राज्य सरकार नने मार्बल रॉयल्टी (Marble Royalty) बढ़ा दी है। इसके विरोध में राजसमंद जिले की सभी खदानों का लदान आज से बंद कर दिया है राज्य सरकार ने मार्बल रॉयल्टी प्रति टन 21 प्रतिशत से बढ़ाकर 320 रुपए कर दी है। इसके विरोध में आगामी सूचना तक मार्बल उत्पादन और लदान बंद रहेगा।
राजसमंद जिले के मार्बल व्यवसायियों ने प्रदेश में मार्बल राॅयल्टी बढ़ाेत्तरी का विरोध किया है। माइंसों में मंगलवार शाम को ही उत्पादन और लदान बंद कर दिया गया। मार्बल माइंस ऑनर्स एसोसिएशन की आपात बैठक मंगलवार को केलवा स्थित एसोसिएशन कार्यालय में हुई। मार्बल व्यवसायियों ने कहा कि राज्य सरकार ने मार्बल के कच्चे माल पर रॉयल्टी 21 प्रतिशत बढ़ा दी है। इसके विरोध में आगामी सूचना तक मार्बल उत्पादन और लदान बंद रहेगा। एसोसिएशन अध्यक्ष गौरवसिंह राठौड़ ने बताया कि मार्बल व्यवसायी पहले से बढ़ती मंहगाई में पेट्राेल (petrol), डीजल (diesel), बिजली की दरें तथा ई-रवन्ना, ऑनलाइन रिटर्न (online return), जीएसटी (GST) के कारण परेशान हैं। ऐसे में रॉयल्टी बढ़ने से खनन व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित होगा।
पहले यह राशि 265 रुपए प्रति टन थी, अब रॉयल्टी 55 रुपए बढ़ाकर 320 रुपए कर दी है। रॉयल्टी वृद्धि के खिलाफ सभी मार्बल व्यवसायी आंदोलन करेंगे। बैठक में निर्णय लिया कि मंगलवार से ही आगामी सूचना तक समस्त खनन पट्टाधारी खदानों से मार्बल का लदान नहीं करेंगे। एसोसिएशन आगामी रणनीती बनाकर खनन पट्टाधारी सदस्यों का समय-समय पर निर्णय से अवगत कराएगी। बैठक में सरंक्षक हरिसिंह राठौड़, तनसुख बोहरा, प्रद्यूमनसिंह, रणवीरसिंह शेखावत, मानसिंह बारहठ, नानालाल सार्दुल, मदन तेली, जनकसिंह, देवीलाल बुनकर, विकास कोठारी, देवीलाल तेली, मधुसदन व्यास, अनिल कोठारी, गिरिश अग्रवाल, सुरेश सांखला, सुनिल कोठारी सहित मार्बल व्यापारी माैजूद थे।