बीमारी से परेशान 10वीं के छात्र ने फंदा लगाकर कर दी आत्महत्या। मृतक डायबिटीज की बीमारी से परेशान था और ऐसे में उसने यह कदम उठा लिया। उसकी मृतक आश्रित के रूप में मां की जगह रेलवे में नौकरी भी लगने वाली थी। अलवर गेट थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सुपुर्द कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, जवाहर नगर, जादूगर बस्ती निवासी जितेन्द्र कोली (26) दसवीं की पढ़ाई कर रहा था। शनिवार रात को वह पढ़ाई कर रहा था और घर वाले अन्य कमरों में जाकर सो गए। सुबह जब देखा तो उसने साड़ी से अपने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को नीचे उतारा और उसे जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय की मोर्चरी पहुंचाया। वहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अलवर गेट थाने के प्रभुदयाल ने बताया कि जितेन्द्र डायबिटिज बीमारी से परेशान था और उसकी दवाइयां चल रही थी। उसके पिता बुधसिंह की पहले ही मौत हो चुकी थी और उसकी रेलवे में उसकी मां की नौकरी लगी। मां की डेढ़ साल पहले कोरोना में डेथ हो गई और उसकी जगह तीन भाइयों ने इसी को नौकरी के लिए सहमति दी थी। जितेन्द्र ने बीच में पढ़ाई छोड़ दी थी और नौकरी के लिए उसने फिर से पढ़ाई शुरू की। इसलिए वह इस साल दसवीं की परीक्षा दे रहा था। जितेन्द्र की नौकरी भी रेलवे में कुछ दिनों में ही लगने वाली थी। लेकिन इससे पहले ही बीमारी से परेशान होकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।