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Teacher sexual harassment! : स्कूल में अध्यापन के दौरान ब्लैकमेल में कई छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करने व यौन शोषण करने का मामला सामने आया है। इसको लेकर एक पीड़ित छात्रा गांव के कई ग्रामीणों के साथ जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के पास पहुंची और आपबीती सुनाते हुए परिवाद पेश किया। इसी अध्यापक पर पहले ग्रामीणों ने एक छात्रा को भगा ले जाने का आरोप भी लगाते हुए सुबह स्कूल में धरना देकर विरोध प्रदर्शन भी किया, मगर दोपहर में वह छात्रा एसपी के समक्ष पेश होकर हाईकोर्ट का आदेश दिखाते हुए पुलिस सुरक्षा ले लेती है। उसके बाद उसी स्कूल की अन्य पूर्व छात्रा एसपी के पास पहुंचती है और फिर उसी शिक्षक पर ब्लैकमेल कर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाती है। छात्रा व ग्रामीणों ने कहा कि यह एक या दो छात्रा नहीं, बल्कि कई छात्राओं के साथ यौन शोषण हुआ है। एसपी के निर्देश के बाद देर रात आमेट थाना पुलिस ने शिक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी। दूसरी तरफ शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है।

Rajsamand Police : आमेट उपखंड क्षेत्र से एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीण राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और उनके साथ एक पीड़िता पूर्व छात्रा भी थी। ग्रामीण व पूर्व छात्रा ने एसपी मनीष त्रिपाठी से मुलाकात कर परिवाद पेश किया, जिसमें आरोप लगाया कि वह वह छात्रा जब स्कूल में दसवीं पढ़ती थी, तब शिक्षक इन्द्रजीतसिंह द्वारा उससे अश्लील हरकतें की गई और छेड़छाड़ की गई। साथ ही गलत तरीके से शरीर को छूने का भी आरोप है। बताया कि वह पूर्व छात्रा है, जिसने आज आरोप इसलिए लगाया कि उसी शिक्षक के साथ इस स्कूल से एक छात्रा साथ में गई है। हालांकि जो छात्रा उस शिक्षक के साथ गई थी, उसने एसपी के समक्ष पेश होकर हाईकोर्ट का आदेश बताते हुए पुलिस सुरक्षा मांगी है। जो फिलहाल उस शिक्षक के साथ ही है, मगर पुलिस द्वारा काउंसलिंग के प्रयास जरूर किए गए, मगर चूंकि वह छात्रा 18 वर्ष की होकर बालिग है। इसलिए वह अपने जीवन को लेकर निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र व सक्षम है। इसलिए पुलिस, परिजन व ग्रामवासी भी कुछ नहीं कर सकते। इस बीच आमेट के उसी दोवड़ा में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की पूर्व छात्रा कई ग्रामीणों के साथ राजसमंद में जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और एसपी को परिवाद दिया। इसमें उस छात्रा ने शिक्षक इन्द्रजीतसिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का आरोप है कि जब वह उस स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ती थी, तब शिक्षक इंद्रजीत सिंह ने कई बार उसे स्कूल की छुट्टी के बाद अलग कमरे में मिलने बुलाया, जहां उसके शरीर को गलत तरीके से स्पर्श किया। साथ ही छेड़छाड़ भी की गई। इसके अलावा शिक्षक ने धमकी दी थी कि अगर उसने इसके बारे में किसी को बताया, तो वह उसे परीक्षा में फेल कर देंगे और स्कूल से ही निकलवा देंगे। इसलिए वह काफी डर गई थी और इसीलिए उसने यह बात किसी को नहीं बताई थी, लेकिन 14 मई 2024 को सुबह जब एक छात्रा को बहला फुसलाकर उसी शिक्षक द्वारा भगा ले जाने का मामला सामने आया, तो उसने भी हिम्मत कर खुद के साथ हुए यौन शोषण की शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक से की। इस पर परिजन व ग्रामीण उस पीड़ित छात्रा के साथ एसपी से मिले और आरोपी शिक्षक इन्द्रजीतसिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।

Amet Police Station : शिक्षा विभाग ने शिक्षक को किया निलंबित

Amet Police Station : दोवड़ा स्कूल में ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन, ग्रामीणों व एक छात्रा की शिकायत के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग राजसमंद द्वारा शिक्षक इन्द्रजीत सिंह को निलंबित कर दिया गया। ग्रामीणों के आक्रोश, पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रथम दृष्टया शिक्षा विभाग ने निलंबन की कार्रवाई की है। साथ ही आरोपी शिक्षक पर लगे आरोपों को लेकर विभाग द्वारा भी अलग से जांच करवाने के लिए विशेष टीम का गठन करने की कार्रवाई की जा रही है।

परिजन, ग्रामीणों की दिनभर चलती रही भागदौड़

Girl Student or Teacher Missing : दोवड़ा स्कूल में ग्रामीणों द्वारा धरना देकर विरोध प्रदर्शन करने के बाद दिनभर इस घटनाक्रम के अपडेट को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही। पहले ग्रामीण दोवड़ा स्कूल में धरना दिया, जहां लावासरदारगढ़ चौकी प्रभारी दिलीपसिंह के बाद आमेट तहसीलदार देवीलाल भी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किए। उसके बाद जैसी ही वह छात्रा एसपी के पास पहुंचने की जानकारी मिली, तो सभी ग्रामीण राजसमंद पहुंच गए, मगर छात्रा को पुलिस सुरक्षा में ले लिया और उससे काउंसलिंग के प्रयास चलते रहे, मगर चूंकि छात्रा 18 वर्ष की होकर बालिग होने से पुलिस, प्रशासन व ग्रामीण भी बेस हो गए, लेकिन पुलिस सुरक्षा के बाद इस मामले में पुलिस व प्रशासन के अगले एक्शन व अपडेट को लेकर लोगों में उत्सुकुता बनी रही और देर रात तक भी पुलिस द्वारा स्थिति स्पष्ट नहीं की गई।