01 81 https://jaivardhannews.com/third-wave-will-come-in-the-country-due-to-omicron-cases-will-be-on-peak-in-february/

देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। दिन-दिन कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे है। दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच भारत में महामारी की तीसरी लहर को लेकर चौंकाने वाला दावा सामने आया है। नेशनल कोविड-19 सुपर मॉडल पैनल के मुताबिक, ओमिक्रॉन से देश में फरवरी तक कोरोना की तीसरी लहर देखने को मिल सकती है। इसी महीने में केस पीक पर होंगे।

पैनल के हेड और IIT हैदराबाद के प्रोफेसर एम विद्यासागर ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि देश में कोरोना की तीसरी लहर फरवरी में अपने पीक पर होगी। हालांकि, यह सेकेंड वेव जितना खतरनाक नहीं होगी। फरवरी में नए मरीज भी दूसरी लहर की अपेक्षा कम होंगे।

प्रोफेसर विद्यासागर ने बताया कि ब्रिटेन में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है। हालांकि, भारत में ब्रिटेन जैसी स्थिति नहीं होगी। इसके पीछे उन्होंने दो वजहें बताईं। पहली- ब्रिटेन में सीरो-पॉजिटिविटी कम और वैक्सीन रेट हाई है। वहीं भारत में ये दोनों ज्यादा हैं। यही वजह है कि तीसरी लहर बहुत खतरनाक नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि कम सीरो-पॉजिटिविटी का मतलब है नेचुरल संक्रमण से कम संक्रमण। दूसरी- ब्रिटेन ने ज्यादातर Mrna बेस्ड वैक्सीन का इस्तेमाल किया है। ये कम वक्त के लिए सुरक्षा प्रदान करती हैं। भारत में इन टीकों का उपयोग नहीं किया है। यह भारत की स्थिति को बेहतर करता है।

थर्ड वेव कम खतरनाक होगी
प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस साल मार्च से ही वैक्सीनेशन शुरू कर दिया था। उस समय डेल्टा वैरिएंट ने दस्‍तक दी थी। इसलिए डेल्टा वैरिएंट ने एक ऐसी आबादी को पर असर डाला, जो वैक्सीनेशन से अछूती थी। एक सीरो-सर्वे के मुताबिक, अब देश में आबादी का एक छोटा हिस्सा ही बचा है, जो डेल्टा वायरस के संपर्क में नहीं आया है।

देश में 75% से 80% (पूर्व एक्सपोजर) की सीरो प्रिवलेंस है। काफी हद तक टीकाकरण भी हुआ है। यही कारण है कि कोरोना की तीसरी लहर के कम खतरनाक होने का अनुमान है। 17 दिसंबर को ICMR के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर को लेकर चेताया था। उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाली जगहों और गैरजरूरी यात्रा से बचने की हिदायत दी थी। भार्गव ने ये भी कहा था कि जिन जिलों में कोरोना के नए केस 5% से ज्यादा हैं, वहां के प्रशासन को अभी से पूरी सख्ती के साथ तैयारियां शुरू कर देना चाहिए।