पीएमएफटी फंड से नाथद्वारा में पांच करोड़ रुपए में पशु चिकित्सालय बनेगा। इसके लिए मंदिर मंडल ने जमीन अलोट करवाई है। श्रीनाथजी मंदिर की नाथूवास स्थित गौशाला के पास मंदिर मंडल की भूमि पर पशु चिकित्सालय तथा पॉलीक्लिनिक का निर्माण करवाया जाएगा। मंदिर तिलकायत पुत्र विशाल बावा, विधानसभाध्यक्ष डाॅ. सीपी जोशी, कृषि और पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, जिला प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना ने मंगलवार दोपहर 1.30 बजे बहुउद्देश्यीय पशु चिकित्सालय का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में विशाल बावा ने कहा कि पुष्टि संप्रदाय में राग, भोग और सेवा का विशेष महत्व है। राग से प्रभु जागते हैं, शृंगारित होते हैं और भोजन करते हैं। पुष्टि का मूल सिद्धांत है कि जैसे हम अपने देह का ध्यान रखते हैं उसी तरह हम अपने प्रभु की सेवा करते हैं। आज हम गौ सेवा का नया आयाम लिख रहे हैं, जो हमें आल्हादित कर रहा है, गौ सेवा पुष्टि में अति महत्वपूर्ण है। बहुउद्देश्यीय पशु चिकित्सालय से श्रीजी के गौ धन के साथ आसपास के लोगों के पशुधन को भी लाभ मिलेगा। इस दौरान संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी सुधीर चौधरी, मंदिर सीईओ जितेन्द्र ओझा, एसडीएम अभिषेक गोयल सहित कृषि और पशुपालन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। दोपहर 1.30 बजे विशाल बावा और अन्य अतिथियों की उपस्थिति में मंत्रोच्चार के साथ मंदिर के पंड्या परेश नागर ने विधिविधान से भूमि पूजन करवाया।
विधानसभाध्यक्ष डाॅ. सीपी जोशी ने कहा कि नए राजस्थान का निर्माण हो रहा है, उसमें नया नाथद्वारा कैसा होना चाहिए, कैसे बने यह देखना होगा। उन्होंने कहा जब हम छोटे थे तब मंदिर के तिलकायत गोवर्धनलाल जी ने शहर में अस्पताल, स्कूल की परिकल्पना कर उनका निर्माण करवाया। दामोदरलाल जी ने खेल की भावना से स्टेडियम का निर्माण करवाया था।
डाॅ. जोशी ने कहा कि किसी भी विकास कार्य के लिए सबसे पहले जमीन की जरूरत होती है। लैंड बैंक होना बहुत बड़ी बात है। मंदिर मंडल के पास हजारों बीघा जमीन उपलब्ध है, जिस पर नया नाथद्वारा बनाने की कल्पना की जा सकती है। विशाल बावा के पास आज मौका है कि वे नए नाथद्वारा के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं, जिससे 100 साल बाद भी लोग कहें कि उनके कार्यकाल में नए नाथद्वारा का निर्माण हुआ। डाॅ. जोशी ने कहा कि लोगों की हैसियत कैसे बढ़े, नाथद्वारा की इकोनॉमी बढ़े, इस पर कार्य करना जरूरी है। नए नाथद्वारा निर्माण के लिए अगर मंदिर एक्ट में बदलाव की जरूरत है तो वो भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीएम गहलोत विकास के हिमायती हैं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए मंदिर सीईओ जितेन्द्र ओझा ने बताया कि बहुउद्देश्यीय पशु चिकित्सालय एक साल में बन कर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा भवन के लिए 5 करोड़ की राशि डीएमएफटी फंड से मिल रही है। अभी 5 किमी के दायरे में करीब 10 हजार पशुधन हैं। भवन बनने के बाद वैष्णवों को प्रेरित कर यहां अत्याधुनिक मशीनें भी लगवाई जाएंगी।