:00 AM : जिला कलक्टर ने उदयपुर शहर में आगामी आदेश तक स्कूल बंद किए।
- 9:00 AM : उदयपुर एमबी हॉस्पीटल में लोगों की भीड़ जुटने लगी।
- 12.41 PM : जयपुर से डॉक्टरों की स्पेशल टीम एमबी हॉस्पिटल पहुंची।
- 2.22 PM : प्रशासन ने आरोपी के किराए के घर को तोड़ना शुरू कर एक घंटे में किया ध्वस्त।
- 4 PM : आरोपी स्टूडेंट को कोर्ट ने बाल सुधार गृह भेजा।
- 7 PM : संभागीय आयुक्त ने रविवार को भी नेटबंदी के आदेश दिए।
- 8:00 PM : उदयपुर आईजी ने अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और प्रबुद्धजनों से बात की।
18 अगस्त को कब व क्या हुआ?
- 10:00 AM : घायल छात्र की मां ने बच्चे से मिलने की इच्छा व्यक्त कर धरने पर बैठी।
- 11:00 AM : कई संगठन और बच्चे का परिवार रैली निकालते हुए हॉस्पिटल पहुंचे।
- 11:30 AM : एसपी बोले परिवार को कंफ्यूजन हुआ था, बच्चे से मिल सकते हैं।
- 12:00 PM : परिवार की महिलाओं ने इमरजेंसी वार्ड में घुसने की कोशिश और नारेबाजी की।
19 अगस्त को कब व क्या हुआ?
- 2:15 PM : घायल छात्र को बहनों ने राखी बांधी।
- 3:00 PM : छात्र की तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल के बाहर जाब्ता बढ़ाया।
- 3:30 PM : कलक्टर और एसपी ने अस्पताल प्रशासन के साथ मीटिंग की।
- 5:30 PM : छात्र की मौत हो गई और शव पोस्टमॉर्टम के लिए मुर्दाघर ले गए।
- 6:00 PM : अस्पताल के इमरजेंसी गेट के बाहर विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन शुरू किया।
- 7:00 PM : करीब 3 घंटे चली वार्ता के बाद परिजनों की मांगों पर सहमति बनी।
- 7:30 PM : संभागीय आयुक्त ने सोमवार शाम को भी अगले 24 घंटों के लिए नेटबंदी के आदेश दिए।
20 अगस्त को कब, क्या हुआ ?
- 4.30 AM : देवराज का शव परिजनों को सौंपा।
- 6.00 AM : अशोक नगर व श्मशान तक प्रमुख रास्तों पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात।
- 7.00 AM : देवराज की शवयात्रा घर अशोकनगर से रवाना हुई।
- 7.30 AM : अंतेष्टी के दौरान लोगों ने नारेबाजी कर जताई नाराजगी।
- 10.00 AM : शहर में तैनात रहा पुलिस जाब्ता और बाजार खुल गए।
- 4.00 PM : नेटबंदी हटाने व स्कूल-कॉलेज खोलने पर प्रशासन ने की बैठक।