सात वर्षों से राजसमंद में संचालित बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय को नाथद्वारा स्थानान्तरित किए जाने के विरोध में राजसमंद शहरी क्षेत्र में बंद रख कर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता सवेरे ही टोलियां बनाकर जनता से बंद को सफल बनाने की अपील करते हुए दिखे। विधायक दीप्ति माहेश्वरी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता रैली के रूप में पुरानी कलेक्ट्री सभा स्थल पहुंचे।
जहां सभा के बाद सीएम के नाम एडीएम कुशलकुमार कोठारी को ज्ञापन साैंपा। गांवों से किसान पुरुष और महिलाएं विधानसभाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी सहित कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते कलेक्ट्री पहुंचे, जहां प्रदर्शन किया। सभा में विधायक ने कहा कि पशु चिकित्सालय को राजसमंद से नाथद्वारा ले जाने का निर्णय जनविरोधीए संवेदनहीन और अवैधानिक हैं। कांग्रेस के नेता राजसमंद के हितोें पर हो रहे कुठाराघात के खिलाफ बोलने के स्थान पर सरकार के अवैधानिक कदम का समर्थन कर रहे हैं। माहेश्वरी ने कहा कि राजसमंद के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष से कभी पीछे नहीं हटेंगे। कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा क्या आप राजसमंद के निवासी नहीं है अगर है तो राजसमंद मुख्यालय के चल रहे पशु चिकित्सालय को नाथद्वारा ले जाया जा रहा है।
इसमें कांग्रेस नेताओं को भी समर्थन करना चाहिए एवं खुलकर राजसमंद के साथ हो रहे अन्याय का विरोध करना चाहिए। विकास कार्यों पर कांग्रेस नेताओं के भ्रामक बयानों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि स्व. किरण माहेश्वरी राजसमंद की जनता के दिलों में बसती हैं। उनके विकास कार्यों के लिए कांग्रेस के भ्रष्ट नेताओं का प्रमाण.पत्र नहीं चाहिए। राजसमंद के साथ सौतेला व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। इस दौरान पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, जिला उप प्रमुख सोहनीदेवी गुर्जर, प्रधान अरविंदसिंह राठौड़, भाजपा मंडल अध्यक्ष गणेश पालीवाल, उदयलाल अहीर, मुकेश जोशी, दिग्विजयसिंह भाटी, सुभाष पालीवाल, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मांगीलाल कुमावत, जिला उपाध्यक्ष महेश आचार्य, जिला मंत्री जगदीश पालीवाल, महेंद्रसिंह चौहान, भाजपा ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष जवाहरलाल जाट, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सविता सनाढ्यए महामंत्री विशाखा तिवारी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोहन कुमावत सहित पदाधिकारी मौजूद रहे।
यह है मामला
साल 2014 में राज्य सरकार ने राजसमंद में मल्टी पर्पज एनिमल हॉस्पिटल को खोलने की अनुमति दी थी। जिला प्रशासन ने अस्पताल के लिए धोइंदा में जमीन का आवंटन भी कर दिया। लेकिन आवंटित जमीन पर कब्जा होने के कारण 7 सालों में भी अस्पताल नहीं बन सका। इसके बाद नाथद्वारा से कांग्रेस विधायक और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने अस्पताल के लिए नाथद्वारा में जमीन मंदिर मंडल से दिलवा दी। बीजेपी ने इस अस्पताल पर राजसमंद का हक बताते हुए राजसमंद में ही खोलने की मांग की है।