01 7 https://jaivardhannews.com/technical-approval-for-alternate-route-from-fourlane-to-shri-dwarkadhish-mandir-will-cost-32-crores/


राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर स्थित फोरलेन सड़क से  तृतीय पीठ प्रन्यास के प्रभु श्री द्वारकाधीश मंदिर तक दर्शनार्थियों की सीधी पहुंच के लिए नगर परिषद की ओर से बनाए जाने वाले वैकल्पिक मार्ग की डीपीआर निर्माण कार्य को राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति मिल गई है। साथ ही संबंधित फर्म ने इस कार्य को तकनीकी रूप से भी स्वीकृति प्रदान कर दी है। ऐसे में इस निर्माण कार्य के जल्द ही इसी वित्तीय वर्ष में शुरू होने की उम्मीद है।


नगर परिषद सभापति अशोक टांक ने बताया कि शहर में स्थित करीब चार सौ वर्ष से भी अधिक प्राचीन पुष्टिमार्गीय वैष्णव संप्रदाय की तृतीय पीठ के श्री द्वारकाधीश मंदिर में रोजाना सैकड़ों की संख्या में देश व प्रदेश के दर्शनार्थी दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। लेकिन, मंदिर तक पहुंच का मार्ग काफी संकड़ा व ढलान वाला होने से दर्शनार्थियों को पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मंदिर तक पहुंचने के लिए स्थानीय जनता व वैष्णवों द्वारा लम्बे समय से एक वैकल्पिक और सीधे मार्ग की मांग की जाती रही है। शहरवासियों की इसी बरसों पुरानी मांग पर नगर परिषद के प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने रूडीप के फेज प्रथम व द्वितीय के तहत पूर्व के 30 की जगह अब 32 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। मार्ग के निर्माण को लेकर 21 लाख रुपए की डीपीआर (प्रोजेक्ट रिपोर्ट) के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
सभापति टांक ने बताया कि शहर में स्थित वैष्णव संप्रदाय के प्रमुख तीर्थ स्थल पुष्टि मार्ग की तृतीय पीठ के श्री द्वारकाधीश मंदिर में प्रदेश के साथ ही देशभर से प्रति वर्ष हजारों की संख्या में दर्शनार्थी दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। लेकिन, मंदिर तक पहुंच का एकमात्र रास्ता है, जो कि न तो सुगम  और न ही आवागमन की दृष्ठि से बेहतर है। ऐसे में काफी संकड़े और ढलान वाले इस रास्ते में मंदिर तक पहुंचने में बाहर के दर्शनार्थियों को काफी परेशानी होती है। वहीं, संकड़ा मार्ग होने से खासतौर पर तीज-त्योहार के दौरान तो यह मार्ग बार-बार जाम होता रहता है। इससे दर्शनार्थियों को परेशानी के साथ ही उनका समय भी खराब होता है।

इन सभी स्थितियों से यहां आने वाल दर्शनार्थियों का शहर के प्रति भी नकारात्मक दृष्टिकोण बनता है। इन सभी स्थितियों को देखते हुए व शहरवासियों की बरसों की मांग पर मंदिर तक वैकल्पिक मार्ग को प्रमुख मुद्दे के रूप में लिया था। वहीं, सभापति बनने के बाद आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में मौजूद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी की अनुशंसा पर राज्य के स्वायत्त शासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने शहर की इस प्रमुख समस्या के जल्द से जल्द समाधान के लिए घोषणा करते हुए कहा था कि द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंचने के लिए राजमार्ग से सीधे मंदिर तक रोड का निर्माण करवाया जाएगा। इसके तहत मंत्री धारीवाल ने श्री द्वारकाधीश मंदिर तक सुव्यस्थित और सुरक्षित आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्माण की अनुमानित लागत 32 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। यह कार्य रूडीप के फेज प्रथम व द्वितीय के तहत किया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर स्थित सेवाली से नौ चौकी वाया हुसैनी मस्जिद, सलुस रोड अखाड़ा से द्वारकाधीश मंदिर के नीचे स्थित राजसमंद झील के जलघरा घाट तक वाईडिंग, एलीवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही पार्किंग का निर्माण भी किया जाएगा।


