जेल में बन्द एक कैदी की हत्या करने के लिए दो आरोपी घात लगााए बैठे थे। पुलिस की स्पेशन टीम ने दोनों शुटर को गिरफ्तार कर लिया। जेल में बंद आरोपी की हत्या की प्लानिंग दुबई में बैठे सालू मूसा ने मुंबई के शूटर को सुपारी दी थी।
राजस्थान के उदयपुर जिले के उदयपुर में बड़ी खूनी वारदात की साजिश नाकाम हाे गई। प्रतापगढ़ जेल में बंद कुख्यात अपराधी फैजल की हत्या की सुपारी लेकर घात लगाकर बैठे मुंबई और उदयपुर के दाे शार्प शूटर काे उदयपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने साेमवार काे गिरफ्तार कर लिया। फैजल काे मारने की सुपारी उसके दुबई में रहने वाले सालू मूसा ने ही दी थी।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकारा कि वे मुंबई हाल दुबई निवासी मूसा उनसे लगातार संपर्क में था और फैजल की हत्या के बाद दोनों को उदयपुर छोड़कर भाग जाने के लिए कह रहा था। आरोपी हसनैन ने ही पिस्टल की जुगाड़ की और भींडर जाकर दोनों पिस्टल लेकर आए। इसके बाद बलीचा के जंगलों में जाकर प्रेक्टिस फायर भी किए और हत्या की पूरी साजिश रची। पुलिस के मुताबिक प्रतापगढ़ जेल में बंद फैजल को मेडिकल ग्राउंड पर आए दिन उदयपुर लाया जाता रहा है। इसी दौरान शूटरों ने हत्या की साजिश रची थ। पुलिस जब भी फैजल को एमबी अस्पताल लेकर आती आरोपी गोली मारकर फरार हो जाते। दोनों ने इसकी पूरी तैयारी कर रखी थी।
पुलिस के मुताबिक मूसा ने फैजल की हत्या के लिए हसनैन से संपर्क किया तो उसने 20 लाख रुपए की मांग की। इसके बाद दोनों में बात हुई और 10 लाख में फैजल की हत्या का सौदा तय हुआ। हवाला के माध्यम से हसनैन को 85 हजार रुपए एडवांस भी मिल गए थे। इसके बाद मुंबई से शूटर परवेज रहमान को बुलाया, जो सूरजपोल में एक होटल में कमरा किराए पर लेकर रह रहा था। हत्या के बाद शेष रुपए भी हवाला के जरिए ही देना तय हुए थे।
भूराराम खिलेरी पुलिस निरीक्षक एसओजी जयपुर ने थानाधिकारी अंबामाता को लिखित में सूचना दी कि प्रतापगढ़ जेल में बंद कैदी फैजल पिता सलीम खान निवासी अखेपुर प्रतापगढ़ को मूसा उर्फ आकिब निवासी मुंबई पुराना गांव देवल्दी प्रतापगढ़, उसके पिता याकैब दुबई व उसके मामा अयूब नकएर मन्ना पिता बाबुल खो देवल्दी ने साजिश कर मारने के लिए हसनैन निवासी किशनपोल को सुपारी दी है और उसकी मदद करने के लिए परवेज रहमान मीरा रोड मुंबई को भेजा है।