घर के बाहर पिता की गोद में बैठी नन्ही मासूम को दबे पांव आए पैंथर छीन ले गयो। घर में बिजली बंद होने पर पिता और बेटी दोनों घर के बाहर बैठे थे। पिता के चिल्लाने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए।
उत्तर प्रदेश के के बहराइच में एक दिल दहलाने वाली घटना हुई है। यहां एक तेंदुआ 6 साल की एक बच्ची को पिता की गोद से छीनकर ले गया। मासूम का सिर 12 घंटे बाद घर से 300 मीटर दूर मिला है। उसके धड़ का पता नहीं चला।
यह घटना मोतीपुर रेंज के जंगल से करीब 10 किमी दूर मिहींपुरवा तहसील के चंदनपुर गांव की है। रविवार रात करीब 9 बजे मजरा कलंदरपुर में रहने वाले देवतादीन यादव बेटी राधिका (अंशिका) के साथ घर के बाहर बरामदे में बैठे थे। तभी लाइट चली गई।
अंधेरा होने पर देवतादीन ने बेटी को गोद में ले लिया। इसी बीच तेंदुआ आया और झपट्?टा मारकर गोद से राधिका को छीन ले गया। देवतादीन को अचानक कुछ समझ नहीं आया। वह चीखते हुए बाहर की ओर दौड़े, लेकिन अंधेरे में तेंदुए, को देख नहीं पाए।
देवतादीन की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। तेंदुए की बात पता चलते ही सभी बच्ची को ढूंढने निकल पड़े। राधिका का पता न चलने पर वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग की टीम के साथ पुलिस भी गांव में पहुंची। रातभर बच्ची की तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिली। आदमखोर तेंदुए के हमले से ग्रामीण डरे हुए हैं।
300 मीटर दूर खेत में मिला बच्ची का सिर
सोमवार को 12 घंटे बाद घर से करीब 300 मीटर दूर खेत में बच्ची का सिर मिला। वन विभाग और पुलिस ने आसपास धड़ खोजने की कोशिश की, लेकिन उसका पता नहीं चला। डीएफओ आकाशदीप ने बताया कि बच्ची के घरवालों को मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, ग्रामीणों को आरोप है कि जंगल से तेंदुए आबादी वाले इलाके में घुस आते हैं, लेकिन वन विभाग की टीम उन्हें रोकने को लेकर कोई कोशिश नहीं कर रही है।