उन्होंने बताया कि इसके लिए मध्यप्रदेश के ग्वालियर की फर्म मैसर्स इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी सर्विसेज को प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के कार्य का आदेश जारी किया, जिसे राज्य सरकार द्वारा भी स्वीकृति प्रदान कर दी गई। वहीं, इस फर्म के द्वारा कार्र्य की शुरुआत करते हुए सर्वे कराने के बाद इस कार्य को फिजिकली रूप से भी स्वीकृति प्रदान की गई है। ऐसे में कुछ ही दिनों में इसकी पूरी डीपीआर तैयार कर ली जाएगी।


इस तरह का होगा रोड
सेवाली से द्वारकाधीश मंदिर तक के मार्ग में प्रथम भाग में नौ चौकी पाल तक पहाडिय़ों को काटकर मार्ग को चौड़ा करने को भी डीपीआर में शामिल किया गया है। द्वितीय भाग में नौ चौकी पाल से एलिवेटेड रोड शुरू करते हुए घेवर माता मंदिर की पहाड़ी तक करीब 150 फीट ऊंची सड़क का निर्माण होगा। इसके बाद श्मशान मार्ग तक सड़क पुन: समानांतर बनाया जाना प्रस्तावित है, जो व्यायामशाला व पालीवाल समाज नोहरा तक होगी। यहीं पर वाहनों की पार्किंग बनाया जाना प्रस्तावित है। इसके बाद यहां से मंदिर की दूरी मात्र 200 मीटर रहेगी, जिस पर पैदल मार्ग बनाया जाता प्रस्तावित है।


यह मिलेगी सुविधा और लाभ
झील तक पहुंच के लिए वैकल्पिक और सुगम मार्ग बन जाने से मंदिर तक पहुंचने में दर्शनार्थियों को काफी सुविधा मिलेगी। नया मार्ग सीधे ही राजमार्ग से मंदिर तक जुडऩे के कारण मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या भी बढ़ेगी। इसके साथ ही यह रोड झील पर होने से हमारे शहर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। वहीं, दर्शनार्थियों व पर्यटकों की संख्या बढऩे से शहर में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इधर, नया वैकल्पिक रोड बन जाने से बाहर के दर्शनार्थियों को अधिकतर यातायात नए रोड पर डायवर्ट होने से मंदिर के पुराने मार्ग पर सिर्फ शहरवासियों का ही आवागमन रहने से इस मार्ग पर बार-बार लगने वाली जाम की स्थिति से भी राहत मिलेगी।


सभापति और अधिकारियों ने देखा मौका
श्री द्वारकाधीश मंदिर तक वैकल्पिक मार्ग को निर्माण कार्य एजेंसी के द्वारा तकनीकी रूप से उचित बताए जाने के बाद नगर परिषद सभापति टांक सहित परिषद के अधिकारियों ने सेवाली से लेकर नौ चौकी एवं घेवर माता पहाड़ी आदि क्षेत्र का दौरा कर मौका देखा। साथ ही निर्माण ऐजेंसी को इस मार्ग में पहाडिय़ों की कटाई को भी डीपीआर में शामिल करने के निर्देश दिए। 

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  • Laxman Singh Rathor in jaivardhan News

    लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Laxman Singh Rathor

लक्ष्मणसिंह राठौड़ अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया जगत में 2 दशक से ज़्यादा का अनुभव है। 2005 में Dainik Bhaskar से अपना कॅरियर शुरू किया। फिर Rajasthan Patrika, Patrika TV, Zee News में कौशल निखारा। वर्तमान में ETV Bharat के District Reporter है। साथ ही Jaivardhan News वेब पोर्टल में Chief Editor और Jaivardhan Multimedia CMD है। jaivardhanpatrika@gmail.com