एक बच्चे की पिटाई के मामले में शिक्षको जमानत मिल गई है। पिता का आरोप था कि वह शिक्षक ने बच्चे को बेरहमी से पीटा था इस कारण उसकी मौत हो गई थी। झुंझुनू जिले के चिड़ावा थाना इलाके में स्थित एमआरएस कृष्णा परनामी स्कूल के टीचर के पांचवी क्लास के बच्चे को पीटने के मामले में बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। टीचर पर बच्चे के पिता प्रदीप शर्मा ने आरोप लगाया था कि 23 अक्टूबर को उसके पुत्र गीतांशु को उसका भाई अमित स्कूल में छोड़ने गया था। स्कूल पहुंचने में कुछ देरी होने पर स्कूल के टीचर अनिल दाधीच बच्चे को लोहे की रॉड से मारने लगा। जब अमित ने उसका बचाव किया तो टीचर अनिल ने उनके भाई अमित पर भी पाइप से वार किया। बच्चे के पिता ने बताया कि कक्षा में जाने पर अध्यापक अभिषेक शर्मा ने भी मारपीट की।
बच्चे के पिता का कहना है कि बच्चे से मारपीट की घटना पहली बार नहीं हुई है। बच्चे ने बताया कि एमआरएस कृष्णा परनामी स्कूल के टीचर आये दिन बच्चों को अमानवीय तरीके से पीटते हैं। स्कूल प्रशासन को कई बार अभिभावकों ने शिकायत की। मगर ना तो कोई सुनवाई हुई। ना ही दोषी टीचरों पर कोई कार्रवाई।
चिड़ावा थाने के सीआई भगवान सहाय मीणा ने बताया कि बच्चे के परिजनों ने स्कूल टीचर पर बच्चे से मारपीट करने का मामला दर्ज करवाया था। भगवान सहाय मीणा ने बताया कि घटना इलाके के एमआरएस कृष्णा परनामी स्कूल में 23 अक्टूबर की है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी टीचर अनिल दाधीच को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अमित और गीतांशु का मेडिकल करवाया है और मामले की जांच कर रही है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने घटना पर संज्ञान लेते हुये पूरी घटना की जांच के आदेश दिये है। दैनिक भास्कर से बातचीत में संगीता बेनीवाल ने बताया कि कल घटना की जानकारी मिलने के बाद ही बाल संरक्षण आयोग ने तुरंत एक्शन लिया है। बाल संरक्षण आयोग की टीम मामले की जांच कर रही है। संगीता बेनीवाल ने बताया कि बच्चे को लोहे की रॉड से पीटने की घटना अमानवीय है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।