टेस्ट में एक साथी को आंसर बता दिया। इस पर टीचर ने छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी। जिससे उसका हाथ टूट गया। इसके बाद परिजनों ने थाने में टीचर के खिलाफ रिपोर्ट दी। इधर स्कूल द्वारा टीचर को बर्खास्त कर दिया। प्री-टेस्ट में बच्चे ने अपने साथी छात्र को आंसर बता दिया था। बस इसी बात पर टीचर ने आपा खो गया और बच्चे को लात-घूसों से जमकर मारा। इससे बच्चे का हाथ फ्रैक्चर हो गया। यह मामला राजस्थान के जयपुर जिले चौमू क्षेत्र में रेनवाल कस्बे में एक निजी स्कूल के टीचर ने 8वीं कक्षा के स्टूडेंट को इस कदर पीटा कि उसका हाथ ही तोड़ दिया।
यह पूरा मामला गुरुकुल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल का हैं, जहां 8वीं कक्षा के स्टूडेंट जयंत पाराशर की टीचर गजेंद्र सिंह ने लात-घूसों ऐसी पिटाई की। दरअसल, क्लास में प्री-टेस्ट लिया जा रहा था। इस दौरान छात्र जयंत से साथी छात्र ने किसी सवाल का आंसर पूछा और जयंत ने उसे आंसर बता दिया। बस इसी बात पर टीचर गजेंद्र सिंह को गुस्सा आया और जयंत को लात-घूसों से जमकर पीटा। इसके बाद जयंत दोपहर करीब 3 बजे उदास हालत में घर पहुंचा। शाम करीब 4 बजे पिता के घर आने पर जयंत ने पूरी घटना बताई और रोने लगा। इसके बाद परिजन जयंत को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां जांच में पता चला कि उसका हाथ फ्रैक्चर है।
परिजनों ने स्कूल निदेशक योगेश जोशी को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। स्कूल निदेशक अस्पताल पहुंचे और जयंत के परिजनों से माफी मांगते हुए बताया कि आरोपी टीचर गजेंद्र सिंह को स्कूल से बर्खास्त कर दिया गया है। इधर, पीड़ित छात्र के पिता किशोर पाराशर ने रविवार को पुलिस थाने में आरोपी टीचर के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। साथ ही आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
घटना को लेकर स्कूल निदेशक योगेश जोशी ने कहा कि सभी टीचर के लिए लिखित में आदेश निकाला हुआ है कि किसी भी बच्चे को फिजिकल पनिशमेंट नहीं देना है। जिस टीचर ने बच्चे के साथ में मारपीट की है, उस टीचर को स्कूल से तुरंत टर्मिनेट किया गया है। मैं बच्चों के पेरेंट्स से मिला हूं। बच्चे का जो भी मेडिकल खर्चा होगा। वह स्कूल वहन करेगी और परिजनों से माफी मांगी गई है।